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Dargah Hazratbal Shrine, Srinagar Kashmir
Sara Khan
Dargah Hazratbal Shrine, Srinagar Kashmir
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- #jazzbaat24 #JammuAndKashmir The annual Urs Mubarak of Hazrat Ghos-ul-Azam Dastgir Sahib at #Khanyar, Srinagar, will commence on today , corresponding to 29th Rabi Al-Awwal 1346 AH.1
- *वक्फ़ संशोधन के विरोध में शाहजहांपुर में किया गया तहफ़्फ़ुज़ ए औक़ाफ़ कॉन्फ्रेंस का आयोजन,अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन। ************************************************ यूपी/के शाहजहांपुर में वक्फ संशोधन का विरोध करते हुए तहफ़्फ़ुज़-ए-औकाफ़ कांफ्रेंस का आयोजन किया गया।जिसमे सपा,कांग्रेस से लेकर शहर इमाम और तमाम मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए।कार्यक्रम में आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड के सेकेट्री की मौजूदगी में एसडीएम को ज्ञापन देकर विरोध जताया गया।उन्होंने कहा कि पहले के वक्फ एक्ट में कमी क्या थी ये कहीं नही बताया गया और दूसरा एक्ट क्यों लगाया।उन्होंने कहा कि जब एक्ट मुस्लिम से जुड़ा है तो उसके लिए हमारे साथ भी चर्चा करना चाहिए थी। शाहजहांपुर स्थित एक मैरिज लाॅन में तहफ़्फ़ुज़-ए-औकाफ़ कांफ्रेंस का आयोजन किया गया।जिसमे कांग्रेस सपा समेत तमाम नेताओं ने शिरकत की।कार्यक्रम पहुंचे आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड के सेकेट्री मौलाना डाक्टर यासीन अली उस्मानी के नेतृत्व में मैरिज लाॅन पहुंचे एसडीएम को ज्ञापन दिया।जिसमे उन्होंने बिल संशोधन का विरोध किया है।उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 1995 में एक एक्ट बनने की कोशिश शुरू की गई थी। 2013 एक्ट बनने की एक्सरसाइज होती रही तभी इसको लागू होना चाहिए था। 2014 में सरकार बदलने के बाद भी लागू नही हुआ। उन्होंने कहा कि हम कैसे समझे कि जो एक्ट लागू ही नही हुआ था वो एक्ट बेहतर नही था और अब जो एक्ट लाया गया है उसमे एक लाइन लिखी है कि वक्फ बोर्ड का निजाम बेहतर बनाने के लिए लाया जा रहा है।मुस्लिम धर्म से जुड़ा एक्ट है तो हम लोगों से चर्चा होना चाहिए थी। उन्होंने कहा कि एक्ट को आनन-फानन पार्लियामेंट में लाया गया।इस एक्ट कोंपल पढ़ा तो ये सामने आया कि वक्फ की जायदाद के लिए ये एक्ट मुनासिब नही है।इस एक्ट से वक्फ की जायदाद को और नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि सरकार सबकी होती है।सरकार हमारी भी है।जिस तरह से आवाज बुलंद हो रही है।उस आवाज को महसूस करे और एक्ट को वापस करे। उन्होंने कहा कि सियासी कामयाबियां हासिल करने के लिए सियासी नंबर बढ़ाने के लिए कौम और मुल्क के दरम्यान सियासतदानो से कराई जा रही हैंं जो अच्छी नही हैं।ये देश सूफी संतों वाला देश है।यहां सब मिल जुलकर रहने वाले लोग हैं।ऐसा कोई काम जो दूरिया बनाने वाला होता है वो न देश के लिए अच्छा होता और न लोगो के लिए अच्छा होता है।उन्होंने कहा कि कानून हम लोगों से जुड़ा है।इसलिए हमारी बात को सुना जाए। उन्होंने बुलंदशहर की घटना पर कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं जो मुल्क में अमन पसंद नही करते हैं।उनको प्यार मोहब्बत अच्छा नही लगता उनको भाईचारा अच्छा नही लगता।ऐसे लोग एक दो जुमले बोलकर मुल्क की फिज़ा को खतरे में डालने की कोशिश करते हैं।कानून को अपनी कार्रवाई करना चाहिए।लोगों को अपनी ज़ुबान पर लगाम रखी चाहिए। इस कार्यक्रम के संयोजक व ईदगाह प्रबंध समिति के सचिव सैय्यद क़ासिम रज़ा ने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा।जिसमे प्रमुख रूप से दो मांगों का ज़िक्र किया गया है कहा गया है कि प्रस्तावित वक्फ़ संशोधन अधिनियम 2024 को जनहित में वापस लिया जाए तथा मस्जिदों,मज़ारो,खानकाहों,मदरसों आदि को पूर्ण सुरक्षा एंव संरक्षण प्रदान किया जाए। कार्यक्रम के दौरान शाहजहांपुर जामा मस्जिद ईमाम मौलाना हुज़ूर अहमद मंजरी ईदगाह प्रबंध समिति के अध्यक्ष राहत अली खां,जामा मस्जिद प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ तारिक़ अली खां,आफाक अली खां, अब्दुल क़ादिर खां,ईमाम ईदगाह गदियाना हाफ़िज़ अनीस अत्तारी,मौलाना अनीस रज़ा खां सहित तमाम लोग मौजूद रहे!1
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