*बीआर ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल ने धूमधाम से मनाया 15वां वार्षिकोत्सव* *“विरासत—जहां रिवाज बसते हैं” थीम पर बच्चों ने दी मनमोहक प्रस्तुतियां* लोकेशन ---मधेपुरा बिहार रिपोर्टर ---रमण कुमार एंकर मधेपुरा जिले के मुरलीगंज नगर पंचायत के वार्ड संख्या–1 काशीपुर स्थित बीआर ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल का 15वां वार्षिक उत्सव बुधवार को भव्य एवं सांस्कृतिक उल्लास के साथ मनाया गया। वार्षिकोत्सव का थीम “विरासत—जहां रिवाज बसते हैं” रखा गया, जिसमें भारतीय संस्कृति, परंपरा और समसामयिक सामाजिक विषयों की झलक देखने को मिली। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन मधेपुरा के अध्यक्ष किशोर कुमार, भूतपूर्व प्राचार्या महिला कॉलेज सहरसा डॉ रेणु सिंह, नगर पंचायत अध्यक्षा सर्जन सिद्धि, डॉ मनोज यादव, डॉ रूपेश कुमार एवं गोपी कृष्ण द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। सभी आए हुए अतिथियों को अंग वस्त्र बुके एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया कार्यक्रम के मंच संचालन का प्रथम चरण ईसान एवं दीक्षा, द्वितीय चरण शिवम एवं रिया तथा तृतीय चरण जीशान एवं शालिनी ने कुशलतापूर्वक किया। मुख्य अतिथि विधान पार्षद अजय कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दौर वैश्विक प्रतिस्पर्धा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है। तकनीक ने पूरी दुनिया को एक क्लिक में समेट दिया है। उन्होंने भारतीय विरासत पर प्रकाश डालते हुए महर्षि, तुलसीदास, स्वामी विवेकानंद एवं रामकृष्ण परमहंस का उदाहरण देते हुए कहा कि बेहतर शिक्षा के साथ बेहतर इंसान बनना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। केवल ऊंचा पद या बड़ा पैकेज ही सफलता नहीं, बल्कि समाज के लिए उपयोगी बनना भी उतना ही जरूरी है। विद्यालय के निदेशक डॉ मानव कुमार सिंह ने कहा कि मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जो भविष्य को नई दिशा देता है। बच्चों को मोबाइल देने से बेहतर है कि उनकी गतिविधियों पर नजर रखते हुए उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाए। विद्यालय की प्राचार्या डॉ मौसम सिंह ने कहा कि विद्यालय के छात्र आज देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। शिक्षकों के सतत मार्गदर्शन और छात्रों की मेहनत से यह उपलब्धि संभव हो पाई है। इस अवसर पर कुलपति का संदेश भी पढ़कर सुनाया गया, जिसमें स्वामी विवेकानंद के शिक्षा ग्रहण करने के तरीकों को अपनाने की अपील की गई। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के निदेशक द्वारा सभी अतिथियों को सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बच्चों ने वेलकम सॉन्ग से शुरुआत की। इसके बाद छोटे-छोटे तमाशे, शिव तांडव, किड्स मिक्स डांस, राजस्थानी घूमर, भारत दर्शन, शहीद भगत सिंह पर लघु नाट्य रूपांतरण, कारगिल शहीदों पर गीत-नाटक, कश्मीरी नृत्य, पर्यावरण संरक्षण, जय जवान–जय किसान एवं अतिक्रमण जैसे ज्वलंत सामाजिक विषयों पर प्रभावशाली प्रस्तुतियां दी गईं। छात्र-छात्राओं की एकल व सामूहिक नृत्य, नाटक और गीतों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और कार्यक्रम को यादगार बना दिया। मौके पर विद्यालय के इं गौरव सिंह राकेश सिंह सहित सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मी मौजूद थे
*बीआर ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल ने धूमधाम से मनाया 15वां वार्षिकोत्सव* *“विरासत—जहां रिवाज बसते हैं” थीम पर बच्चों ने दी मनमोहक प्रस्तुतियां* लोकेशन ---मधेपुरा बिहार रिपोर्टर ---रमण कुमार एंकर मधेपुरा जिले के मुरलीगंज नगर पंचायत के वार्ड संख्या–1 काशीपुर स्थित बीआर ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल का 15वां वार्षिक उत्सव बुधवार को भव्य एवं सांस्कृतिक उल्लास के साथ मनाया गया। वार्षिकोत्सव का थीम “विरासत—जहां रिवाज बसते हैं” रखा गया, जिसमें भारतीय संस्कृति, परंपरा और समसामयिक सामाजिक विषयों की झलक देखने को मिली। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन मधेपुरा के अध्यक्ष किशोर कुमार, भूतपूर्व प्राचार्या महिला कॉलेज सहरसा डॉ रेणु सिंह, नगर पंचायत अध्यक्षा सर्जन सिद्धि, डॉ मनोज यादव, डॉ रूपेश कुमार एवं गोपी कृष्ण द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। सभी आए हुए अतिथियों को अंग वस्त्र बुके एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया कार्यक्रम के मंच संचालन का प्रथम चरण ईसान एवं दीक्षा, द्वितीय चरण शिवम एवं रिया तथा तृतीय चरण जीशान एवं शालिनी ने कुशलतापूर्वक किया। मुख्य अतिथि विधान पार्षद अजय कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दौर वैश्विक प्रतिस्पर्धा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है। तकनीक ने पूरी दुनिया को एक क्लिक में समेट दिया है। उन्होंने भारतीय विरासत पर प्रकाश डालते हुए महर्षि, तुलसीदास, स्वामी विवेकानंद एवं रामकृष्ण परमहंस का उदाहरण देते हुए कहा कि बेहतर शिक्षा के साथ बेहतर इंसान बनना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। केवल ऊंचा पद या बड़ा पैकेज ही सफलता नहीं, बल्कि समाज के लिए उपयोगी बनना भी उतना ही जरूरी है। विद्यालय के निदेशक डॉ मानव कुमार सिंह ने कहा कि मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जो भविष्य को नई दिशा देता है। बच्चों को मोबाइल देने से बेहतर है कि उनकी गतिविधियों पर नजर रखते हुए उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाए। विद्यालय की प्राचार्या डॉ मौसम सिंह ने कहा कि विद्यालय के छात्र आज देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। शिक्षकों के सतत मार्गदर्शन और छात्रों की मेहनत से यह उपलब्धि संभव हो पाई है। इस अवसर पर कुलपति का संदेश भी पढ़कर सुनाया गया, जिसमें स्वामी विवेकानंद के शिक्षा ग्रहण करने के तरीकों को अपनाने की अपील की गई। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के निदेशक द्वारा सभी अतिथियों को सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बच्चों ने वेलकम सॉन्ग से शुरुआत की। इसके बाद छोटे-छोटे तमाशे, शिव तांडव, किड्स मिक्स डांस, राजस्थानी घूमर, भारत दर्शन, शहीद भगत सिंह पर लघु नाट्य रूपांतरण, कारगिल शहीदों पर गीत-नाटक, कश्मीरी नृत्य, पर्यावरण संरक्षण, जय जवान–जय किसान एवं अतिक्रमण जैसे ज्वलंत सामाजिक विषयों पर प्रभावशाली प्रस्तुतियां दी गईं। छात्र-छात्राओं की एकल व सामूहिक नृत्य, नाटक और गीतों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और कार्यक्रम को यादगार बना दिया। मौके पर विद्यालय के इं गौरव सिंह राकेश सिंह सहित सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मी मौजूद थे
- *बीआर ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल ने धूमधाम से मनाया 15वां वार्षिकोत्सव* *“विरासत—जहां रिवाज बसते हैं” थीम पर बच्चों ने दी मनमोहक प्रस्तुतियां* लोकेशन ---मधेपुरा बिहार रिपोर्टर ---रमण कुमार एंकर मधेपुरा जिले के मुरलीगंज नगर पंचायत के वार्ड संख्या–1 काशीपुर स्थित बीआर ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल का 15वां वार्षिक उत्सव बुधवार को भव्य एवं सांस्कृतिक उल्लास के साथ मनाया गया। वार्षिकोत्सव का थीम “विरासत—जहां रिवाज बसते हैं” रखा गया, जिसमें भारतीय संस्कृति, परंपरा और समसामयिक सामाजिक विषयों की झलक देखने को मिली। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन मधेपुरा के अध्यक्ष किशोर कुमार, भूतपूर्व प्राचार्या महिला कॉलेज सहरसा डॉ रेणु सिंह, नगर पंचायत अध्यक्षा सर्जन सिद्धि, डॉ मनोज यादव, डॉ रूपेश कुमार एवं गोपी कृष्ण द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। सभी आए हुए अतिथियों को अंग वस्त्र बुके एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया कार्यक्रम के मंच संचालन का प्रथम चरण ईसान एवं दीक्षा, द्वितीय चरण शिवम एवं रिया तथा तृतीय चरण जीशान एवं शालिनी ने कुशलतापूर्वक किया। मुख्य अतिथि विधान पार्षद अजय कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दौर वैश्विक प्रतिस्पर्धा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है। तकनीक ने पूरी दुनिया को एक क्लिक में समेट दिया है। उन्होंने भारतीय विरासत पर प्रकाश डालते हुए महर्षि, तुलसीदास, स्वामी विवेकानंद एवं रामकृष्ण परमहंस का उदाहरण देते हुए कहा कि बेहतर शिक्षा के साथ बेहतर इंसान बनना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। केवल ऊंचा पद या बड़ा पैकेज ही सफलता नहीं, बल्कि समाज के लिए उपयोगी बनना भी उतना ही जरूरी है। विद्यालय के निदेशक डॉ मानव कुमार सिंह ने कहा कि मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जो भविष्य को नई दिशा देता है। बच्चों को मोबाइल देने से बेहतर है कि उनकी गतिविधियों पर नजर रखते हुए उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाए। विद्यालय की प्राचार्या डॉ मौसम सिंह ने कहा कि विद्यालय के छात्र आज देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। शिक्षकों के सतत मार्गदर्शन और छात्रों की मेहनत से यह उपलब्धि संभव हो पाई है। इस अवसर पर कुलपति का संदेश भी पढ़कर सुनाया गया, जिसमें स्वामी विवेकानंद के शिक्षा ग्रहण करने के तरीकों को अपनाने की अपील की गई। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के निदेशक द्वारा सभी अतिथियों को सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बच्चों ने वेलकम सॉन्ग से शुरुआत की। इसके बाद छोटे-छोटे तमाशे, शिव तांडव, किड्स मिक्स डांस, राजस्थानी घूमर, भारत दर्शन, शहीद भगत सिंह पर लघु नाट्य रूपांतरण, कारगिल शहीदों पर गीत-नाटक, कश्मीरी नृत्य, पर्यावरण संरक्षण, जय जवान–जय किसान एवं अतिक्रमण जैसे ज्वलंत सामाजिक विषयों पर प्रभावशाली प्रस्तुतियां दी गईं। छात्र-छात्राओं की एकल व सामूहिक नृत्य, नाटक और गीतों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और कार्यक्रम को यादगार बना दिया। मौके पर विद्यालय के इं गौरव सिंह राकेश सिंह सहित सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मी मौजूद थे1
- सड़क मार्ग अतिक्रमण को लेकर मचा बवाल1
- 🌸✨ अगर आज आप किसी का भला करते हैं, तो यक़ीन मानिए… कल भगवान स्वयं आपके जीवन में भलाई बनकर लौट आते हैं। 🌼 क्योंकि ईश्वर हिसाब शब्दों से नहीं, नियत और कर्मों से रखते हैं। 🙏 आज की गई एक छोटी-सी मदद कल किसी बड़ी दुआ का रूप ले लेती है, और वही दुआ ज़िंदगी के सबसे मुश्किल मोड़ पर आपका हाथ थाम लेती है। 💖 🌿✨ भला करते रहिए, भगवान चुपचाप देखते हैं… और सही समय पर सबसे खूबसूरत तरीके से लौटाते हैं। 🌸🙏 ✨🌿1
- मैडम जी रात दिन पढ़ लिखकर बड़ी मुश्किल से बाल विकास परियोजना अधिकारी बनी थी, किसी नासपीटे करमजले रिश्वत देने वाले ने एंटी करप्शन से रंगे हाथों पकड़वा दिया, अब मैडम जोर जोर रो रही हैं मामला बिहार के मोतिहारी जिले का1
- सिमरी बख्तियारपुर सलखुआ प्रखंड अंतर्गत कोसी नदी पर लाखों रुपये की लागत से बना चचरी पुल अचानक धंस गया.गनीमत रही कि जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस समय पुल से गुजर रहे राहगीर बाल - बाल बच गए.पुल के धंसते ही मौके पर अफरा - तफरी मच गई और नदी के दोनों किनारों पर राहगीरों की भारी भीड़ जमा हो गई. महज कुछ दिन पहले हुआ था उद्घाटन जानकारी के अनुसार, कोसी नदी के पहलवान घाट पर बने इस चचरी पुल का उद्घाटन बीते 12 दिसंबर को ही किया गया था.लाखों की लागत से तैयार इस पुल का निर्माण क्षेत्र के विपिन पहलवान द्वारा कराया गया है.यह पुल इलाके के लोगों के लिए जीवन रेखा समान है, जहाँ से प्रतिदिन हजारों की संख्या में पैदल यात्री और बाइक सवार कोसी नदी पार करते हैं. सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक है पुल पुल धंसने की सूचना मिलते ही व्यवस्थापकों द्वारा तुरंत मिस्त्री और मजदूरों को काम पर लगाया गया.देर शाम तक युद्धस्तर पर कार्य कर चचरी पुल को दुरुस्त कर लिया गया, जिसके बाद पुनः आवागमन बहाल हो सका.भले ही पुल को चालू कर दिया गया है, लेकिन स्थानीय लोगों में डर का माहौल बना हुआ है.ग्रामीणों का कहना है कि जिस तरह से नवनिर्मित पुल कुछ ही दिनों में धंस गया, उससे स्पष्ट है कि यह सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक है और भविष्य में किसी बड़े हादसे को आमंत्रण दे सकता है.1
- Post by किरण देव यादव1
- Post by SUNDAR KUMAR B2
- सड़क दुर्घटना में महिला सहित कई घायल1