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लांजी बालाघाट
Surendra Kaushal
लांजी बालाघाट
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- बिलासपुर कलेक्टर पहुंचे ग्राम रहंगी एवं मुढ़िपार सुशासन शिविर में,लोगों की समस्याओं का किया समाधान आज शनिवार की दोपहर 3:00 बजे पी आर ओ द्वारा जारी किये गया प्रेस विज्ञप्ति से मिली जानकारी के अनुसार आज शनिवार को बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल और जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल ने सुशासन सप्ताह के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित किए जा रहे समाधान शिविरों का जायज़ा लिया। उन्होंने बिल्हा ब्लॉक के दो ग्राम रहंगी और मुढ़ीपार का दौरा कर शिविर में मिल रहे समस्याओं और इनके निराकरण की फील्ड स्तर पर समीक्षा की। शिविर में पहुंचे ग्रामीणों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनी और इनके निराकरण के निर्देश दिए। रहंगी के पंचायत भवन में शिविर आयोजित थी। बड़ी संख्या में लोग विभिन्न कामों को लेकर पहुंचे थे। ग्राम में करीब साढ़े 9 सौ लोगों के आयुष्मान कार्ड नहीं बने हैं। इसके लिए विशेष शिविर लगाकर सबका कार्ड बनाने को कहा। बताया गया कि ग्राम में दो बच्चियां कुपोषित हैं। उन्हें पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराकर स्वस्थ करने के निर्देश कार्यकर्ता को दिए। पंचायत भवन के सामने अवैध कब्जे को हटाने को भी कलेक्टर ने कहा है। कलेक्टर ने शिविर में मौजूद किसानों से पूछा कि धान बेचने में कोई दिक्कत तो नहीं है। किसानों ने कहा कि सुगमता से बिक्री हो रही है। उन्होंने सरपंच से चर्चा कर गांव के विकास कार्य और सामान्य हालचाल की जानकारी ली। कलेक्टर इसके बाद आगे ग्राम मुढ़ीपार पहुंचे। उन्होंने यहां प्रमुख रूप से पीएम आवास का मुआयना किया। मणिशंकर श्रीवास नाम के हितग्राही ने स्वीकृत राशि में अपनी बचत और लोन मिलकर बड़े आकार के और सुंदर आवास बना रहे हैं। उन्होंने हितग्राही की प्रशंसा करते हुए उनसे काफी देर तक चर्चा की। गांव में 8 हितग्राही किश्त मिलने के बाद भी मकान निर्माण कार्य शुरू नहीं किए हैं। कलेक्टर ने उनमें से एक जितेंद्र रात्रे के घर पहुंचकर इसका कारण जानना चाहा। उन्होंने ऐसे सभी हितग्राहियों से पंद्रह दिनों में कार्य शुरू करने की चेतावनी दी, अन्यथा सरकारी राशि की वसूली की जाएगी।ग्रामीण इलाकों में इस तरह के सुशासन शिविर 25 दिसम्बर तक संचालित किए जाएंगे। दौरे में सहायक कलेक्टर अरविन्थ कुमारन और जनपद सीईओ कुमार लहरें भी साथ थे।1
- शिकार समझकर सामने लगे हिरण के पोस्टर पर मगरमच्छ टूट पड़ा। पूरी ताकत लगाने के बाद भी जब उसे समझ आया कि यह असली शिकार नहीं बल्कि सिर्फ एक पोस्टर है, तब तक देर हो चुकी थी। न शिकार मिला, न इज़्ज़त बची। इस मज़ेदार पल का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग बेचारे मगरमच्छ के लिए हंसते-हंसते तरस भी खा रहे हैं। #ViralVideo #FunnyReels #Wildlife #Crocodile #PosterFail #FunnyMoment #InternetLaughs1
- Check This Video: 'छिंदवाड़ा, सिंगोड़ी सौसर शिलवानी , अमरवाड़ा जुन्नारदेव, खबरें देखें फटाफट एवं विस्तार से ' https://www.youtube.com/watch?v=vaoQoQTHcho1
- बलौदा के रामनगर में 19 दिसंबर को संत शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा के 269 वां जयंती समारोह का हुआ आयोजन1
- 🔴 ID कार्ड गिरते ही भड़का पुलिस अफसर, बीच सड़क युवती को जड़े थप्पड़ — VIDEO वायरल > 📍अहमदाबाद से सामने आया यह मामला एक बार फिर पुलिस के व्यवहार और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। बीच सड़क एक युवती के साथ हुई कथित मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देखने के बाद लोग हैरानी, गुस्से और चिंता का इज़हार कर रहे हैं। > 🔹 क्या है पूरा मामला? पीड़ित युवती की पहचान बंसारी ठक्कर के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, घटना उस समय हुई जब युवती सड़क से गुजर रही थी। इसी दौरान एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने उसे रोका और ड्राइविंग लाइसेंस दिखाने को कहा। > युवती ने पुलिसकर्मी को अपना लाइसेंस दिखाया। इसके बाद जब बातचीत के दौरान पुलिस अधिकारी का ID कार्ड युवती के हाथ से गलती से गिर गया, तो अधिकारी अचानक भड़क गया। > प्रत्यक्षदर्शियों और वायरल वीडियो में आरोप लगाया जा रहा है कि इसी बात पर पुलिसकर्मी ने युवती से ऊंची आवाज़ में बात करना शुरू किया और देखते ही देखते बीच सड़क उसे थप्पड़ मार दिए। > 🔹 चोट, डर और अफरा-तफरी थप्पड़ों के बाद युवती की आंख के ऊपर चोट लगने और खून निकलने की बात सामने आई है। मौके पर मौजूद लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही हालात तनावपूर्ण हो गए। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि घटना के बाद युवती घबराई हुई और डरी-सहमी नजर आती है। > इस पूरी घटना ने सड़क पर मौजूद लोगों को भी स्तब्ध कर दिया। कई लोग यह सवाल करते नजर आए कि क्या एक छोटी-सी गलती पर इस तरह का व्यवहार उचित है। 🔹 FIR कराने पहुंची तो वहां भी परेशानी? पीड़िता का आरोप है कि वह जब इस घटना की शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन पहुंची, तो वहां भी उसे धमकाया गया और शिकायत दर्ज करने से इनकार किया गया। बताया गया कि युवती देर रात तक थाने में बैठी रही और आखिरकार उसने लिखित शिकायत दी। इस दौरान कथित तौर पर उसे यह भी कहा गया कि उसके खिलाफ क्रॉस कंप्लेंट दर्ज की जा सकती है। > 🔹 वीडियो वायरल, सवाल तेज इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि— > क्या पुलिस को नागरिकों के साथ ऐसा व्यवहार करने का अधिकार है? क्या महिलाओं की सुरक्षा सिर्फ कागज़ों तक सीमित रह गई है? क्या कानून सभी के लिए बराबर है? सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। > 🔹 अहम समय पर सामने आया मामला यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब हाल ही में पुलिस अधिकारियों को नागरिकों से सम्मान, संयम और संवेदनशीलता के साथ पेश आने की सख्त हिदायतें दी गई थीं। खास तौर पर महिलाओं, बुजुर्गों और आम नागरिकों के साथ व्यवहार को लेकर पुलिस विभाग को बार-बार निर्देश दिए जाते रहे हैं। ऐसे में यह घटना इन निर्देशों पर भी सवाल खड़े करती है। > 🔹 महिला सुरक्षा पर फिर बहस महिला अधिकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि— > “अगर एक महिला के साथ बीच सड़क पुलिस द्वारा इस तरह का व्यवहार होता है, तो आम नागरिक खुद को कितना सुरक्षित महसूस करेगा?” उनका कहना है कि पुलिस व्यवस्था पर भरोसा तभी मजबूत होगा जब गलत करने वालों पर बिना भेदभाव के कार्रवाई होगी। > 🔹 पुलिस की छवि और जवाबदेही पुलिस को समाज का रक्षक माना जाता है। लेकिन जब इसी व्यवस्था से जुड़े किसी अधिकारी पर इस तरह के आरोप लगते हैं, तो पूरी व्यवस्था की छवि पर असर पड़ता है। विशेषज्ञों का मानना है कि— ऐसी घटनाओं में त्वरित और पारदर्शी जांच जरूरी है दोषी पाए जाने पर कड़ी विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए पीड़िता को न्याय और सुरक्षा का भरोसा मिलना चाहिए > 🔹 अब आगे क्या? फिलहाल यह मामला जांच का विषय बताया जा रहा है। संबंधित विभाग द्वारा तथ्यों की पुष्टि की जा रही है। वीडियो और शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल मजबूती से खड़ा कर दिया है कि— ❓ क्या खाकी कानून से ऊपर है? ❓ महिलाओं की गरिमा और सम्मान की रक्षा कौन करेगा? ❓ ऐसी घटनाओं पर कब सख्त और उदाहरणात्मक कार्रवाई होगी? --- 📌 संपादकीय नोट यह खबर उपलब्ध जानकारी, वायरल वीडियो और पीड़िता के आरोपों पर आधारित है। मामले की जांच संबंधित विभाग द्वारा की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही अंतिम स्थिति स्पष्ट होगी। --- 📰 Sach Tak Patrika News 🎤 संवाददाता: दीपक विश्वकर्मा 🗣️ “हमारी सबसे बड़ी ताकत — सच ही हमारी ताकत है।”1
- *गांजा तस्करी करते दो गिरफ्तार* *ढीमरखेडा पुलिस की कार्रवाई* श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय जिला कटनी श्री अभिनय विश्वकर्मा (आई पी.एस.) द्वारा जिले में जुआ, सटटा, शराब तथा मादक पदार्थ की तस्करी में प्रभावी कार्यवाही हेतु निर्देश जारी किये गये थे जो निर्देश के पालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री डॉ संतोष डेडरिया एव एस.डी.ओ.पी. श्रीमति आंकाक्षा चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में अवैध मादक पदार्थ की विक्रय एवं परिवहन में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करते हुये थाना प्रभारी ढीमरखेडा निरीक्षक अभिषेक चौबे के नेतृत्व में ढीमरखेडा पुलिस टीम द्वारा सफलता प्राप्त की है। प्रथम प्रकरण में ग्राम झिन्नापिपरिया चंढी माता मंदिर के पास एक व्यक्ति मोटर सायकिल होण्डा कंपनी की सीडी 100 सफेद काले रंग की जिसकी पैटोल टंकी पर सफेद प्लास्टिक की बोरी रखे हुये था झिन्नापिपरिया तरफ से आ रहा था जो पुलिस को देखरकर घबरा गया और भागने की कोशिश करने लगा जिसे हमराह स्टाफ घेराबंदी कर पकडा जिससे नाम पता पूछने पर अपना नाम बृजभान पिता अमर सिंह परस्ते उम्र 25 साल निवासी मखडार थाना कुंडम जिला जबलपुर का होना बताया जिसकी मोटर सायकिल से 01 सफेद रंग की प्लास्टिक की बोरी में कुल 2 किलो 400 ग्राम मादक पदार्थ गांजा एवं एक मोटर सायकिल जप्त कर धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है। इसी तरह दूसरे प्रकरण में ढीमरखेडा पुलिस टीम द्वारा मादक पदार्थ गांजा की तस्करी करते हुयें ग्राम खमतरा बिचुआ मोड मेनरोड एक व्यक्ति एक काले रंग का बैग हाथ में लिये खड़ा था जो पुलिस को देख घबराकर भागने की कोशिश करने लगा जिसे हमराह स्टाफ घेराबंदी कर पकडा जिससे नाम पता पूछने पर अपना नाम पंचम पिता अमर सिंह उम्र 46 साल निवासी ग्राम जामूनचुआ थाना ढीमरखेडा का होना बताया हाथ में लिये काले रंग के बैग में कुल 3 किलो 100 ग्राम मादक पदार्थ गांजा बरामद किया गया। तथा आरोपी के विरुद्ध धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है। भूमिका :- थाना प्रभारी निरीक्षक अभिषेक चौबे, उनि सुरेश सउनि जयपाल सिंह, आर 608 पंकज सिंह, आर. 730 डुमनदास, आर 10 जागेश्वर, आर कमोद कोल, आर. 692 देवेन्द्र अहिरवार, आर गंधर्व की महत्तवपूर्ण भूमिका रही।3
- विदिशा में एक पिता ने अपनी जीवित बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया....घर में युवती का पुतला बनाकर अर्थी तैयार की गई, परिजनों ने मातम मनाया....युवती की अंतिम यात्रा में रिश्तेदार और मोहल्ले वाले शामिल हुए...भाई ने जीवित बहन को मुखाग्नि दी और पूरे विधि विधान से अंतिम क्रिया कर्म किया गया.... विदिशा में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला जहां एक पिता ने अपनी जीवित बेटी को मृत मानकर अंतिम संस्कार कर दिया.... मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के चूना वाली गली का है.... 23 वर्षीय सविता कुशवाह ने बरईपुरा के रहने वाले संजू रजक से प्रेम विवाह किया तो परिवार के लोगों को ये रास नहीं आया.... दरअसल युवती का भाई सौरभ कुशवाहा और संजू रजक दोनों दोस्त थे.... 11 दिसंबर के दिन संजू सौरभ की बहन सविता को लेकर भाग गया जिसकी शिकायत उन्होंने कोतवाली थाने में 13 तारीख को दर्ज कराई..... सविता 18 तारीख को थाने पे पेश हुई और उसने पुलिस को बताया कि उसने संजू रजक से भोपाल के आर्य समाज मंदिर में प्रेम विवाह कर लिया है....लड़की के परिजनों ने युवती को कई बार समझाने का प्रयास किया उसे समाज और संबंधों की दुहाई दी लेकिन वह नहीं मानी तो परिजनों ने गुस्से में उसे मृत स्वीकार कर अंतिम संस्कार कर दिया..... परिजनों का कहना है कि अब वह अपनी जीवित युवती की तेरई कर गंगा जी जाकर पिंडदान करेंगे....एडिशनल एसपी प्रशांत के अनुसार मामले में गुम इंसान की कायमी की गई थी और बालिग युवती के कथन लेकर जरूरी कार्यवाही की गई है.... @highlight1
- बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक व बोदरी नगर अध्यक्ष के मुख्य आतिथ्य मैं मदर प्राइड वर्ल्ड स्कूल चकरभाठा में वार्षिक उत्सव कार्यक्रम हुवा शंपन्न शनिवार की रात 09:00 बजे बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक जी के नए सचिव से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की रात 7.:30 बजे बिल्हा विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक नगर पालिका बोदरी चकरभाठा रेलवे स्टेशन के पास स्थित मदर्स प्राईड वर्ल्ड स्कूल के वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए साथ में विशिष्ट अतिथि नगर पालिका बोदरी अध्यक्ष नीलम विजय वर्मा भी शामिल हुए कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने एक से बढ़कर एक शानदार गीत एवं डांस की प्रस्तुति दी जिन्होंने दर्शकों का मन मोह लिया कार्यक्रम को देखने के लिए स्कूली बच्चों के पेरेंट्स नगर के गढमानए नागरिक उपस्थित रहे अतिथियों के कार्यक्रम इस्थाल पर पहुंचते ही स्कूली बच्चों ने शानदार बैंड की धुन पर जोरदार स्वागत किया जिससे अतिथि गौरवान्वित हुवे कार्यक्रम स्थल पर खाने पीने की चीजों के साथ आनंद मेले का भी आयोजन किया गया था जहां बने ना ना प्रकार के पकवानों का दर्शकों ने जमकर लुफ्त उठाया तत्पश्चात स्कूल के चेयरमैन सबीनो डिसूजा वाइस चेयरमैन रामकुमार आर्य एवं प्रिंसिपल श्रीमती वंदना डिसूजा के द्वारा अतिथियों को मोमेंट प्रदान कर फूल माला से भव्य स्वागत किया गया इस अवसर पर बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह मदर प्राइड अंग्रेजी माध्यम स्कूल बहुत ही कम समय 4 से,5 सालो में क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है जो बच्चों को उच्च क्वालिटी के अंग्रेजी माध्यम के शिक्षा प्रदान कर रहा है बच्चों के शिक्षा अगर शुरू में ही अच्छी हो तो बच्चे आगे जाकर अपने कामयाबी के रास्ते खुद चुन सकते है इस इंग्लिश मीडियम स्कूल में नगर सहित आसपास गांव के बच्चे भी अंग्रेजी माध्यम की सिक्छा ले रहे है जो आने वाले वर्षो में जब बड़े होते जाएंगे तो उनके शिक्षा में निखार आता जायेगा मैं इस इस्कूल में पड़ने वाले बच्चे और सुंदर फूलो की तरह डांस करने वाले बच्चों के उज्वल भविष्य की कामना करता हु उन्होंने इस इंग्लिश मीडियम स्कूल की दीक्षा और शिक्षा की तारीफ करते हुए स्कूल के भी उज्जवल भविष्य की कामना की1
- 🔴 RDVV में NSUI का अनोखा प्रदर्शन: कार्यपरिषद बैठक के दौरान उड़ाए गए तोते, कुलगुरु पर गंभीर आरोप 》 जबलपुर | विशेष रिपोर्ट 》 जबलपुर स्थित रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय (RDVV) में शुक्रवार को उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जब भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने कुलगुरु के खिलाफ अनोखे और प्रतीकात्मक तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। कार्यपरिषद (Executive Council) की बैठक के दौरान विश्वविद्यालय परिसर पहुंचे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने तोतों को उड़ाकर प्रशासन के विरुद्ध अपना विरोध दर्ज कराया। --- 🕊️ प्रतीकात्मक विरोध: “तोते उड़ाकर जताया आक्रोश” एनएसयूआई का कहना है कि यह प्रदर्शन विश्वविद्यालय को “अयोग्य नेतृत्व के चंगुल से मुक्त कराने” का प्रतीक है। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कुलगुरु नियमों और शैक्षणिक मानकों का पालन नहीं कर रहे, जिससे छात्रों का भविष्य प्रभावित हो रहा है। 》 कार्यपरिषद की बैठक में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को मौके पर मौजूद पुलिस ने रोक दिया। इससे नाराज होकर एनएसयूआई जिलाध्यक्ष सचिन रजक ने बैठक के दौरान तोतों को पिंजरे से निकालकर उड़ा दिया, जिसके बाद परिसर में जमकर नारेबाजी हुई। --- 🚔 पुलिस मौजूदगी में हुआ प्रदर्शन घटना के दौरान विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस बल तैनात रहा। एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने मुख्य भवन में ताला लगाकर छात्रों और कार्यकर्ताओं को अंदर जाने से रोका, जो लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है। 》 छात्रों का कहना है कि यह कदम उनकी आवाज को दबाने का प्रयास है। --- 🎓 शैक्षणिक अव्यवस्थाओं के गंभीर आरोप एनएसयूआई ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए, जिनमें प्रमुख हैं: विश्वविद्यालय में प्रशासनिक निरंकुशता छात्र सुविधाओं में लगातार कटौती प्रशासनिक खर्चों में अनावश्यक वृद्धि शैक्षणिक गुणवत्ता में गिरावट 》 संगठन के अनुसार, वर्तमान कुलगुरु प्रो. राजेश कुमार वर्मा के कार्यकाल में विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली निरंकुश हो गई है, जिसका सीधा असर छात्रों और संस्थान की साख पर पड़ा है। --- 💻 तकनीकी पाठ्यक्रम केवल “औपचारिकता”? एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि विधानसभा में तकनीकी पाठ्यक्रमों को लेकर भ्रामक जानकारी दी गई। जबकि जमीनी हकीकत यह है कि: बीसीए, एमसीए और बीटेक जैसे पाठ्यक्रमों में ❌ पर्याप्त कंप्यूटर ❌ जरूरी सॉफ्टवेयर ❌ आधुनिक प्रयोगशालाएं उपलब्ध नहीं हैं। छात्रों का कहना है कि ऐसे में ये पाठ्यक्रम सिर्फ कागज़ी औपचारिकता बनकर रह गए हैं। --- 📉 परीक्षा और परिणाम प्रणाली पर सवाल विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी को लेकर भी सवाल उठाए गए। एनएसयूआई के अनुसार: स्वीकृत पदों की तुलना में बहुत कम नियमित प्राध्यापक कार्यरत हैं परीक्षाएं समय पर आयोजित नहीं हो पा रहीं परिणाम महीनों तक लंबित रहते हैं इसका सीधा असर छात्रों के अगले सत्र, प्रवेश, प्रतियोगी परीक्षाओं और रोजगार पर पड़ रहा है। --- ⚠️ आंदोलन तेज करने की चेतावनी प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने कुलगुरु और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। एनएसयूआई ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही छात्र हितों की अनदेखी और प्रशासनिक मनमानी पर रोक नहीं लगी, तो आंदोलन को और व्यापक स्तर पर तेज किया जाएगा। प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष सचिन रजक, प्रदेश उपाध्यक्ष अमित मिश्रा सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। --- ✍️ निष्कर्ष RDVV में हुआ यह अनोखा प्रदर्शन न सिर्फ विश्वविद्यालय प्रशासन के लिए चेतावनी है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि छात्र संगठन अब प्रतीकात्मक और रचनात्मक तरीकों से अपनी आवाज उठाने लगे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि विश्वविद्यालय प्रशासन इन आरोपों पर क्या कदम उठाता है। --- 📍 रिपोर्ट: सच तक पत्रिका न्यूज़ 🖊️ संवाददाता: दीपक विश्वकर्मा, जबलपुर1