Shuru
Apke Nagar Ki App…
बिजली उपभोक्ताओं को लगा बड़ा झटका अब बढ़कर आएगा बिल
संपादक तबस्सुम अंसारी एंकर मो जावेद
बिजली उपभोक्ताओं को लगा बड़ा झटका अब बढ़कर आएगा बिल
More news from Hardoi and nearby areas
- दवाखाना संचालक से गाली - गलौज व मारपीट का मामला ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ कछौना, हरदोई। हरदोई जिले के कछौना कोतवाली क्षेत्र में एक दलित युवक के साथ मारपीट और अभद्रता का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। क्या है पूरा मामला? ग्राम मुरार नगर (संडीला) निवासी शुभम कुमार पुत्र बरिंदर कुमार कछौना थाना क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र फेस-2 में अपना एक छोटा दवाखाना चलाते हैं। शुभम ने पुलिस को बताया कि वह अनुसूचित जाति (चमार जाति) से ताल्लुक रखते हैं। बिना उकसावे के गाली-गलौज और हमला:- शिकायती पत्र के अनुसार, 21 दिसंबर 2025 को दोपहर लगभग 3:22 बजे, ग्राम बघुआमऊ निवासी शिवम चौरसिया उर्फ जुगुल दवाखाने पर पहुंचा। आरोप है कि शिवम ने बिना किसी ठोस कारण के शुभम को जातिसूचक और गंदी गालियां देना शुरू कर दिया। लात-घूसों से पिटाई और धमकी :- जब शुभम ने गाली देने का विरोध किया, तो आरोपी उग्र हो गया और उसने शुभम के साथ लात-घूसों से मारपीट शुरू कर दी, जिससे उसे शरीर में अंदरूनी चोटें आई हैं। पीड़ित का आरोप है कि आरोपी बहुत ही दबंग और गुंडा किस्म का व्यक्ति है, जो उसे जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गया। पुलिस से न्याय की गुहार :- घटना से डरे-सहमे पीड़ित शुभम कुमार ने कछौना कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक को लिखित पत्र सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच करने और दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है।2
- रवि रावत की रिपोर्ट लोकेशन बाराबंकी *बाराबंकी में होटल में युवक ने लगाई फांसी पहली पत्नी के नाम स्टेटस लगाया- मैं तुम्हारे पास आ रहा हूं, सब लोग मुझे माफ कर देना* बाराबंकी के बड़ेल क्षेत्र में स्थित एक होटल के कमरे में मंगलवार सुबह एक युवक का शव फांसी पर लटका मिला। युवक की पहचान जलालपुर निवासी आलोक वर्मा (27) के रूप में हुई है। सूचना मिलने पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की।होटल के कर्मचारी आंशिक ने बताया आलोक वर्मा अक्सर होटल आते-जाते थे। सोमवार रात करीब 9:30 बजे वह होटल पहुंचे और अपने कमरे में चले गए। मंगलवार सुबह काफी देर तक कमरे से कोई हलचल न होने पर उनके मोबाइल पर कॉल की गई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। संदेह होने पर डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही बड़ेल चौकी इंचार्ज रविंद्र कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा खुलवाया गया, जहां आलोक वर्मा का शव प्लास्टिक की रस्सी के सहारे फांसी पर लटका मिला। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।परिजनों के अनुसार, घटना से पहले आलोक वर्मा ने अपनी पहली पत्नी की फोटो के साथ व्हाट्सएप स्टेटस पर एक भावुक संदेश लिखा था। संदेश में कहा गया था, "मैं तुम्हारे पास आ रहा हूं... सब लोग मुझे माफ कर देना।"1
- Post by Sadaf khatoon1
- क्या लखनऊ में RSS का राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल स्थापित होने के बाद लखनऊ नवाबी शहर पहचान रख पाएगा संघ की राजनीति मायने क्या बहुआयामी दल मांग व अपील1
- शाहजहाँपुर | सिंधौली थाना पुलिस को बड़ी सफलता थाना सिंधौली पुलिस ने वांछित दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है1
- शाहजहांपुर। जनपद के थाना अल्लागंज क्षेत्र निवासी आकाश गुप्ता ने अपने रिश्तेदारों पर धोखाधड़ी, गाली-गलौज और धमकी देने का गंभीर आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है। पीड़ित का आरोप है कि पारिवारिक समस्याओं का हवाला देकर उनसे ऑनलाइन माध्यम से उधार ली गई धनराशि वापस नहीं की जा रही है1
- दवाखाना संचालक से गाली - गलौज व मारपीट का मामला ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ कछौना, हरदोई। हरदोई जिले के कछौना कोतवाली क्षेत्र में एक दलित युवक के साथ मारपीट और अभद्रता का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। क्या है पूरा मामला? ग्राम मुरार नगर (संडीला) निवासी शुभम कुमार पुत्र बरिंदर कुमार कछौना थाना क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र फेस-2 में अपना एक छोटा दवाखाना चलाते हैं। शुभम ने पुलिस को बताया कि वह अनुसूचित जाति (चमार जाति) से ताल्लुक रखते हैं। बिना उकसावे के गाली-गलौज और हमला:- शिकायती पत्र के अनुसार, 21 दिसंबर 2025 को दोपहर लगभग 3:22 बजे, ग्राम बघुआमऊ निवासी शिवम चौरसिया उर्फ जुगुल दवाखाने पर पहुंचा। आरोप है कि शिवम ने बिना किसी ठोस कारण के शुभम को जातिसूचक और गंदी गालियां देना शुरू कर दिया। लात-घूसों से पिटाई और धमकी :- जब शुभम ने गाली देने का विरोध किया, तो आरोपी उग्र हो गया और उसने शुभम के साथ लात-घूसों से मारपीट शुरू कर दी, जिससे उसे शरीर में अंदरूनी चोटें आई हैं। पीड़ित का आरोप है कि आरोपी बहुत ही दबंग और गुंडा किस्म का व्यक्ति है, जो उसे जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गया। पुलिस से न्याय की गुहार :- घटना से डरे-सहमे पीड़ित शुभम कुमार ने कछौना कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक को लिखित पत्र सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच करने और दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है।2
- Post by Sadaf khatoon1
- *अधिवक्ताओं के प्रदर्शन मामले में आया नया मोड़, पीड़िता का वीडियो बयान सामने* बाराबंकी : जनपद में बीते दिन जिस प्रकरण को लेकर अधिवक्ताओं ने एसपी कार्यालय का घेराव करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया था, उस मामले में अब एक नया और चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है। पीड़िता पत्नी द्वारा जारी किए गए एक वीडियो बयान ने पूरे घटनाक्रम को अलग ही दिशा दे दी है। पीड़िता ने वीडियो में आरोप लगाया है कि उसका पति चंद्रेश कुमार वर्मा, जो पेशे से वकील है, उसे दहेज के लिए लगातार प्रताड़ित करता रहा है। उसका कहना है कि पति आए दिन चार पहिया वाहन लाने की मांग करता था और मांग पूरी न होने पर उसे घर में रखने से इनकार किया जाता था। मानसिक ही नहीं, बल्कि शारीरिक रूप से भी उसे प्रताड़ित किया जाता रहा है। पीड़िता के अनुसार, इसी प्रताड़ना से तंग आकर उसने थाना सफदरगंज में लिखित तहरीर दी थी। मामले में थाना प्रभारी द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता कराने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन इसी दौरान आरोपी पति अपनी “वकालत" का हवाला देते हुए थाने से चला गया। इसके बाद मामले को लेकर दबाव की राजनीति शुरू हो गई। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि चंद्रेश कुमार वर्मा अपनी वकालत की आड़ में पुलिस पर अनावश्यक दबाव बनाते हैं, जिससे कानूनी कार्रवाई बाधित होती है। उसने बताया कि आरोपी के खिलाफ सफदरगंज और बदोसराय थानों में कुल पांच अभियोग पहले से ही पंजीकृत हैं, जिनमें गैंगस्टर जैसे गंभीर आरोप भी शामिल हैं। इतना ही नहीं, पीड़िता का यह भी कहना है कि आरोपी ने अपनी पहली पत्नी को भी दहेज के चलते मारपीट कर घर से निकाल दिया था। जब उसने पुनः अपने साथ हुई प्रताड़ना को लेकर मुकदमा दर्ज कराने की बात कही, तो इसी दबाव के तहत एसपी कार्यालय का घेराव कर दिया गया, जिसके चलते उसका मुकदमा तक दर्ज नहीं किया गया। पत्नी ने लगया गंभीर आरोप चंद्रेश कुमार वर्मा का नाम पहले से ही चर्चित अधिवक्ता त्रिपुरारी मिश्रा हत्याकांड में भी शामिल बताया जा रहा है, जिससे उसके आपराधिक इतिहास को लेकर सवाल और गहरे हो गए हैं। फिलहाल पीड़िता का वीडियो सामने आने के बाद पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर भी प्रश्नचिह्न खड़े हो गए हैं। अब देखना होगा कि पीड़िता के आरोपों के बाद प्रशासन निष्पक्ष जांच कर पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने की दिशा में क्या कदम उठाता है।2