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फ़्रिज में रखा खाना कब हो जाता है ख़तरनाक? घर में बनी दाल हो या बाहर से मंगवाया पनीर टिक्का, अगर खाना बच जाता है तो अक्सर वो फ़्रिज में ही जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज़्यादा वक्त तक फ़्रिज में खाना रखने से वो सेहत के लिए ख़तरनाक भी हो सकता है? मगर कैसे? फ़िट ज़िंदगी के एपिसोड में इसी बारे में जानिए.

on 23 August
user_Anshima joshi
Anshima joshi
RSS Sadar, Lucknow•
on 23 August

फ़्रिज में रखा खाना कब हो जाता है ख़तरनाक? घर में बनी दाल हो या बाहर से मंगवाया पनीर टिक्का, अगर खाना बच जाता है तो अक्सर वो फ़्रिज में ही जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज़्यादा वक्त तक फ़्रिज में खाना रखने से वो सेहत के लिए ख़तरनाक भी हो सकता है? मगर कैसे? फ़िट ज़िंदगी के एपिसोड में इसी बारे में जानिए.

  • user_User4707
    User4707
    Patarghat, Saharsa
    🙏
    on 29 August
  • user_User10595
    User10595
    Allahabad, Prayagraj
    🙏
    on 29 August
  • user_Rajebul Khan
    Rajebul Khan
    लोहरदग्गा
    😤
    on 27 August
  • user_User4708
    User4708
    Hasanpur, Samastipur
    💣
    on 25 August
  • user_User5069
    User5069
    Paonta Sahib, Sirmaur
    😍
    on 25 August
  • user_User2580
    User2580
    Vijayraghavgarh, Katni
    😂
    on 25 August
  • user_User5791
    User5791
    Pendra Road Gorella, Gaurella Pendra Marwahi
    🤝
    on 25 August
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  • ब्लॉक टोडरपुर की ग्राम पंचायत बजरिया में मनरेगा घोटाले का खुलासा,साढे 5 लाख की लागत से निजी खेतों में बने तालाब कागजों तक सीमित हरदोई। ब्लॉक टोडरपुर की ग्राम पंचायत बजरिया में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत कराए गए कार्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। निजी खेतों में तालाब खुदाई के नाम पर लाखों रुपये का भुगतान कर दिया गया, लेकिन मौके पर तालाब की जगह आज भी धूल उड़ती नजर आ रही है। तीन तालाबों के निर्माण में करीब साढ़े पांच लाख रुपये खर्च दिखाए गए, जबकि जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 में ग्राम पंचायत बजरिया में पूर्व प्रधान द्वारा एक ही परिवार के तीन सगे भाइयों के खेतों में तालाब खुदाई का कार्य दिखाया गया। पहला तालाब कौशल किशोर पुत्र मगरे लाल के खेत में बनाया जाना दर्शाया गया,जिसकी लागत एक लाख 83 हजार 915 रुपये बताई गई। दूसरा तालाब प्रमोद कुमार पुत्र मगरे के खेत में दिखाया गया,जिस पर एक लाख 83 हजार 341 रुपये खर्च होने का उल्लेख है। तीसरा तालाब देशराज पुत्र मगरे के खेत में दर्शाया गया, जिसकी लागत एक लाख 74 हजार 870 रुपये दिखाई गई। इन तीनों कार्यों पर कुल मिलाकर लगभग साढ़े पांच लाख रुपये से अधिक का भुगतान किया गया। हैरानी की बात यह है कि जिन खेतों में तालाब निर्माण दर्शाया गया है, वहां आज भी किसी प्रकार का तालाब मौजूद नहीं है। ग्रामीणों के अनुसार,न तो कभी खुदाई मशीनें आईं और न ही मजदूरों ने वहां काम किया। केवल कागजों में तालाब खुदाई दिखाकर सरकारी धन का गबन कर लिया गया। खेतों में जहां तालाब होना चाहिए, वहां समतल जमीन और उड़ती धूल इस कथित विकास कार्य की पोल खोल रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस पूरे घोटाले को अंजाम तत्कालीन ग्राम प्रधान और तत्कालीन ग्राम सचिव की मिलीभगत से दिया गया। मनरेगा के नाम पर मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाई गई, मस्टर रोल तैयार किए गए और बिना काम कराए भुगतान करा लिया गया। जिन लाभार्थियों के नाम पर तालाब दिखाए गए, वे सभी आपस में सगे भाई हैं, जिससे पूरे प्रकरण पर सवाल और गहरे हो जाते हैं। मनरेगा जैसी महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराना और जल संरक्षण जैसे कार्यों को बढ़ावा देना है, लेकिन बजरिया ग्राम पंचायत में इस योजना को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया गया। तालाब निर्माण जैसे महत्वपूर्ण कार्य,जो किसानों और गांव के लिए जीवनरेखा साबित हो सकते थे,केवल फाइलों तक सीमित रह गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कराई गई तो ऐसे घोटाले आगे भी होते रहेंगे। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी और उच्चाधिकारियों से मांग की है कि पूरे प्रकरण की जांच कराई जाए, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और गबन की गई धनराशि की रिकवरी की जाए। अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी इस मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं। यदि जांच हुई तो न केवल ग्राम पंचायत स्तर की कार्यप्रणाली पर सवाल उठेंगे, बल्कि मनरेगा योजना के क्रियान्वयन की सच्चाई भी सामने आएगी। फिलहाल बजरिया ग्राम पंचायत में मनरेगा के नाम पर उड़ रही धूल सरकारी तंत्र की लापरवाही और भ्रष्टाचार की गवाही दे रही है।
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    ब्लॉक टोडरपुर की ग्राम पंचायत बजरिया में मनरेगा घोटाले का खुलासा,साढे 5 लाख की लागत से निजी खेतों में बने तालाब कागजों तक सीमित
हरदोई।
ब्लॉक टोडरपुर की ग्राम पंचायत बजरिया में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत कराए गए कार्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। निजी खेतों में तालाब खुदाई के नाम पर लाखों रुपये का भुगतान कर दिया गया, लेकिन मौके पर तालाब की जगह आज भी धूल उड़ती नजर आ रही है। तीन तालाबों के निर्माण में करीब साढ़े पांच लाख रुपये खर्च दिखाए गए, जबकि जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 में ग्राम पंचायत बजरिया में पूर्व प्रधान द्वारा एक ही परिवार के तीन सगे भाइयों के खेतों में तालाब खुदाई का कार्य दिखाया गया। पहला तालाब कौशल किशोर पुत्र मगरे लाल के खेत में बनाया जाना दर्शाया गया,जिसकी लागत एक लाख 83 हजार 915 रुपये बताई गई। दूसरा तालाब प्रमोद कुमार पुत्र मगरे के खेत में दिखाया गया,जिस पर एक लाख 83 हजार 341 रुपये खर्च होने का उल्लेख है। तीसरा तालाब देशराज पुत्र मगरे के खेत में दर्शाया गया, जिसकी लागत एक लाख 74 हजार 870 रुपये दिखाई गई। इन तीनों कार्यों पर कुल मिलाकर लगभग साढ़े पांच लाख रुपये से अधिक का भुगतान किया गया।
हैरानी की बात यह है कि जिन खेतों में तालाब निर्माण दर्शाया गया है, वहां आज भी किसी प्रकार का तालाब मौजूद नहीं है। ग्रामीणों के अनुसार,न तो कभी खुदाई मशीनें आईं और न ही मजदूरों ने वहां काम किया। केवल कागजों में तालाब खुदाई दिखाकर सरकारी धन का गबन कर लिया गया। खेतों में जहां तालाब होना चाहिए, वहां समतल जमीन और उड़ती धूल इस कथित विकास कार्य की पोल खोल रही है।
ग्रामीणों का आरोप है कि इस पूरे घोटाले को अंजाम तत्कालीन ग्राम प्रधान और तत्कालीन ग्राम सचिव की मिलीभगत से दिया गया। मनरेगा के नाम पर मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाई गई, मस्टर रोल तैयार किए गए और बिना काम कराए भुगतान करा लिया गया। जिन लाभार्थियों के नाम पर तालाब दिखाए गए, वे सभी आपस में सगे भाई हैं, जिससे पूरे प्रकरण पर सवाल और गहरे हो जाते हैं।
मनरेगा जैसी महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराना और जल संरक्षण जैसे कार्यों को बढ़ावा देना है, लेकिन बजरिया ग्राम पंचायत में इस योजना को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया गया। तालाब निर्माण जैसे महत्वपूर्ण कार्य,जो किसानों और गांव के लिए जीवनरेखा साबित हो सकते थे,केवल फाइलों तक सीमित रह गए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कराई गई तो ऐसे घोटाले आगे भी होते रहेंगे। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी और उच्चाधिकारियों से मांग की है कि पूरे प्रकरण की जांच कराई जाए, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और गबन की गई धनराशि की रिकवरी की जाए।
अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी इस मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं। यदि जांच हुई तो न केवल ग्राम पंचायत स्तर की कार्यप्रणाली पर सवाल उठेंगे, बल्कि मनरेगा योजना के क्रियान्वयन की सच्चाई भी सामने आएगी। फिलहाल बजरिया ग्राम पंचायत में मनरेगा के नाम पर उड़ रही धूल सरकारी तंत्र की लापरवाही और भ्रष्टाचार की गवाही दे रही है।
    user_संतोष तिवारी ब्यूरो चीफ दैनिक विश्ववार्ता समाचार पत्र हरदोई यूपी
    संतोष तिवारी ब्यूरो चीफ दैनिक विश्ववार्ता समाचार पत्र हरदोई यूपी
    Reporter Uttar Pradesh•
    3 hrs ago
  • कवियत्री सोनी शुक्ला क्रांति लखनऊ उत्तर प्रदेश लखनऊ #हाईलाइट
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    कवियत्री सोनी शुक्ला क्रांति लखनऊ उत्तर प्रदेश लखनऊ #हाईलाइट
    user_Soni Shukla
    Soni Shukla
    Police Officer Sadar, Lucknow•
    8 hrs ago
  • लखनऊ नगर निगम जोन 6 जोन 6 सफाई कर्मचारियों की अदभुत कार्यशैली , रोड की सफाई में भी भेदभाव, जोन 6 मल्लाहिटोला वार्ड अंतर्गत मिश्रीबाग की कुछ गलियों में सफाई कर्मचारी द्वारा चलाया जा रहा है सफाई का अद्भुत अभियान , यहां की गलियों में सफाई कर्मचारी मनमाने ढंग से अदभुत तरीके से गलियों की शुरुवात में ही सफाई कर फोटो खींच हो जाते है गायब , कभी भी पूरी गलियों में ना ही होती है सड़कों की सफाई , न ही नालियों में होती है किसी प्रकार की भी सफाई , आखिर किस प्रकार की कार्यशैली से काम कर रहा है लखनऊ नगर निगम जोन 6 , क्या यह सफाई बस फोटो वीडियो बनाने तक ही सीमित है , या फिर शुरुवात में बने घरों से इन कर्मचारियों का कोई अनोखा रिश्ता है ?
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    लखनऊ 
नगर निगम जोन 6 
जोन 6 सफाई कर्मचारियों  की अदभुत कार्यशैली ,  रोड की सफाई में भी भेदभाव,
जोन 6 मल्लाहिटोला वार्ड अंतर्गत  मिश्रीबाग की कुछ गलियों में सफाई कर्मचारी  द्वारा चलाया जा रहा है सफाई का अद्भुत अभियान ,
यहां की गलियों में सफाई कर्मचारी मनमाने ढंग से अदभुत तरीके से गलियों की शुरुवात  में ही सफाई कर फोटो खींच हो जाते है गायब ,  
कभी भी पूरी गलियों में ना ही होती है सड़कों की सफाई , न ही नालियों में होती है  किसी प्रकार की भी सफाई , 
आखिर किस प्रकार की कार्यशैली से काम कर रहा है लखनऊ नगर निगम जोन 6 , क्या यह सफाई बस फोटो वीडियो बनाने तक ही सीमित है ,  या फिर  शुरुवात में बने घरों से इन कर्मचारियों का कोई अनोखा रिश्ता है ?
    user_Sonu Pal
    Sonu Pal
    Journalist Lucknow, Uttar Pradesh•
    11 hrs ago
  • MAA ANANDI news UPDET 👍
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    MAA ANANDI news UPDET 👍
    user_#MAA ANANDI NEWS (Anurag Dwivedi)
    #MAA ANANDI NEWS (Anurag Dwivedi)
    Media company Lucknow, Uttar Pradesh•
    20 hrs ago
  • केंद्रीय चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी घोषित किया... पूरी चुनाव प्रक्रिया पूरी.. भाजपा के नए अध्यक्ष बने पंकज चौधरी... लखनऊ- पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश भाजपा के 17 वें प्रदेश अध्यक्ष घोषित किए गए संगठन पर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचन समारोह में पंकज चौधरी को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया गया उत्तर प्रदेश भाजपा के 17 वें प्रदेश अध्यक्ष घोषित किए गए पंकज चौधरी महाराजगंज से 7 बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं पंकज चौधरी यूपी बीजेपी के बड़े कुर्मी चेहरे हैं पंकज चौधरी
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    केंद्रीय चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने   नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी घोषित किया...
पूरी  चुनाव प्रक्रिया  पूरी.. भाजपा के नए अध्यक्ष बने पंकज  चौधरी...
लखनऊ- पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश भाजपा के 17 वें प्रदेश अध्यक्ष घोषित किए गए 
संगठन पर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचन समारोह में पंकज चौधरी को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया गया 
उत्तर प्रदेश भाजपा के 17 वें प्रदेश अध्यक्ष घोषित किए गए पंकज चौधरी 
महाराजगंज से 7 बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं पंकज चौधरी
यूपी बीजेपी के बड़े कुर्मी चेहरे हैं पंकज चौधरी
    user_Mamta singh Up beuro chief namo TV live
    Mamta singh Up beuro chief namo TV live
    Journalist Sarojani Nagar, Lucknow•
    8 hrs ago
  • उत्तर प्रदेश में बीजेपी नेताओं के बीच में वाकई में तालमेल की कमी साफ नजर आ रही है तभी तो समाजवादी पार्टी पर विश्वास बढ़ते जा रहा है अखिलेश यादव एक बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे बोले समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय प्रवक्ता सर्वेश त्रिपाठी राजपथ न्यूज़ पर
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    उत्तर प्रदेश में बीजेपी नेताओं के बीच में वाकई में तालमेल की कमी साफ नजर आ रही है तभी तो समाजवादी पार्टी पर विश्वास बढ़ते जा रहा है अखिलेश यादव एक बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे बोले समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय प्रवक्ता सर्वेश त्रिपाठी राजपथ न्यूज़ पर
    user_Rajpath News
    Rajpath News
    Journalist Bakshi Ka Talab, Lucknow•
    9 hrs ago
  • samohik Vivah sapan hogy
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    samohik Vivah sapan  hogy
    user_A k Rawat
    A k Rawat
    Malihabad, Lucknow•
    6 hrs ago
  • कवियत्री सोनी शुक्ला क्रांति लखनऊ उत्तर प्रदेश लखनऊ #हाईलाइट
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    कवियत्री सोनी शुक्ला क्रांति लखनऊ उत्तर प्रदेश लखनऊ #हाईलाइट
    user_Soni Shukla
    Soni Shukla
    Police Officer Sadar, Lucknow•
    8 hrs ago
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