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तहसील अमरपाटन शिव मंदिर
रोहित कुमार पाठक
तहसील अमरपाटन शिव मंदिर
- Zulfiqar AlamBaisa, Purnia🙏on 29 August
More news from Shahdol and nearby areas
- शहडोल ब्यौहारी से दुर्गेश कुमार की रिपोर्ट1
- *लोकेसन कटनी* *कड़ाके की ठंड को देखते हुए समाजसेवियों ने बढ़ाया हाथ, सार्वजनिक स्थलों पर जलवाए अलाव* एंकर,,,,,,उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण पूरे प्रदेश सहित कटनी जिले में भी कड़ाके की ठंड का प्रकोप जारी है। जिले का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुँच जाने के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस कड़ाके की ठंड में आम जनमानस और मुसाफिरों को राहत देने के लिए 'समाज सेवा विकास संस्था' की टीम एक बार फिर आगे आई है। शनिवार को संस्था के सदस्यों ने बड़वारा क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था कराई। इन प्रमुख स्थानों पर हुई व्यवस्था राहगीरों और मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए संस्था ने योजनाबद्ध तरीके से लकड़ियों का इंतजाम किया। समाजसेवियों ने मुख्य रूप से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र यहाँ रात के समय आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को ठंड से बड़ी राहत मिलेगी। रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड में ठिठुरते हुए यात्रियों के लिए यह अलाव किसी वरदान से कम साबित नहीं होगो। बड़वारा थाना परिसर व लोक सेवा केंद्र में अपने कार्यों से आने वाले ग्रामीणों को ठंड से बचने का सहारा मिलेगा रूपोंद रोड़ बास्टेण्ड में आवागमन करने वाले राहगीरों के लिए भी अलग-अलग पॉइंट पर लकड़ियों का ढेर रखकर अलाव जलाए गे संस्था की ओर से समाजसेवी पूजा सिंह ने बताया कि समाज सेवा विकास संस्था' का मुख्य उद्देश्य ही जनसेवा है। उन्होंने कहा,पारा गिरने के कारण लोग ठिठुरने को मजबूर हैं। हमारी टीम ने पूर्व में भी अलाव की व्यवस्था की थी और वर्तमान स्थितियों को देखते हुए आज पुन: अस्पताल, रेलवे स्टेशन, थाना परिसर और बस स्टैंड जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में अलाव जलाए गए हैं। आने वाले दिनों में यदि ठंड और बढ़ती है, तो संस्था इस अभियान को और विस्तार देगी। अस्पताल और स्टेशन पर मौजूद लोगों ने समाजसेवियों की इस पहल की सराहना की है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि प्रशासन के साथ-साथ जब सामाजिक संस्थाएं इस तरह की जिम्मेदारी उठाती हैं, तो बेसहारा और राहगीरों को विषम परिस्थितियों में संबल मिलता है। अलाव जलने से न केवल ठंड से राहत मिली, बल्कि देर शाम बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर सन्नाटे के बीच लोग अलाव के इर्द-गिर्द राहत महसूस करते नजर आए। बाइट-01 समाजसेवी बबीता सिंह4
- *यातायात पुलिस द्वारा शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों के विरूद्ध की गयी कार्यवाही* पुलिस मुख्यालय पी0टी0आर0आई0 भोपाल म0प्र0 के आदेशानुसार, पुलिस अधीक्षक पन्ना श्रीमती निवेदिता नायडू ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्ना श्रीमती वंदना सिंह चौहान व अनु विभागीय अधिकारी पुलिस पन्ना एस.पी.सिंह बघेल के दिशा निर्देशन में थाना प्रभारी यातायात निरीक्षक नीलम लक्षकार द्वारा जिले में बढती सड़क दुर्घटनाओं व उनमें होने वाली मृत्युदर को कमी लाये जाने हेतु, सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए शराब के नशे मे वाहन चलाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान संचालित कर लगातार बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट, शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालको के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है । दौरान वाहन चैकिंग के 25 वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही कर 19500 / - रूपये बसूल किया गया तथा 03 ट्रक चालकों को ब्रीथ एनालाईजर मशीन द्वारा चेक किया नशे की हालत में वाहन चलाते पाये गये, जिनके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा ।3
- पन्ना गुनौर विधानसभा में विकास को मिलेगी नई रफ्तार विधायक डॉ. राजेश वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुनी जनसमस्याएं1
- शिकार समझकर सामने लगे हिरण के पोस्टर पर मगरमच्छ टूट पड़ा। पूरी ताकत लगाने के बाद भी जब उसे समझ आया कि यह असली शिकार नहीं बल्कि सिर्फ एक पोस्टर है, तब तक देर हो चुकी थी। न शिकार मिला, न इज़्ज़त बची। इस मज़ेदार पल का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग बेचारे मगरमच्छ के लिए हंसते-हंसते तरस भी खा रहे हैं। #ViralVideo #FunnyReels #Wildlife #Crocodile #PosterFail #FunnyMoment #InternetLaughs1
- यूपी के जिला बदायूं में 4 बदमाशों ने ज्वेलरी शॉप लूट ली। बदमाशों ने हथियार दिखाकर भागना चाहा। पब्लिक ने हिम्मत दिखाकर 3 बदमाश पकड़ लिए। उन्हें इतना पीटा कि सिर फट गए। चौथा बदमाश भाग निकला।1
- Post by Durgesh Kumar Gupta1
- *दतला नदी में अवैध रेत उत्खनन पर बड़ी कार्रवाई* *माइनिंग-पुलिस की संयुक्त दबिश से चार ट्रैक्टर जब्त* *माफियाओं में हड़कंप* ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र के अंतर्गत दतला नदी घाटों में लंबे समय से चल रहे अवैध रेत उत्खनन पर प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। माइनिंग विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने दबिश देकर अवैध रूप से रेत का उत्खनन और परिवहन करते हुए चार ट्रैक्टरों को पकड़कर ज़प्त किय और सिलौड़ी चौकी में सुरक्षार्थ रखा गया है। इस कार्रवाई से क्षेत्र के रेत माफियाओं में हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र के विभिन्न नदी घाटों से लंबे समय से अवैध रूप से रेत निकासी की जा रही थी। जिससे शासन को लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा था। लगातार शिकायतों के बाद यह मामला कटनी कलेक्टर आशीष तिवारी एवं पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा तक पहुंचा, जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर संयुक्त कार्रवाई की योजना बनाई गई। ढीमरखेडा थाना प्रभारी अभिषेक चौबे ने बताया कि पुलिस द्वारा अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ लगातार दबिश दी जा रही थी, लेकिन पुलिस की भनक लगते ही माफिया मौके से फरार हो जाते थे। बुधवार को माइनिंग इंस्पेक्टर कमलेश परस्ते, पवन कुशवाह के नेतृत्व में माइनिंग विभाग की टीम के साथ टी आई ढीमरखेडा अभिषेक चौबे के नेतृत्व वाले पुलिस बल ने दतला नदी घाट में अचानक दबिश दी। कार्रवाई के दौरान दतला घाट, बम्होरी गांव के पास अवैध रूप से रेत उत्खनन करते हुए चार ट्रैक्टर पकड़े गए, जिन्हें सिलौड़ी चौकी में लाकर जब्त किया गया। पुलिस और माइनिंग विभाग की इस संयुक्त कार्रवाई को लेकर आमजन में संतोष देखा जा रहा है। वहीं अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ आगे भी सख्त अभियान जारी रहेगा और किसी भी स्थिति में माफियाओं को बख्शा नहीं जाएगा।4
- धान खरीदी केंद्र बहादुरगंज में किसानों की मुसीबत: सहकारी समिति में धान का ढेर, ट्रांसपोर्ट की कमी से हाहाकार! अजयगढ- प्राथमिक शाख सहकारी समिति मर्यादित शान गुरैया केंद्र में इन दिनों धान का अम्बार लगा हुआ है, लेकिन ट्रांसपोर्ट की कमी ने किसानों की कमर तोड़ दी है। सैकड़ों किसान अपनी मेहनत की उपज को रखने और तुलवाने के लिए घंटों इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। किसान बताते हैं कि धान के ढेर बढ़ते जा रहे हैं, जिससे नमी और खराबी का खतरा मंडरा रहा है। ऊपर से ग्रेडर मशीन का इस्तेमाल करके धान को प्रोसेस किया जा रहा है, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। "हमारी फसल बर्बाद हो रही है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा," एक किसान ने दर्द बयां किया। स्थानीय किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था नहीं की गई, तो आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। क्या अधिकारियों की नींद अब खुलेगी? या किसानों की मेहनत यूं ही बर्बाद होती रहेगी?4