झाँसी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी सीताराम आजाद की 34वीं पुण्यतिथि के अवसर पर पत्रकार भवन प्रांगण स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष 4 दिसंबर को उनकी पुण्यतिथि पर आयोजित किया जाता है। कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी सीताराम आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं विचार गोष्ठी आयोजित की गई है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी डॉ० संदीप सरावगी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन "आदित्य" सम्मिलित रहे। अतिथिद्वय के आगमन पर आयोजक मंडल द्वारा तिलक व माल्यार्पण कर अतिथियों का स्वागत किया गया तत्पश्चात स्वतंत्रता सेनानी सीताराम आजाद की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया गया। अन्य सम्मानित अतिथियों में मनोज गुप्ता अध्यक्ष शहर कांग्रेस,अरविंद वशिष्ठ, बलवान यादव, प्रागी लाल राजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा स्वाधीनता संग्राम में सीताराम आजाद के योगदान पर विचार व्यक्त किए गये। इस अवसर पर डॉ० संदीप ने कहा सीताराम आजाद का नाम ही क्रांति से ओतप्रोत है। जहां भगवान राम ने समाज व माता सीता की मर्यादा को बचाये रखने के लिए युद्ध किया था वहीं चंद्रशेखर आजाद ने देश की अस्मिता को बचाने के लिए अंग्रेजों से लोहा लिया। प्रत्येक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ने अपने देश के लिए युद्ध कर अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया यह उन्होंने किसी समाज या विशेष वर्ग के लिए नहीं अपितु देश की अस्मिता बचाने व पुनर्निर्माण के लिए किया था। उनके द्वारा दिए बलिदानों का उद्देश्य यही था कि हम सभी मिलजुल कर देश को प्रगतिपथ पर प्रशस्त करने का कार्य करें। लेकिन आज के युग में हम विभिन्न वर्गों में बट गये हैं जो हमारे लिए चिंता का विषय है। वर्तमान समय में कई लोग जाति व्यवस्था का विरोध कर सबको एक समान देखने लगे हैं और कई राजनेता व धर्मगुरु इसके लिए लोगों को प्रेरित भी कर रहे हैं। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों से मैं व्यक्तिगत अनुरोध करना चाहूँगा कि आप भी जाति बंधन से ऊपर उठकर देश हित में अपना योगदान दें। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने कहा हमने अपने कार्यकाल में पत्रकार साथियों और समाज के वरिष्ठजनों के सहयोग से पत्रकार भवन प्रांगण में स्वतंत्रता सेनानी सीताराम आजाद की मूर्ति की स्थापना कराई थी आगे हम जल्दी ही सीताराम आजाद जी द्वारा उपयोग में लाई जाने वाली वस्तुओं के संग्रह के लिए एक उचित स्थान के निर्माण की मांग रखेंगे।
झाँसी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी सीताराम आजाद की 34वीं पुण्यतिथि के अवसर पर पत्रकार भवन प्रांगण स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष 4 दिसंबर को उनकी पुण्यतिथि पर आयोजित किया जाता है। कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी सीताराम आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं विचार गोष्ठी आयोजित की गई है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी डॉ० संदीप सरावगी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन "आदित्य" सम्मिलित रहे। अतिथिद्वय के आगमन पर आयोजक मंडल द्वारा तिलक व माल्यार्पण कर अतिथियों का स्वागत किया गया तत्पश्चात स्वतंत्रता सेनानी सीताराम आजाद की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया गया। अन्य सम्मानित अतिथियों में मनोज गुप्ता अध्यक्ष शहर कांग्रेस,अरविंद वशिष्ठ, बलवान यादव, प्रागी लाल राजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा स्वाधीनता संग्राम में सीताराम आजाद के योगदान पर विचार व्यक्त किए गये। इस अवसर पर डॉ० संदीप ने कहा सीताराम आजाद का नाम ही क्रांति से ओतप्रोत है। जहां भगवान राम ने समाज व माता सीता की मर्यादा को बचाये रखने के लिए युद्ध किया था वहीं चंद्रशेखर आजाद ने देश की अस्मिता को बचाने के लिए अंग्रेजों से लोहा लिया। प्रत्येक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ने अपने देश के लिए युद्ध कर अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया यह उन्होंने किसी समाज या विशेष वर्ग के लिए नहीं अपितु देश की अस्मिता बचाने व पुनर्निर्माण के लिए किया था। उनके द्वारा दिए बलिदानों का उद्देश्य यही था कि हम सभी मिलजुल कर देश को प्रगतिपथ पर प्रशस्त करने का कार्य करें। लेकिन आज के युग में हम विभिन्न वर्गों में बट गये हैं जो हमारे लिए चिंता का विषय है। वर्तमान समय में कई लोग जाति व्यवस्था का विरोध कर सबको एक समान देखने लगे हैं और कई राजनेता व धर्मगुरु इसके लिए लोगों को प्रेरित भी कर रहे हैं। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों से मैं व्यक्तिगत अनुरोध करना चाहूँगा कि आप भी जाति बंधन से ऊपर उठकर देश हित में अपना योगदान दें। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने कहा हमने अपने कार्यकाल में पत्रकार साथियों और समाज के वरिष्ठजनों के सहयोग से पत्रकार भवन प्रांगण में स्वतंत्रता सेनानी सीताराम आजाद की मूर्ति की स्थापना कराई थी आगे हम जल्दी ही सीताराम आजाद जी द्वारा उपयोग में लाई जाने वाली वस्तुओं के संग्रह के लिए एक उचित स्थान के निर्माण की मांग रखेंगे।
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- झाँसी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी सीताराम आजाद की 34वीं पुण्यतिथि के अवसर पर पत्रकार भवन प्रांगण स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष 4 दिसंबर को उनकी पुण्यतिथि पर आयोजित किया जाता है। कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी सीताराम आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं विचार गोष्ठी आयोजित की गई है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी डॉ० संदीप सरावगी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन "आदित्य" सम्मिलित रहे। अतिथिद्वय के आगमन पर आयोजक मंडल द्वारा तिलक व माल्यार्पण कर अतिथियों का स्वागत किया गया तत्पश्चात स्वतंत्रता सेनानी सीताराम आजाद की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया गया। अन्य सम्मानित अतिथियों में मनोज गुप्ता अध्यक्ष शहर कांग्रेस,अरविंद वशिष्ठ, बलवान यादव, प्रागी लाल राजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा स्वाधीनता संग्राम में सीताराम आजाद के योगदान पर विचार व्यक्त किए गये। इस अवसर पर डॉ० संदीप ने कहा सीताराम आजाद का नाम ही क्रांति से ओतप्रोत है। जहां भगवान राम ने समाज व माता सीता की मर्यादा को बचाये रखने के लिए युद्ध किया था वहीं चंद्रशेखर आजाद ने देश की अस्मिता को बचाने के लिए अंग्रेजों से लोहा लिया। प्रत्येक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ने अपने देश के लिए युद्ध कर अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया यह उन्होंने किसी समाज या विशेष वर्ग के लिए नहीं अपितु देश की अस्मिता बचाने व पुनर्निर्माण के लिए किया था। उनके द्वारा दिए बलिदानों का उद्देश्य यही था कि हम सभी मिलजुल कर देश को प्रगतिपथ पर प्रशस्त करने का कार्य करें। लेकिन आज के युग में हम विभिन्न वर्गों में बट गये हैं जो हमारे लिए चिंता का विषय है। वर्तमान समय में कई लोग जाति व्यवस्था का विरोध कर सबको एक समान देखने लगे हैं और कई राजनेता व धर्मगुरु इसके लिए लोगों को प्रेरित भी कर रहे हैं। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों से मैं व्यक्तिगत अनुरोध करना चाहूँगा कि आप भी जाति बंधन से ऊपर उठकर देश हित में अपना योगदान दें। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने कहा हमने अपने कार्यकाल में पत्रकार साथियों और समाज के वरिष्ठजनों के सहयोग से पत्रकार भवन प्रांगण में स्वतंत्रता सेनानी सीताराम आजाद की मूर्ति की स्थापना कराई थी आगे हम जल्दी ही सीताराम आजाद जी द्वारा उपयोग में लाई जाने वाली वस्तुओं के संग्रह के लिए एक उचित स्थान के निर्माण की मांग रखेंगे।1
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