कैश पिकअप कर्मी को गोली मारकर लूट करनें में फरार दो ईनामी चचेरे भाई गिरफ्तार, पुलिस नें बरामद की लूटी गयी रकम और पिस्टल, मामले का मास्टर माइंड पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है| फर्रुखाबाद: कैश पिकअप कर्मी को गोली मारकर लूट करने के दो फरार ईनामी चचेरे भाईयों को पुलिस नें दबोच लिया| पुलिस को उनके पास में प्रयोग की गयी पिस्टल व लूटी गयी नकदी भी बरामद कर ली है| दरअसल कोतवाली मोहम्मदाबाद के ग्राम सकवाई राजेश पुत्र कप्तान लाल के साथ विगत 15 दिसंबर को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर लगभग 7 लाख की नगदी लूट ली गई थी | घटना के मास्टर माइंड कपिल कुमार पुत्र कर्मवीर सिंह निवासी जरौठा बलदेव मथुरा को पुलिस नें 1,84,500, एक मोबाइल, ड्राइविंग लाइसेंस व एक पर्स आदिके साथ 21 दिसंबर को गिरफ्तार किया था| जबकि उसका छोटा भाई छोटे भाई निखिल व चचेरे भाई मनीश सिकरवार पुत्र सोबरन सिंह फरार थे| एसपी आरती सिंह नें उनके ऊपर 25-25 हजार का ईनाम घोषित किया था| मंगलवार को पुलिस नें आरोपी फरार निखिल पुत्र कर्मवीर व उसके चचेरे भाई मनीश सिकरवार को गिरफ्तार किया| अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार नें बताया की पकड़े गये दोनों आरोपियों के पास से 5,32,888 लाख की लूटी गयी रकम, एक पिस्टल, दो जिन्दा कारतूस, एक बाइक बरामद की| पुलिस नें अब तक 7,17,388 रूपये की रकम बरामद की है| पुलिस के अनुसार, लूट की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी अपने साथी के साथ भाग गए थे और अपने गांव में छिप गए थे| पुलिस नें उनकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की थीं और उनकी तलाश में कई जगहों पर छापेमारी की गई थी| आखिरकार पुलिस को सफलता मिली और दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए| पुलिस नें आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा
कैश पिकअप कर्मी को गोली मारकर लूट करनें में फरार दो ईनामी चचेरे भाई गिरफ्तार, पुलिस नें बरामद की लूटी गयी रकम और पिस्टल, मामले का मास्टर माइंड पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है| फर्रुखाबाद: कैश पिकअप कर्मी को गोली मारकर लूट करने के दो फरार ईनामी चचेरे भाईयों को पुलिस नें दबोच लिया| पुलिस को उनके पास में प्रयोग की गयी पिस्टल व लूटी गयी नकदी भी बरामद कर ली है| दरअसल कोतवाली मोहम्मदाबाद के ग्राम सकवाई राजेश पुत्र कप्तान लाल के साथ विगत 15 दिसंबर को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर लगभग 7 लाख की नगदी लूट ली गई थी | घटना के मास्टर माइंड कपिल कुमार पुत्र कर्मवीर सिंह निवासी जरौठा बलदेव मथुरा को पुलिस नें 1,84,500, एक मोबाइल, ड्राइविंग लाइसेंस व एक पर्स आदिके साथ 21 दिसंबर को गिरफ्तार किया था| जबकि उसका छोटा भाई छोटे भाई निखिल व चचेरे भाई मनीश सिकरवार पुत्र सोबरन सिंह फरार थे| एसपी आरती सिंह नें उनके ऊपर 25-25 हजार का ईनाम घोषित किया था| मंगलवार को पुलिस नें आरोपी फरार निखिल पुत्र कर्मवीर व उसके चचेरे भाई मनीश सिकरवार को गिरफ्तार किया| अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार नें बताया की पकड़े गये दोनों आरोपियों के पास से 5,32,888 लाख की लूटी गयी रकम, एक पिस्टल, दो जिन्दा कारतूस, एक बाइक बरामद की| पुलिस नें अब तक 7,17,388 रूपये की रकम बरामद की है| पुलिस के अनुसार, लूट की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी अपने साथी के साथ भाग गए थे और अपने गांव में छिप गए थे| पुलिस नें उनकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की थीं और उनकी तलाश में कई जगहों पर छापेमारी की गई थी| आखिरकार पुलिस को सफलता मिली और दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए| पुलिस नें आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा
- विरोध में आज हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं ने आवास विकास स्थित लोहिया मूर्ति से आवास विकास तिराहे तक कैंडल मार्च निकाला। इसके उपरांत बांग्लादेश का पुतला दहन कर रोष प्रकट किया गया। पुतला फूँकने को लेकर पुलिस से नोकझोंक हुई|कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथों में मोमबत्तियां लेकर नारेबाजी की और भारत सरकार से बांग्लादेश के विरुद्ध कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की। वक्ताओं ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हो रहे हमलेi मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन हैं, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।इस मौके पर हिन्दू महासभा के युवा प्रदेश अध्यक्ष विमलेश मिश्रा, जिलाध्यक्ष क्रान्ति पाठक सहित विशाल गंगवार, अनमोल पाण्डेय, अमन दुबे, अशोक, अभय चौहान, रवि, सतेंद्र नारायण, आदित्य, श्यामजी, ललित, पंकज, रानू, राहुल, दीपक आदि रहे।1
- कैश पिकअप कर्मी को गोली मारकर लूट करनें में फरार दो ईनामी चचेरे भाई गिरफ्तार, पुलिस नें बरामद की लूटी गयी रकम और पिस्टल, मामले का मास्टर माइंड पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है| फर्रुखाबाद: कैश पिकअप कर्मी को गोली मारकर लूट करने के दो फरार ईनामी चचेरे भाईयों को पुलिस नें दबोच लिया| पुलिस को उनके पास में प्रयोग की गयी पिस्टल व लूटी गयी नकदी भी बरामद कर ली है| दरअसल कोतवाली मोहम्मदाबाद के ग्राम सकवाई राजेश पुत्र कप्तान लाल के साथ विगत 15 दिसंबर को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर लगभग 7 लाख की नगदी लूट ली गई थी | घटना के मास्टर माइंड कपिल कुमार पुत्र कर्मवीर सिंह निवासी जरौठा बलदेव मथुरा को पुलिस नें 1,84,500, एक मोबाइल, ड्राइविंग लाइसेंस व एक पर्स आदिके साथ 21 दिसंबर को गिरफ्तार किया था| जबकि उसका छोटा भाई छोटे भाई निखिल व चचेरे भाई मनीश सिकरवार पुत्र सोबरन सिंह फरार थे| एसपी आरती सिंह नें उनके ऊपर 25-25 हजार का ईनाम घोषित किया था| मंगलवार को पुलिस नें आरोपी फरार निखिल पुत्र कर्मवीर व उसके चचेरे भाई मनीश सिकरवार को गिरफ्तार किया| अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार नें बताया की पकड़े गये दोनों आरोपियों के पास से 5,32,888 लाख की लूटी गयी रकम, एक पिस्टल, दो जिन्दा कारतूस, एक बाइक बरामद की| पुलिस नें अब तक 7,17,388 रूपये की रकम बरामद की है| पुलिस के अनुसार, लूट की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी अपने साथी के साथ भाग गए थे और अपने गांव में छिप गए थे| पुलिस नें उनकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की थीं और उनकी तलाश में कई जगहों पर छापेमारी की गई थी| आखिरकार पुलिस को सफलता मिली और दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए| पुलिस नें आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा1
- CITY NEWS: पुलिस ने लूट करने वाले दो फरार इनामी चचेरे भाईयों को किया गिरफ्तार1
- फर्रुखाबाद में नगर पालिका की खुली पोल,सही समय पर अलाव ना रखने से आवास विकास तिराहे पर लोगों में नाराजगी लोग जले हुए पुतले पर हाथ सेकने पर मजबूर1
- परमिशन के बावजूद ट्रैक्टर सीज, भाकियू अखंड प्रदेश का तहसील परिसर में धरना—तहसीलदार पर भ्रष्टाचार व खनन माफियाओं को संरक्षण देने के आरोप अमृतपुर (फर्रुखाबाद) भारतीय किसान यूनियन अखंड प्रदेश के एक कार्यकर्ता द्वारा निजी घर में मिट्टी डालने के लिए विधिवत अनुमति लिए जाने के बावजूद अमृतपुर तहसीलदार द्वारा ट्रैक्टर पकड़कर कार्रवाई किए जाने का मामला सामने आया है। इसी के विरोध में मंगलवार को बड़ी संख्या में भाकियू अखंड प्रदेश के कार्यकर्ता अमृतपुर तहसील परिसर पहुंचे और धरना-प्रदर्शन पर बैठ गए। किसानों ने तहसीलदार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि तहसील क्षेत्र में खनन माफियाओं को खुला संरक्षण दिया जा रहा है। डंपरों द्वारा ओवरलोडिंग कर मिट्टी के नाम पर बालू की बिक्री की जा रही है, जबकि अवैध खनन और ओवरलोडिंग पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। किसानों का आरोप है कि अवैध वसूली भी की जाती है और यह सब कुछ तहसील के आसपास खुलेआम होता है, इसके बावजूद तहसील प्रशासन आंख मूंदे बैठा है। भाकियू नेताओं ने बताया कि यूनियन के एक कार्यकर्ता ने निजी घर में मिट्टी डालने के लिए बाकायदा परमिशन ली थी, फिर भी ट्रैक्टर पकड़कर कार्रवाई कर दी गई। किसानों ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक ट्रैक्टर नहीं छोड़ा जाएगा, तब तक वे धरने से नहीं हटेंगे। धरने के दौरान किसानों ने तहसील परिसर में गंदगी और अव्यवस्थाओं का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि ठंड के मौसम में अलाव की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे दूर-दराज से आने वाले फरियादियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है और उन्हें इधर-उधर भटकना पड़ता है। किसानों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई और समस्याओं के समाधान की मांग की।2
- thathiya mandi me aalu ka bau1
- राजेन्द्र सिंह धुऑंधार कन्नौज। जनपद में मिक्सर मशीन चालक की नृशंस हत्या के मामले ने उस समय और भयावह मोड़ ले लिया, जब हत्या के आरोपी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ से लटका मिला। घटना की सूचना मिलते ही गांव में सनसनी फैल गई, वहीं मौके पर पहुंची पुलिस को परिजनों और ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। जानकारी के अनुसार, सौंरिख थाना क्षेत्र की चौकी नादेमऊ अंतर्गत गांव कांकरकुई निवासी 26 वर्षीय श्याम सुंदर पुत्र शिवपाल की 18 दिसंबर की रात ईंट से कुचलकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मृतक के पिता शिवपाल ने मिक्सर मशीन मालिक मधुपुरी गांव निवासी उदयवीर समेत कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस की शुरुआती जांच में शराब पीने के दौरान रुपयों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद के बाद हत्या की बात सामने आई थी। हत्या के बाद से ही आरोपी उदयवीर पुलिस की पकड़ से बाहर था। उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने लगातार छापेमारी की, लेकिन आरोपी घर पर ताला लगाकर फरार मिला। पुलिस ने उसकी तलाश में औरैया व इटावा जनपदों में भी दबिश दी, परंतु कोई सुराग हाथ नहीं लग सका। इसी बीच सोमवार की सायं करीब तीन बजे इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के महमूदापुर गांव के निकट चिल्ल के पेड़ से उदयवीर का शव फांसी के फंदे से लटका मिलने की सूचना मिली। शव खेत के पास कच्ची मिट्टी की दीवार के सहारे लटका हुआ था। घटना की खबर फैलते ही उदयवीर के परिजन और सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस को परिजनों के तीखे विरोध का सामना करना पड़ा। परिजनों ने इसे आत्महत्या मानने से इनकार करते हुए उदयवीर की हत्या का आरोप लगाया और पुलिस कार्रवाई रोक दी। उनकी मांग थी कि पहले इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए, तभी आगे की कार्रवाई होने दी जाएगी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तिर्वा सीओ कुलवीर सिंह सहित जिले के कई थानों की पुलिस, फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंची। इसके बावजूद हंगामा जारी रहा। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीएसी बल भी तैनात करना पड़ा। काफी देर तक चले तनाव और हंगामे के बाद देर रात उच्चाधिकारियों द्वारा मुकदमा दर्ज किए जाने के आश्वासन पर परिजनों ने शव को उतरने दिया। खबर लिखे जाने तक पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई थी और दोनों घटनाओं को जोड़कर पूरे घटनाक्रम की गहनता से पड़ताल की जा रही है। जनपद में एक के बाद एक हुई इन दो मौतों ने न सिर्फ पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल भी पैदा कर दिया है।2
- CITY NEWS: ई रिक्शा पलटने से चालक की दर्दनाक मौत1