बोहरा समाज देश के उन चुनिंदा व्यापारी एवं संगठित समाजों में से एक है, जो अपने समाज के गरीब लोगों की मदद करने के लिए विभिन्न तरीकों से काम करता है। बोहरा समाज में जकात और सदका की परंपरा है, जिसमें लोग अपने आय का एक हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए देते हैं, गरीब लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए विभिन्न संस्थानों और कार्यक्रमों का संचालन भी कर समाज के गरीब लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करता है, इसी के साथ ब्याज मुक्त ऋण और व्यवसायिक सहायता, सामुदायिक विकास के माध्यम से गरीब लोगों को कौशल विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं। इतना ही नहीं बोहरा समाज के लोग अपने गरीब समाजबंधुओं के लिए दान और सहयोग के रुप में भोजन, कपड़े इत्यादि वस्तुओं का वितरण भी किया जाता है। लेकिन हाल ही में बोहरा समाज की एक गरीब परिवार की बेटी के इलाज के लिए समाज की शरण में पहुंचे माता-पिता को धक्का मारकर जमात खाने से भगाया ही नहीं बल्कि मारपीट भी कर दी गई, पीड़ित दम्पति ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन वहां से न्याय नहीं मिलने पर दम्पति ने कलेक्टर कार्यालय जनसुनवाई में पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई। जिसमें मानवता तो तार तार करती बोहरा समाज की पोल भी खोल दी है। मामला इंदौर के राऊ थाना क्षेत्र का है, जिसमें इंसान ही हैवान बन कर अपने ही समाज के बीमार, लाचार गरीब को प्रताड़ना देते नजर आ रहे हैं। जी हां यह मामला है, राऊ थाना क्षेत्र के केट रोड़ स्थित बोहरा कालोनी निवासी हैदर अली की बेटी के इलाज के लिए बोहरा समाज की जमात सोसाइटी का है, जहां से समाज के गरीब व असहाय लोग व परिवार के लिए बोहरा समाज के धर्मगुरु की और से करोड़ों रुपयों की मदद तो मिलती है, लेकिन सोसायटी के सेकेट्री तक भ्रष्टाचार के दल दल में फंस कर गरीबों के हक का पैसा तक हजम कर रहे हैं, और जब इनके खिलाफ कोई आवाज़ उठाने की कोशिश करता है, तो सोसाइटी के लोग ऐसे असहाय गरीब दम्पति के साथ मारपीट तक करने से नहीं चूकते हैं। मामला यह है कि राऊ थाना क्षेत्र की बोहरा कालोनी निवासी हैदर अली की बेटी को 4 वर्ष की उम्र से ही किडनी में खराबी थी, इसके इलाज के लिए हैदर अली और पत्ति सकीना ने मेहनत मजदूरी कर अपनी बेटी का इलाज कराया, इस दौरान उन्होंने अपने धर्मगुरु की और से इलाज के लिए मदद की गुहार स्थानीय सोसाइटी के सेकेट्री युसुफ खेरीवाला से की, इस पर आमिल साहब ने फार्म के साथ कुछ रकम भी जमा कराई, उसके बाद आमिल साहब ने कहा कि सोसाइटी की और से विधवाओं को ही मदद मिलती है, जब हैदर ने इस बात पर पुलिस में शिकायत की बात कही तो उनके साथ बेट से पिटाई करते हुए मानवता को तार-तार कर धक्के मारकर जमात खाने से निकाल दिया। इस घटनाक्रम के दौरान हैदर की पत्नि सकिना को भी मारा जिससे पत्नि बैहोश तक हो गई और हैदर अली को अटेक तक आ गया। इसकी शिकायत राऊ पुलिस थाने में की गई, लेकिन समाज खाने के सेकेट्री ने राजनैतिक दबाव बनाकर मामले को दबाने का प्रयास किया, न्याय नहीं मिलने पर पीड़ित परिवार कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंचा जहां लिखित शिकायत करने के बाद मामला सोशल मीडिया तक पहुंच गया। जमात खाने के आमिल सेकेट्री के प्रभावशाली व राजनैतिक होने से तथा अधिकारियो से धनिष्ठ संबंध होने से पुलिस व्दारा उनके विरूध्द किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की जाने से इन लोगों के हौसले बुलन्द हो गए हैं और वे पीड़ित परिवार को समाज से बैदखल करने तक की धमकी तक देने से चूक नहीं रहे हैं। जिससे पीड़ित परिवार का जीना हराम हो गया है। इधर बेटे हैदर अली की मां मलिका पीथमपुरवाली को घटना की जानकारी मिली तो वे भी बेटे, बहु और पौत्री का साथ देने इन्दौर पहुंची और मीडिया के सामने दुखी मन से न्याय की गुहार लगाई। जब युग का इंसाफ की टीम ने राऊ जमात खाने के सेकेट्री आमिल युसुफ खेरीवाला से बात की तो उन्होंने कहा कि हम हेड आफिस से चर्चा करके ही कुछ कह पायेंगे, दौबारा फोन पर चर्चा करने पर युसुफ ने कहा हमें कुछ भी कहने से हेड आफिस से मना कर दिया गया है। और फोन काट दिया। युग का इंसाफ की टीम ने राऊ थाने पहुंचकर थाना प्रभारी की अनुपस्थिति में तीन-चार बार फोन लगाना लेकिन उन्होंने फोन रिसीव ही नहीं किया। व्यौरो रिपोर्ट प्रकाश महावर कोली
बोहरा समाज देश के उन चुनिंदा व्यापारी एवं संगठित समाजों में से एक है, जो अपने समाज के गरीब लोगों की मदद करने के लिए विभिन्न तरीकों से काम करता है। बोहरा समाज में जकात और सदका की परंपरा है, जिसमें लोग अपने आय का एक हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए देते हैं, गरीब लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए विभिन्न संस्थानों और कार्यक्रमों का संचालन भी कर समाज के गरीब लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करता है, इसी के साथ ब्याज मुक्त ऋण और व्यवसायिक सहायता, सामुदायिक विकास के माध्यम से गरीब लोगों को कौशल विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं। इतना ही नहीं बोहरा समाज के लोग अपने गरीब समाजबंधुओं के लिए दान और सहयोग के रुप में भोजन, कपड़े इत्यादि वस्तुओं का वितरण भी किया जाता है। लेकिन हाल ही में बोहरा समाज की एक गरीब परिवार की बेटी के इलाज के लिए समाज की शरण में पहुंचे माता-पिता को धक्का मारकर जमात खाने से भगाया ही नहीं बल्कि मारपीट भी कर दी गई, पीड़ित दम्पति ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन वहां से न्याय नहीं मिलने पर दम्पति ने कलेक्टर कार्यालय जनसुनवाई में पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई। जिसमें मानवता तो तार तार करती बोहरा समाज की पोल भी खोल दी है। मामला इंदौर के राऊ थाना क्षेत्र का है, जिसमें इंसान ही हैवान बन कर अपने ही समाज के बीमार, लाचार गरीब को प्रताड़ना देते नजर आ रहे हैं। जी हां यह मामला है, राऊ थाना क्षेत्र के केट रोड़ स्थित बोहरा कालोनी निवासी हैदर अली की बेटी के इलाज के लिए बोहरा समाज की जमात सोसाइटी का है, जहां से समाज के गरीब व असहाय लोग व परिवार के लिए बोहरा समाज के धर्मगुरु की और से करोड़ों रुपयों की मदद तो मिलती है, लेकिन सोसायटी के सेकेट्री तक भ्रष्टाचार के दल दल में फंस कर गरीबों के हक का पैसा तक हजम कर रहे हैं, और जब इनके खिलाफ कोई आवाज़ उठाने की कोशिश करता है, तो सोसाइटी के लोग ऐसे असहाय गरीब दम्पति के साथ मारपीट तक करने से नहीं चूकते हैं। मामला यह है कि राऊ थाना क्षेत्र की बोहरा कालोनी निवासी हैदर अली की बेटी को 4 वर्ष की उम्र से ही किडनी में खराबी थी, इसके इलाज के लिए हैदर अली और पत्ति सकीना ने मेहनत मजदूरी कर अपनी बेटी का इलाज कराया, इस दौरान उन्होंने अपने धर्मगुरु की और से इलाज के लिए मदद की गुहार स्थानीय सोसाइटी के सेकेट्री युसुफ खेरीवाला से की, इस पर आमिल साहब ने फार्म के साथ कुछ रकम भी जमा कराई, उसके बाद आमिल साहब ने कहा कि सोसाइटी की और से विधवाओं को ही मदद मिलती है, जब हैदर ने इस बात पर पुलिस में शिकायत की बात कही तो उनके साथ बेट से पिटाई करते हुए मानवता को तार-तार कर धक्के मारकर जमात खाने से निकाल दिया। इस घटनाक्रम के दौरान हैदर की पत्नि सकिना को भी मारा जिससे पत्नि बैहोश तक हो गई और हैदर अली को अटेक तक आ गया। इसकी शिकायत राऊ पुलिस थाने में की गई, लेकिन समाज खाने के सेकेट्री ने राजनैतिक दबाव बनाकर मामले को दबाने का प्रयास किया, न्याय नहीं मिलने पर पीड़ित परिवार कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंचा जहां लिखित शिकायत करने के बाद मामला सोशल मीडिया तक पहुंच गया। जमात खाने के आमिल सेकेट्री के प्रभावशाली व राजनैतिक होने से तथा अधिकारियो से धनिष्ठ संबंध होने से पुलिस व्दारा उनके विरूध्द किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की जाने से इन लोगों के हौसले बुलन्द हो गए हैं और वे पीड़ित परिवार को समाज से बैदखल करने तक की धमकी तक देने से चूक नहीं रहे हैं। जिससे पीड़ित परिवार का जीना हराम हो गया है। इधर बेटे हैदर अली की मां मलिका पीथमपुरवाली को घटना की जानकारी मिली तो वे भी बेटे, बहु और पौत्री का साथ देने इन्दौर पहुंची और मीडिया के सामने दुखी मन से न्याय की गुहार लगाई। जब युग का इंसाफ की टीम ने राऊ जमात खाने के सेकेट्री आमिल युसुफ खेरीवाला से बात की तो उन्होंने कहा कि हम हेड आफिस से चर्चा करके ही कुछ कह पायेंगे, दौबारा फोन पर चर्चा करने पर युसुफ ने कहा हमें कुछ भी कहने से हेड आफिस से मना कर दिया गया है। और फोन काट दिया। युग का इंसाफ की टीम ने राऊ थाने पहुंचकर थाना प्रभारी की अनुपस्थिति में तीन-चार बार फोन लगाना लेकिन उन्होंने फोन रिसीव ही नहीं किया। व्यौरो रिपोर्ट प्रकाश महावर कोली
- Post by जैद फैजान1
- इंदौर और रीवा के लिए शुरू हुई फ्लाइट में लोग भजन गा रहे है! हमारा सवाल बस इतना ही है, अगर कोई मुस्लिम शांति से नमाज़ पढ़ लेता, तो देश का नेशनल मीडिया और वो आस्था का राग अलापने वाली भीड़ खामोश रहती??1
- इंदौर शहर के आसपास की कुछ बड़ी खबरें इंडिया न्यूज 71
- इंदौर में शराब माफिया सुभाष पाठक की गली गली में बिक रही है आवेध शराब1
- स्लाटर हाउस और क्या होगा कलेक्टर ऋतुराज सिंह बोले1
- *विद्युत के ठेकेदार के द्वारा मनमानी वसूली*। रिपोर्ट भगवान सिंह चौहान सनावद /। आयोजित होने वाले ऐतिहासिक मेलों में विद्युत ठेकेदार द्वारा व्यापारियों से मनमानी वसूली और तय शुल्क से अधिक राशि वसूलने की शिकायतें पहले भी सामने आती रही हैं। जिस पर इस बार पत्रकार वार्ता में पारदर्शिता के कथित दावे बावजूद मौजूद व्यवस्था में व्यापारियों ने आरोप लगाया है कि विद्युत ठेकेदार नगर पालिका द्वारा विद्युत कनेक्शन की तय दरों के बजाय मनमानी बिजली दरें वसूल रहे हैं। जबकि जहां तक अत्यधिक शुल्क मांगे जाने का जिक्र है। मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (MPERC) द्वारा 2025-26 के लिए बिजली दरों में वृद्धि (लगभग 3.46% से 5.31%) की गई है। ठेकेदार द्वारा इन परिवर्तनों का हवाला देकर भी व्यापारियों से मनमाने पैसे वसूलने का आरोप हैं। ऐसे में अगर नगर पालिका द्वारा यदि ठेकेदार अनुबंध से अधिक राशि मांगता है, तो पहले तो व्यापारी किसी भी भुगतान के बदले आधिकारिक रसीद की मांग अवश्य करें और आरोप पर मेला समिति या नगर पालिका कोई सुनवाई या कार्रवाई नहीं करें तो व्यापारी नीचे दिए गए तरीकों से इसकी शिकायत कर सकते हैं: 1 , मध्य प्रदेश के ई-नगर पालिका पोर्टल पर भी अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं। 2/ यदि ठेकेदार द्वारा वसूली दौरान दुर्व्यवहार किया जाता है या तय शुल्क से बहुत अधिक राशि की मांग की जाती है, तो पुलिस अधीक्षक (SP) या कलेक्टर कार्यालय में लिखित शिकायत दे सकते हैं, 3/पीड़ित व्यापारी राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन नंबर 1915 या राज्य उपभोक्ता हेल्पलाइन पर भी शिकायत कर सकते हैं। 4/ शिकायत मध्य प्रदेश शासन के सीएम हेल्पलाइन (181) पर भी की जा सकती है। *आवश्यक जानकारी* शिकायत दर्ज करते समय निम्नलिखित विवरण प्रदान करने से मदद मिलेगी : 1 शिकायतकर्ता का नाम और संपर्क विवरण। 2 दुकान/स्टॉल का स्थान और नंबर। 3 ठेकेदार द्वारा मांगी गई अतिरिक्त राशि का विवरण। 3 कोई भी संबंधित दस्तावेज़ या रसीद (यदि उपलब्ध हो)। *चलते-चलते -वैसे भी मेला आयोजन ( मेला समिति और नगर पालिका परिषद) प्रशासन का यह दायित्व है कि वह व्यापारियों की समस्याओं को सुने और उनका समाधान करे।*अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें। *9826393014*1
- राष्ट्रीय बजरंग दल के द्वारा सूर्य दिवस मनाया गया नगर में रैली निकाली एवं जगह-जगह स्वागत किया गया जिसमें अपार स्वयंसेवकों ने भाग लिया जो एक रैली ऐतिहासिक रही बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ कार्यवाही की मांग।1
- रसुलपुर को रामपुर करने पर क्या बोले लोकल और महापौर प्रतिनिधि1