*टमाटर की खेती ने बदली पोलपोल गांव के किसानों की किस्मत,सालाना करते है करोड़ों की कमाई* *दो पंचायत के 500 मजदूरों को साल में 6 महीना गांव देता है रोजगार* *काम मिलने से कई बूथों पर अच्छी रहता है मतदान प्रतिशत* फोटो 1 एवं 2 कान्हाचट्टी :- चतरा जिला में एक गाँव ऐसा भी है, जहां पर टमाटर की खेती ने किसानों की किस्मत बदल दी है। टमाटर की खेती ने इस गाँव के किसानों को न सिर्फ देश भर में नई पहचान दिलाई है, बल्कि टमाटर की खेती से सलाना करोड़ रुपये की कमाई भी होती है। जानते हैं चतरा जिला में यह गाँव कहां है? आइये आपको बताते हैं इस गाँव के बारे में जिसने देश के कोने-कोने में सिर्फ टमाटर की खेती से सफलता के झंडे गाड़ दिये हैं। इस गाँव का नाम है पोलपोल यह गाँव कान्हाचट्टी प्रखंड क्षेत्र के कोल्हैया पंचायत में पड़ता है। मुख्य रूप से इस गाँव के किसान टमाटर,धान व गेहूं की खेती करते है लेकिन टमाटर की खेती वृहद पैमाने पर करते हैं और अच्छी बात यह है कि इस खेती के जरिये वे सलाना एक से डेढ़ करोड़ की कमाई भी करते हैं। इस गाँव की आबादी करीब 500 की है जहां पर यादव,राजपूत समाज के लोग रहते हैं,और यहां पर लगभग सभी किसान टमाटर की खेती करते हैं। ऐसे में चतरा ही नहीं, बल्कि देश भर के कई कोनो में भी पोलपोल गाँव टमाटर की खेती के मामले में अव्वल है।इस गांव में बड़े पैमाने पर टमाटर की खेती होने के कारण गांव के नजदीकी पंचायत से और पोलोपल जिस पंचायत में पड़ता है दोनों पंचायत के पांच सौ से अधिक मजदूरों को काम मिलता है।और काम मिलने के कारण मजदूर पलायन कर नहीं पाते है और इस विधान सभा चुनाव में लगभग दस मतदान केंद्र पर मतदान प्रतिशत बेहतर रहेगा। *100एकड़ भूमि पर होती है टमाटर की खेती*:-पोलपोल गाँव में लगभग 100 एकड़ भूमि पर टमाटर की खेती होती है वही पोलपोल गांव के किसानों से प्रेरणा लेते हुए आस-पास के गाँव के किसानों ने भी टमाटर की खेती करना शुरू कर दी है।पोलपोल गाँव समेत प्रखंड के और भी दर्जनों गांवों में अब 1000 एकड़ से भी ज्यादा भूमि पर टमाटर की खेती होती है और साल दर साल इसका क्षेत्रफल फैलता ही जा रहा है। *दो पंचायत के सैकड़ों बेरोजगार लोगों को रोजगार देता है यह गाँव*:- गांव के किसान अभिषेक कुमार बताते हैं कि अच्छी बात यह भी है कि इस गाँव में टमाटर की खेती से प्रखंड के कोल्हैया व बैगोंकला पंचायत के लगभग 500 बेरोजगार लोगों को साल में 6महीना तक लगातार रोजगार भी मिलता है।बरसात शुरू होते ही इस गांव में खेती की शिलसिला शुरू हो जाती है पहले धान की खेती शुरू होती है उसके बाद टमाटर में लोग लग जाते है।शायद ही देश का कोई ऐसा कोना हो, जहां इस गाँव का टमाटर नहीं पहुंचता होगा। *तीन महीने गांव में देश के अलग अलग राज्यों के व्यापारियों का लगा रहता है जमावड़ा*:-आपसभी को बता दे कि पोलपोल गांव में नवम्बर से लेकर फरवरी तक देश के कई राज्यों के सब्जी व्यापारियों का जमावाड़ा लगा रहता है।झारखंड,बिहार,बंगाल,उतर प्रदेश,दिल्ली सहित अन्य राज्यों के व्यापारि पोलपोल गांव आकर किसानों के खेतों से टमाटर खरीद कर जाते है।हालांकि पहले किसान खुद देश के अलग अलग सब्जी मंडियों में जाकर अपना टमाटर बेचते थे लेकिन अब किसानों की अच्छी रेट गांव में ही मिल जाती हैं तो लोग अब यही व्यापारियों को टमाटर दे देते है।
*टमाटर की खेती ने बदली पोलपोल गांव के किसानों की किस्मत,सालाना करते है करोड़ों की कमाई* *दो पंचायत के 500 मजदूरों को साल में 6 महीना गांव देता है रोजगार* *काम मिलने से कई बूथों पर अच्छी रहता है मतदान प्रतिशत* फोटो 1 एवं 2 कान्हाचट्टी :- चतरा जिला में एक गाँव ऐसा भी है, जहां पर टमाटर की खेती ने किसानों की किस्मत बदल दी है। टमाटर की खेती ने इस गाँव के किसानों को न सिर्फ देश भर में नई पहचान दिलाई है, बल्कि टमाटर की खेती से सलाना करोड़ रुपये की कमाई भी होती है। जानते हैं चतरा जिला में यह गाँव कहां है? आइये आपको बताते हैं इस गाँव के बारे में जिसने देश के कोने-कोने में सिर्फ टमाटर की खेती से सफलता के झंडे गाड़ दिये हैं। इस गाँव का नाम है पोलपोल यह गाँव कान्हाचट्टी प्रखंड क्षेत्र के कोल्हैया पंचायत में पड़ता है। मुख्य रूप से इस गाँव के किसान टमाटर,धान व गेहूं की खेती करते है लेकिन टमाटर की खेती वृहद पैमाने पर करते हैं और अच्छी बात यह है कि इस खेती के जरिये वे सलाना एक से डेढ़ करोड़ की कमाई भी करते हैं।
इस गाँव की आबादी करीब 500 की है जहां पर यादव,राजपूत समाज के लोग रहते हैं,और यहां पर लगभग सभी किसान टमाटर की खेती करते हैं। ऐसे में चतरा ही नहीं, बल्कि देश भर के कई कोनो में भी पोलपोल गाँव टमाटर की खेती के मामले में अव्वल है।इस गांव में बड़े पैमाने पर टमाटर की खेती होने के कारण गांव के नजदीकी पंचायत से और पोलोपल जिस पंचायत में पड़ता है दोनों पंचायत के पांच सौ से अधिक मजदूरों को काम मिलता है।और काम मिलने के कारण मजदूर पलायन कर नहीं पाते है और इस विधान सभा चुनाव में लगभग दस मतदान केंद्र पर मतदान प्रतिशत बेहतर रहेगा। *100एकड़ भूमि पर होती है टमाटर की खेती*:-पोलपोल गाँव में लगभग 100 एकड़ भूमि पर टमाटर की खेती होती है वही पोलपोल गांव के किसानों से प्रेरणा लेते हुए आस-पास के गाँव के किसानों ने भी टमाटर की खेती करना शुरू कर दी है।पोलपोल गाँव समेत प्रखंड के और भी दर्जनों गांवों में अब 1000 एकड़ से भी ज्यादा भूमि पर टमाटर की खेती होती है और साल दर साल इसका क्षेत्रफल फैलता ही जा रहा है। *दो पंचायत के सैकड़ों बेरोजगार
लोगों को रोजगार देता है यह गाँव*:- गांव के किसान अभिषेक कुमार बताते हैं कि अच्छी बात यह भी है कि इस गाँव में टमाटर की खेती से प्रखंड के कोल्हैया व बैगोंकला पंचायत के लगभग 500 बेरोजगार लोगों को साल में 6महीना तक लगातार रोजगार भी मिलता है।बरसात शुरू होते ही इस गांव में खेती की शिलसिला शुरू हो जाती है पहले धान की खेती शुरू होती है उसके बाद टमाटर में लोग लग जाते है।शायद ही देश का कोई ऐसा कोना हो, जहां इस गाँव का टमाटर नहीं पहुंचता होगा। *तीन महीने गांव में देश के अलग अलग राज्यों के व्यापारियों का लगा रहता है जमावड़ा*:-आपसभी को बता दे कि पोलपोल गांव में नवम्बर से लेकर फरवरी तक देश के कई राज्यों के सब्जी व्यापारियों का जमावाड़ा लगा रहता है।झारखंड,बिहार,बंगाल,उतर प्रदेश,दिल्ली सहित अन्य राज्यों के व्यापारि पोलपोल गांव आकर किसानों के खेतों से टमाटर खरीद कर जाते है।हालांकि पहले किसान खुद देश के अलग अलग सब्जी मंडियों में जाकर अपना टमाटर बेचते थे लेकिन अब किसानों की अच्छी रेट गांव में ही मिल जाती हैं तो लोग अब यही व्यापारियों को टमाटर दे देते है।
- *लातेहार- नशा तस्करों के नापाक मंसूबों पर लातेहार पुलिस ने पानी फेर दिया. तस्कर एक ट्रक में बैगन की बोरियों के पीछे 857 किलो अफीम डोडा छिपाकर ले जा रहे थे. लेकिन लातेहार पुलिस ने डोडा समेत ट्रक को पकड़ लिया. बरामद अफीम डोडा की कीमत 50 लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है.*1
- *टमाटर की खेती ने बदली पोलपोल गांव के किसानों की किस्मत,सालाना करते है करोड़ों की कमाई* *दो पंचायत के 500 मजदूरों को साल में 6 महीना गांव देता है रोजगार* *काम मिलने से कई बूथों पर अच्छी रहता है मतदान प्रतिशत* फोटो 1 एवं 2 कान्हाचट्टी :- चतरा जिला में एक गाँव ऐसा भी है, जहां पर टमाटर की खेती ने किसानों की किस्मत बदल दी है। टमाटर की खेती ने इस गाँव के किसानों को न सिर्फ देश भर में नई पहचान दिलाई है, बल्कि टमाटर की खेती से सलाना करोड़ रुपये की कमाई भी होती है। जानते हैं चतरा जिला में यह गाँव कहां है? आइये आपको बताते हैं इस गाँव के बारे में जिसने देश के कोने-कोने में सिर्फ टमाटर की खेती से सफलता के झंडे गाड़ दिये हैं। इस गाँव का नाम है पोलपोल यह गाँव कान्हाचट्टी प्रखंड क्षेत्र के कोल्हैया पंचायत में पड़ता है। मुख्य रूप से इस गाँव के किसान टमाटर,धान व गेहूं की खेती करते है लेकिन टमाटर की खेती वृहद पैमाने पर करते हैं और अच्छी बात यह है कि इस खेती के जरिये वे सलाना एक से डेढ़ करोड़ की कमाई भी करते हैं। इस गाँव की आबादी करीब 500 की है जहां पर यादव,राजपूत समाज के लोग रहते हैं,और यहां पर लगभग सभी किसान टमाटर की खेती करते हैं। ऐसे में चतरा ही नहीं, बल्कि देश भर के कई कोनो में भी पोलपोल गाँव टमाटर की खेती के मामले में अव्वल है।इस गांव में बड़े पैमाने पर टमाटर की खेती होने के कारण गांव के नजदीकी पंचायत से और पोलोपल जिस पंचायत में पड़ता है दोनों पंचायत के पांच सौ से अधिक मजदूरों को काम मिलता है।और काम मिलने के कारण मजदूर पलायन कर नहीं पाते है और इस विधान सभा चुनाव में लगभग दस मतदान केंद्र पर मतदान प्रतिशत बेहतर रहेगा। *100एकड़ भूमि पर होती है टमाटर की खेती*:-पोलपोल गाँव में लगभग 100 एकड़ भूमि पर टमाटर की खेती होती है वही पोलपोल गांव के किसानों से प्रेरणा लेते हुए आस-पास के गाँव के किसानों ने भी टमाटर की खेती करना शुरू कर दी है।पोलपोल गाँव समेत प्रखंड के और भी दर्जनों गांवों में अब 1000 एकड़ से भी ज्यादा भूमि पर टमाटर की खेती होती है और साल दर साल इसका क्षेत्रफल फैलता ही जा रहा है। *दो पंचायत के सैकड़ों बेरोजगार लोगों को रोजगार देता है यह गाँव*:- गांव के किसान अभिषेक कुमार बताते हैं कि अच्छी बात यह भी है कि इस गाँव में टमाटर की खेती से प्रखंड के कोल्हैया व बैगोंकला पंचायत के लगभग 500 बेरोजगार लोगों को साल में 6महीना तक लगातार रोजगार भी मिलता है।बरसात शुरू होते ही इस गांव में खेती की शिलसिला शुरू हो जाती है पहले धान की खेती शुरू होती है उसके बाद टमाटर में लोग लग जाते है।शायद ही देश का कोई ऐसा कोना हो, जहां इस गाँव का टमाटर नहीं पहुंचता होगा। *तीन महीने गांव में देश के अलग अलग राज्यों के व्यापारियों का लगा रहता है जमावड़ा*:-आपसभी को बता दे कि पोलपोल गांव में नवम्बर से लेकर फरवरी तक देश के कई राज्यों के सब्जी व्यापारियों का जमावाड़ा लगा रहता है।झारखंड,बिहार,बंगाल,उतर प्रदेश,दिल्ली सहित अन्य राज्यों के व्यापारि पोलपोल गांव आकर किसानों के खेतों से टमाटर खरीद कर जाते है।हालांकि पहले किसान खुद देश के अलग अलग सब्जी मंडियों में जाकर अपना टमाटर बेचते थे लेकिन अब किसानों की अच्छी रेट गांव में ही मिल जाती हैं तो लोग अब यही व्यापारियों को टमाटर दे देते है।3
- जय श्री राम🚩 yogiadityanath,#narendramodi,#babulalmarandi #kalicharan,#hemantabiswasarma,#bharavsingh #bjpjharkhand,#ranchi,#chatra,#bajrangdal💪 #manishkasayp,#shivrajsinghchouhan,#bjp4india ,#amankumarhindutwprachark,#palamu,#gardwa #amitshah,#sethsanjaymp,#mohanyadav भारत माता की जय जय हिंद जय भारत 🙏🙏1
- Tnanda 😘😘1
- Dosto Dekhiye kangres ne Shri Ram ki murti lene se inkar kar diye hai # #kiya aise mantri ko PM banana chahiye1
- 22k 916 HUID Laxmi chain1
- पाकुड़ से चतरा रवानगी1
- गंगा महाआरती सिमरिया घाट पे आए बिहार के उपमुख्यमंत्री1