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Ramnaresh Kushwaha
More news from Sagar and nearby areas
- गांधी चौरई के सामने पुराना बस स्टैंड मिली अज्ञात व्यक्ति की लाश भेजा गया सिविल हॉस्पिटल1
- Pratap Singh Thakur1
- 8 जनवरी 2026 को मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव जी का खुरई दौरा,1
- जो साथी सेवा करना चाहे कमेंट या फोन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं पोस्टमार्टम के उपरांत अशोकनगर जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अहिरवार समाज संघ द्वारा चलाई गई निशुल्क पोस्टमार्टम पैकिंग सुविधा के बैग तैयार हो रहे है कृपया कमेंट कर बताएं सफेद बेग उचित रहेगा या काला आपका रवि मोहने 98262282841
- मुंगावली में चौरसिया कैंटीन के ताले तोड़कर हजारों का माल ओर नकदी ले उड़े अज्ञात चोर मुंगावली। नगर के स्टेशन रोड महावीर हाईस्कूल एवं पेट्रोल पंप के सामने चौरसिया केन्टीन पर बीते रात अज्ञात चोरों ने शटर के ताले तोड़कर हजारों रुपए के खाने पीने का सामान और नकदी रुपयों पर हाथ साफ कर दिया। दुकानदार राहुल चौरसिया ने बताया कि वह रात्रि 11.30 अपनी दुकान बंद करके अपने घर चला गया था। आज सुवह जव उनके पिता दुकान पर पहुँचे तो देखा कि दुकान के ताले टूटे व गायब मिले जव दुकान का शटर खोलकर देखा तो दुकान से हजारों का माल गायब था जिसमें मेगी के पेकेट, नमकीन के पेकेट, पानी पाउन के पैकेट, पहेली पाउच के पैकेट, भेल के छोटे वाले पैकेट, विस्कुंट एवं अन्य तामान व नगदी करीब 2000/- रूपये के नौट एवं करीब 3 हजार रूपये की चिल्लर जिसमें 10,5,2,1 रुपये के सिक्के मौके पर से गायब मिले। दुकानदार ने आस पास तलाश किया लेकिन कोई सही पानकारी नहीं मिली। इसके बाद दुकान संचालक राहुल चौरसिया थाने में शिकायत करने पहुंचे और वहां पर एक लिखित आवेदन पुलिस को देकर आए। अब सोचने वाली बात यह है कि नगर की 24 घंटे व्यस्त रहने वाली मेन स्टेशन रोड पर ही चोरी की वारदातें हो रही है तो लगता है कि कहीं ना कहीं चोरों में पुलिस और कानून का खोफ खत्म होता जा रहा है और इनके हौसले बुलंद दिख रहे हैं। अगर जल्द ही पुलिस प्रशासन ने नगर में हो रही इन चोरीयो को रोकने के लिए ओर चोरों के खिलाफ कोई कठोर कदम नहीं उठाया तो भविष्य में चोरों के हौसले और भी बुलंद हो सकते हैं ओर चोरियां भी बढ़ सकती हैं जिससे नगरवासियो को कई दिक्कत और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।4
- Post by Hemraj Meghwal1
- श्री रामकथा एवं प्राण-प्रतिष्ठा आयोजन के आमंत्रण पत्र वितरित करने नगर की आवासीय कालोनियों में पहुंचे अविराज सिंह1
- आशा हे जिला प्रशासन ही कोई कार्यवाही करें तहसील स्तर के प्रशासन से कोई उम्मीद करना ही बेकार । क्योंकि यहां के जो अधिकारी हैं वह मुद्दे को दबाते हैं अब किस कारण से इस बात से आम नागरिक भली भांति परिचित है 🖊️🖊️🖊️1
- जिले के खिवनी अभ्यारण में पहली बार दिखा सोन कुत्ता, दूसरे चरण के बाघ आकलन के पहले दिन बाघ भी आया नजर देवास, देवास व सीहोर जिले में फैले खिवनी अभ्यारण में पहली बार वन अमले को सोनकुत्ता (एशियन वाइल्ड डॉग) नजर आया है इसके साथ ही एक अन्य स्थान पर कर्मचारियों को बाघ भी दिखा जिसे अधिक दूरी से मोबाइल फोन के कमरे में कैद किया गया है सोनकुत्ता की उपस्थिति को लेकर अभ्यारण प्रबंधन भी उत्साहित है क्योंकि यह विलुप्त हो रही प्रजाति में शामिल है यह दोनों वन्य जीव गुरुवार को उस समय नजर आए जब अभ्यारण की टीम अखिल भारतीय बाघ गणना के दूसरे चरण के पहले दिन गुरुवार को जंगल भमण कर रही थी अभ्यारण प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार कुछ साल पहले तक जहां पर गांव की बसाहट थी वहां बाद में झाड़ियां की सफाई आदि करके घास लगाई गई थी वर्तमान में यहां घास का मैदान है गुरुवार को जब टीम इस क्षेत्र में पहुंची तो दो सोनकुत्ते अलग-अलग नजर आए जिनके जोड़ा होने की संभावना है वहीं अभ्यारण के एक नाले में बाघ भी पानी पीते वह विचरण करते हुए वन अमले को नजर आया है इसे कैमरे में कैद किया गया है खिवनी अभ्यारण कन्नौद के रेंजर भीम सिंह सिसोदिया ने शुक्रवार सुबह 11:00 बजे बताया कि अभ्यारण के फोटोग्राफिक रिकॉर्ड में पहले कभी सोनकुत्ता का उल्लेख नहीं है संभव है की यह घने जंगलों में रहे होंगे किसी को नजर नहीं आए या फिर नौरादेही या सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की ओर से आए हो अभ्यारण की 18 बीट में लगाई है 18 टीमेः खिवनी अभ्यारण में कुल 18 बीट है बाघ गणना के दूसरे चरण के लिए प्रत्येक बीट में एक-एक टीम को लगाया गया है दूसरा चरण एक सप्ताह तक चलना प्रस्तावित है, पहले दिन सोन कुत्ता बाघ के अलावा कई अन्य प्रजातियों के वन्य जीव भी नजर आए हैं लुप्त प्रजाति का कुशल शिकारी कुत्ता झुंड में रहना पसंद, वन अधिकारियों के अनुसार सोन कुत्ता कुशल शिकारी होता है सामान्यतःवह अकेले नहीं रहता पांच से लेकर कई बार 30 से अधिक तक का झुंड रहता है इसे सोन कुत्ता ढोल भारतीय जंगली कुत्ते के साथ ही विसलिंग डाग भी कहा जाता है यह कई बार सिटी जैसी आवाज निकालता है कुछ क्षेत्रों में इसे ढोल भी कहा जाता है इसके प्रति जागरूकता व संरक्षण के लिए हर साल 28 मई को सोन कुत्ता दिवस भी मनाया जाता है,2