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BaradangraniSaraykela Park and me)sabita gope ka shadi me jabardast.sowgat.hua.
User8238
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More news from Hazaribagh and nearby areas
- झारखंड स्वास्थ्य व्यवस्था 'ऑल टाइम लो' परः हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने1
- बिहार की नुसरत को 3 लाख सैलरी का ऑफर! JMM ने झाड़ा पल्ला, पूर्व मंत्री ने उठाए सवाल? #jharkhand #jharkhandupdates #JMM #NewsJharkhand #Bihar #BJPJharkhand #HemantSoren #jairammahto1
- #सामुदायिक_स्वास्थ्य_केंद्र #केरेडारी #हजारीबाग में #बंध्याकरण का #Operation #Torch की रौशनी में होना क्या कहा जायेगा...दुर्भाग्य भी है कि #डॉक्टर की अनुपस्थिति में ही इस काम को अंजाम दिया जा रहा है... #स्वास्थ्य से संबद्ध ऐसी बातों का उजागर होना #झारखंड के लिए लापरवाही,मनमानी व अन्य #Negative सोच को ही दर्शाता है। सुधार अत्यंत जरूरी है अगर झारखंड को नंबर 1 बनाने की मंशा है तो.....!!! Hemant Soren Office of Chief Minister, Jharkhand Irfan Ansari DC Hazaribagh1
- Post by SAMBHU RAVI1
- क्या हुआ था निलेश हंसदा के साथ और क्यों नहीं मिला न्याय?” आदिवासी सरकार होने के बावजूद आज आदिवासी समाज इतना बेहाल क्यों है? इस वीडियो में हम बात करेंगे निलेश हंसदा के मामले की— 👉 आखिर उनके साथ क्या हुआ? 👉 जांच और न्याय की प्रक्रिया कहाँ और क्यों फेल हुई? 👉 आदिवासी हितों की बात करने वाली सरकार में ही आदिवासी सुरक्षित क्यों नहीं? यह वीडियो सिर्फ एक व्यक्ति की कहानी नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम पर सवाल है। अगर आप भी सच जानना चाहते हैं और चुप्पी को तोड़ना चाहते हैं, तो यह वीडियो अंत तक ज़रूर देखें। ✊ न्याय की मांग, सवाल सिस्टम से 📢 आवाज़ उठाइए, वीडियो शेयर कीजिए #NileshHansda #आदिवासी_न्याय #TribalJustice #AdivasiRights #SystemFailure #JusticeForNilesh #Jharkhand #TribalVoice1
- *रांची रेलवे स्टेशन पर मिला तीन माह का नवजात — आरपीएफ ने दिखाई मानवता, बचाई मासूम की जान* राजधानी रांची रेलवे स्टेशन पर मानवीय संवेदनशीलता का एक प्रेरणादायक उदाहरण देखने को मिला। शनिवार देर रात रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने कड़ाके की ठंड में एक तीन माह के नवजात शिशु को सुरक्षित बरामद किया। बच्चे को किसी ने स्टेशन परिसर में ओवरब्रिज के नीचे लावारिस हालत में छोड़ दिया था। आरपीएफ की सतर्कता और समय पर की गई कार्रवाई से उस मासूम की जान बच गई। आरपीएफ कमांडेंट पवन कुमार ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर लगातार सुरक्षा और निगरानी बढ़ाई गई है। इसी दौरान एएसआई अरुण कुमार और महिला कांस्टेबल राखी कुमारी प्लेटफॉर्म संख्या 01 पर गश्त कर रहे थे, जब उन्होंने एक बच्चे के रोने की आवाज सुनी। जांच करने पर ओवरब्रिज के नीचे एक तीन माह का बालक ठंड में लिपटा हुआ मिला। तुरंत महिला पुलिसकर्मी राखी कुमारी ने शिशु को गोद में उठाया और उसे जीआरपी पोस्ट लाया गया, जहां प्राथमिक जांच और सुरक्षा के सभी इंतज़ाम किए गए। शिशु की पहचान नहीं हो सकी आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने यात्रियों और आसपास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन शिशु के परिजनों का कोई1
- *आरपीएफ रांची द्वारा नवजात शिशु को सुरक्षित बचाया गया* कमांडेंट श्री पवन कुमार के निर्देशानुसार आरपीएफ रांची द्वारा ड्यूटी के दौरान सतर्कता बरती जा रही है। इसी क्रम में दिनांक 20.12.2025 को जांच के दौरान आरपीएफ पोस्ट रांची में ड्यूटी पर तैनात शिफ्ट अधिकारी एएसआई अरुण कुमार एवं महिला कांस्टेबल राखी कुमारी द्वारा रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 01 पर जीआरपी/रांची के समीप ओवरब्रिज के नीचे एक लगभग 03 माह के नवजात शिशु बालक को लावारिस अवस्था में पाया गया। घटना की सूचना तत्काल जीआरपी/रांची को दी गई। महिला कांस्टेबल राखी कुमारी द्वारा शिशु को सुरक्षित रूप से जीआरपी/रांची लाया गया तथा उसे सुरक्षित अभिरक्षा में रखा गया। इसके पश्चात आसपास मौजूद यात्रियों से पूछताछ की गई, किंतु कोई भी व्यक्ति शिशु के संबंध में कोई जानकारी नहीं दे सका। आगे की जांच के क्रम में स्टेशन परिसर के सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया गया, जिसमें एक अज्ञात पुरुष व्यक्ति शिशु को लेकर जाते हुए दिखाई दिया। हालांकि, फुटेज में शिशु को रखने का सटीक स्थान स्पष्ट नहीं था तथा उक्त व्यक्ति की पहचान सुनिश्चित नहीं हो सकी। इसके आधार पर रेलवे स्टेशन परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों में व्यापक खोजबीन की गई, लेकिन संबंधित व्यक्ति का पता नहीं चल सका। सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं को पूर्ण करने के उपरांत शिशु बालक को जीआरपी/रांची की उपस्थिति में चाइल्ड वेलफेयर कमिटी (सीडब्ल्यूसी), रांची को सुरक्षित रूप से सुपुर्द कर दिया गया।1
- मुख्यमंत्री लघु कुटीर बोर्ड के तहत 25 दिवसीय सोहराई पेंटिंग प्रशिक्षण का शुभारंभ1
- pair hath Rahe ya Na Rahe hosla buland hona chahie koi bhi mehnat karke aage Ja sakta hai aapke pass buddhi hona chahie Ronhe gaon ka Dinesh Oraon ne karke dikhaya hai1