Shuru
Apke Nagar Ki App…
Laxmangarh फ़हद क़ुरैशी बना डॉक्टर, परिजनो की आँख से छलक रहे ख़ुशी के आँसू, बधाई देने वालो का लगा ताँता
B
BiramChandSen
Laxmangarh फ़हद क़ुरैशी बना डॉक्टर, परिजनो की आँख से छलक रहे ख़ुशी के आँसू, बधाई देने वालो का लगा ताँता
More news from Lachhmangarh and nearby areas
- श्री बालाजी महाराज दरबार दिनवां जाटानं लक्ष्मणगढ़ सीकर राजस्थान1
- Laxmangarh फ़हद क़ुरैशी बना डॉक्टर, परिजनो की आँख से छलक रहे ख़ुशी के आँसू, बधाई देने वालो का लगा ताँता1
- Award ceremony and motivational seminar PCP (Brainy Campus), Palwas road, Sikar --- PCP (JEE | NEET | NTSE | OLYMPIAD | KVPY) : Palwas Road | Piprali Road Sikar (Rajasthan) : 9610892222 : www.pcpsikar.com --- PRINCE EDUHUB (Schools | Coachings | Colleges) IIT-JEE | NEET | UPSC | NDA | CLAT | CA foundation | NAVY | Air Force | CUET | STSE | Olympiads | CBSE | RBSE | ISCE : Palwas Road | Piprali Road, Sikar (Rajasthan) : 9610892222 : www.princeeduhub.com ---1
- पूर्व राष्ट्रपति एपीजी अब्दुल कलाम की पूर्ण तीथि पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा सीकर की ओर से पौधरोपण1
- सीकर शहर (राजस्थान) यात्रा: शीर्ष आकर्षण और छिपे हुए स्थान || सीकर यात्रा व्लॉग की खोज1
- #झुंझुनूं : डिजिटल डॉलर के बहाने लूट का दूसरा आरोपी गिरफ्तार1
- एनटीए रिवाइज्ड नीट-2024 रिजल्ट में #पीसीपी, प्रिंस के देवेश जोशी की #ऑल_इंडिया _फर्स्ट रैंक। 720 में से 720 अंक हासिल किये। 21 #लाख रुपये का नकद पुरस्कार एवं #हेलीकॉप्टर से भ्रमण... नेशनल टेस्टिंग एजेन्सी द्वारा घोषित रिवाइज्ड नीट-2024 रिजल्ट में शिक्षा नगरी, सीकर से पहली बार नीट एवं आईआईटी-जेईई कोचिंग संस्था पीसीपी, प्रिंस के देवेश जोशी ने 720 में से 720 अंक के साथ ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक हासिल कर सीकर को राष्ट्रीय पटल पर गौरवान्वित किया है। देवेश मूलतः टोडाभीम, करौली का रहने वाला है एवं विगत कई वर्षों से परिवार सहित जयपुर शहर में रह रहा है। देवेश के पिता लोकेश जोशी जयपुर शहर में विद्युत विभाग में कर्मचारी है। जबकि माता मंजू शर्मा गृहिणी है। देवेश ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, दादा जी केशव प्रसाद जोशी एवं पीसीपी प्रिंस की फैकल्टी टीम को दिया है। इस सफलता के लिए देवेश ने पीसीपी, प्रिंस सीकर के छात्रावास में रहकर पढ़ाई की। देवेश का कहना है कि बड़ी सफलता के लिए कंसिस्टेंसी आवश्यक है। देवेश ने नित्यप्रति 6 से 8 घण्टे स्टडी की। पूरी तैयारी के दौरान देवेश ने पीसीपी के छात्रावास में रहकर मोबाइल एवं सोशल मीडिया से पूर्णतया दूरी बनाए रखी। ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक पर देवेश को पीसीपी, प्रिंस द्वारा 21 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जायेगा एवं सम्मान समारोह में हेलीकॉप्टर से भ्रमण करवाया जायेगा।1
- #झुंझुनूं : शिकायत सुनते ही, SP पैदल चल पड़े मौका देखने...1