Suresh Chandra Agrawal: सदा जपिये हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे I हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे और हमेशा खुश रहिये Ii हमेशा प्रसन्न रहो 🌹🙏🏾 मुझे बहुत ख़ुशी होती है… जब किसीके चहेरे पे हमारी वजह से मुस्कराहट आती है। मेरे गोविंद मुझे अपने ही रंग में रंगा रह लेने दो, दुनिया पागल दीवाना कहती है कह लेने दो, जिनको धन दौलत चाहिए उनको दे देना, मुझको तो आपके श्री चरणो में रह लेने दो... जय_श्री_कृष्णा विचारणीय फ्रूट से ड्राई फ्रूट हमेशा महंगे होते हैं। क्योकि ड्राई फ्रूट ऐसे फल होते हैं, जो वरिष्ठ नागरिक बन चुके होते है। इसलिये कभी भी वरिष्ठ नागरिको को नजर अंदाज न करे ओर ना ही कम आंकने का प्रयास करे। अपनी जड़ों को सींचते रहें। सदा मुस्कुराते रहें।🙏🙏🙏🙏🙏 *Bhagavad Gita App* *Chapter:* 6 *श्लोक:* 47 *श्लोक:* योगिनामपि सर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना । श्रद्धावान्भजते यो मां स मे युक्ततमो मत: ॥ ४७ ॥ *अनुवाद:* और समस्त योगियों में से जो योगी अत्यन्त श्रद्धापूर्वक मेरे परायण है, अपने अन्त:करण में मेरे विषय में सोचता है और मेरी दिव्य प्रेमाभक्ति करता है वह योग में मुझसे परम अन्तरंग रूप में युक्त रहता है और सबों में सर्वोच्च है। यही मेरा मत है I हम में से बडी कौन है..?? चार बुढिया थीं। उनमें विवाद का विषय थाकि हम में से बडी कौन है?जब वे बहस करते-करते थक गयीं तो उन्होंने तय किया कि पडौस में जो नयी बहू आयी है,उसके पास चल कर फैसला करवायें। वह चारों बहू के पास गयीं। बहु हमारा फैसला कर दो कि हम में से कौन बडी है? बहू ने कहा कि आप अपना-अपना परिचय दो! पहली बुढिया ने कहा-मैं भूख हूँ ।मैं बडी हूँ न ? बहू ने कहा कि भूख में विकल्प है , 56 प्रकार के भोज व्यंजन से भी भूख मिट सकती है और बासी रोटी से भी ! दूसरी बुढिया ने कहा मैं प्यास हूँ,मैं बडी हूँ न ? बहू ने कहा कि प्यास में भी विकल्प है,प्यास गंगाजल और मधुर- रस से भी शान्त हो जाती है और वक्त पर तालाब का गन्दा पानी पीने से भी प्यास बुझ जाती है। तीसरी बुढिया ने कहा: मैं नींद हूं,मैं बडी हूं न ? बहू ने कहा कि नींद में भी विकल्प है। नींद सुकोमल-सेज पर आती है किन्तु वक्त पर लोग कंकड-पत्थर पर भी सो जाते हैं। अन्त में चौथी बुढिया ने कहा मैं आस *(आशा)* हूँ, मैं बडी हूँ न ? बहू ने उसके पैर छूकर कहा कि आशा का कोई विकल्प नहीं है।आशा से मनुष्य सौ बरस भी जीवित रह सकता है,किन्तु यदि आशा टूट जाये तो वह जीवित नहीं रह सकता,भले ही उसके घर में करोडों की धन दौलत भरी हो।यह आशा और विश्वास जीवन की शक्तियाँ हैं..!! जय श्री कृष्ण *दान देने से पहले जरा सोच लें ?* *दान करना हमारे समाज में अति शुभ माना गया है। लेकिन कई बार यह दान दुःख का कारण भी बन जाता है। हमारे आसपास ऐसे कई व्यक्ति है जो कि ज्यादा दान ज्यादा धर्म में लीन रहते है। फिर भी कष्ट उनका व उनके परिवार का पीछा नहीं छोड़ता तब हम अपने को सांत्वना स्वरूप यह कह कर संतोष करते है कि भगवान शायद हमारी परीक्षा ले रहा है।* *अरे भाई भगवान् कोई तुम्हारी परीक्षा-वरीक्षा नही ले रहा, बल्कि वो तो तुम्हारे ही कर्मो का फल तुम्हे दे रहा है। बहुत दान धर्म करने के बाद भी सुख नही मिलता क्योकि तुम्हारे द्वारा दिया दान ही दुःख का कारण बन जाता है।* *एक समय की बात है। एक बार एक गरीब आदमी एक सेठ के पास जाता है और भोजन के लिए सहायता मांगता है। सेठ बहुत धर्मात्मा होता है वो उसे पैसे देता है। पैसे लेकर व्यक्ति भोजन करता है, और उसके पास कुछ पैसे बचते है जिससे वो शराब पी लेता है शराब पीकर घर जाता है और अपनी पत्नी को मारता है।पत्नी दुखी होकर अपने दो बच्चो के साथ तालाब में कूद कर आत्म हत्या कर लेती है।* *कुछ समय बाद उस सेठ की भी असाध्य रोग से मृत्यु हो जाती है मरने के बाद सेठ जब ऊपर जाता है तब यमराज बोलते है कि इसको नरक में फेंक दो। सेठ यह सुनकर यमराज से कहता है कि आपसे गलती हुई है, मैने तो कभी कोई पाप भी नही किया है, बल्कि जब भी कोई मेरे पास आया है मेने उसकी हमेशा मदद ही की है। इसलिये मुझे एक बार भगवान् से मिला दो। तब यमराज उसे बोलते है कि हमारे यहाँ तो गलती की कोई संभावना नही है, गलतिया तो तुम लोग ही करते हो। पर सेठ के बहुत कहने पर यमराज उसे भगवान् के समक्ष पेश करते है।* *भगवान् के सामने जाकर सेठ बोलता हे प्रभु मैने तो कोई पाप किया ही नही है तो मुझे नरक क्यों दिया जा रहा है।* *तब भगवान् उसे उस गरीब व्यक्ति को पैसे देने वाली बात बताते है कि उस व्यक्ति की पत्नी और दो बच्चो की जीव हत्या का कारण तू है। तू उसे पैसे न देता तो वो शराब पीकर अपनी पत्नी को दुःख नही देता। सेठ बोलता है प्रभु मेने तो एक गरीब को दान दिया है और शास्त्रों में भी दान देने की बात लिखी है। तब भगवान् ने कहा कि दान देने से पहले पात्र की योग्यता तो परखनी चाहिए की वो दान लेने के योग्य है या नहीं,या उसे किस प्रकार के दान की जरुरत है। तुमने धन देकर उसकी मदद क्यों की, तुम उसको भोजन भी करा सकते थे।* *और रही बात उसकी दरिद्रता की तो उसे देना होता तो मैं ही दे देता, वो जिस योग्य था उतना मैने उसे दिया, जब मैने ही उसकी अयोग्यता के कारण उससे सब कुछ नही दिया तो तुम्हे उसे क्या जरुरत थी धन देने की, तुम उसे भोजन भी करवा सकते थे। और तुम्हारे दिये हुए धन-दान के कारण तीन जीव हत्याए हुई है और इन हत्याओ के पाप का फल अब तुम्हे भुगतना पड़ेगा।* *सो कहने का तातपर्य ये हैं कि - दान देना बुरी बात नही लेकिन देने से पहले ये परख ले की आप जो दान कर रहे है उसका उपयोग किसी पाप कर्म में तो नही हो रहा है। आप देखें कि आपका दान किसी का भला कर सार्थक हो भी रहा है या नही । भले ही दान हेतु आपके भाव श्रेष्ठ हो , लेकिन अगर आपके द्वारा दिये दान से कोई पाप कर्म फलित होता है, तो आपको उस दिए दान के पुण्य के साथ-साथ उसके पाप के फल को भी भोगना होगा। अगर आपके दान से कोई बुरा कर्म फलित करता है तो उसके साथ कर्म का भागीदार आपको भी बनना पड़ेगा , क्योकि इस कर्म को फलित करने के लिए पानी सीचने का काम तो आप ही ने किया ।* 🙏🙏 *जो प्राप्त है-पर्याप्त है* *जिसका मन मस्त है* *उसके पास समस्त है!!* *हमारा आदर्श : सत्यम्-सरलम्-स्पष्टम्* *दाद, खाज और खुजली* लाल मिर्च के चूर्ण को एक कटोरी सरसों के तेल में मिला लें और इसे गर्म कर लें। बाद में इसे छानकर और ठंडा होने के बाद अपने शरीर पर इसकी मालिश करें, इससे दाद, खाज और खुजली से राहत मिलती है I *पेट साफ करने का रामबाण इलाज* 1. पेट साफ करने के तरीके में इसबगोल रामबाण दवा है। 10 ग्राम इसबगोल 125 ग्राम दही में मिला कर सुबह और शाम खाने से पेट साफ करने में मदद मिलती है। 2. कब्ज़ का इलाज gharelu upay से करना हो तो रात को सोने से पूर्व बादाम का तेल गुनगुने दूध में मिला कर पिए। इस उपाय को लगातार 2 हफ्ते तक किया जाये तो पुरानी से पुरानी कब्ज़ ठीक होने लगती है। 3. नारियल पानी भी पेट साफ़ करने में मददगार है। प्रतिदिन नारियल पानी सुबह खाली पेट पीने से बहुत फायदा मिलता है। 4. पेट साफ़ रखने के लिए शरीर में अच्छे बैक्टेरिया होना जरुरी है। इसलिए दिन में एक से दो कप दही अपनी डाइट में शामिल करे। 5. पेट साफ करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार में त्रिफला चूर्ण भी काफी असरदार है। पांच से छह ग्राम त्रिफला चूर्ण दो सौ ग्राम हल्के गरम दूध के साथ पिए।
Suresh Chandra Agrawal: सदा जपिये हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे I हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे और हमेशा खुश रहिये Ii हमेशा प्रसन्न रहो 🌹🙏🏾 मुझे बहुत ख़ुशी होती है… जब किसीके चहेरे पे हमारी वजह से मुस्कराहट आती है। मेरे गोविंद मुझे अपने ही रंग में रंगा रह लेने दो, दुनिया पागल दीवाना कहती है कह लेने दो, जिनको धन दौलत चाहिए उनको दे देना, मुझको तो आपके श्री चरणो में रह लेने दो... जय_श्री_कृष्णा विचारणीय फ्रूट से ड्राई फ्रूट हमेशा महंगे होते हैं। क्योकि ड्राई फ्रूट ऐसे फल होते हैं, जो वरिष्ठ नागरिक बन चुके होते है। इसलिये कभी भी वरिष्ठ नागरिको को नजर अंदाज न करे ओर ना ही कम आंकने का प्रयास करे। अपनी जड़ों को सींचते रहें। सदा मुस्कुराते रहें।🙏🙏🙏🙏🙏 *Bhagavad Gita App* *Chapter:* 6 *श्लोक:* 47 *श्लोक:* योगिनामपि सर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना । श्रद्धावान्भजते यो मां स मे युक्ततमो मत: ॥ ४७ ॥ *अनुवाद:* और समस्त योगियों में से जो योगी अत्यन्त श्रद्धापूर्वक मेरे परायण है, अपने अन्त:करण में मेरे विषय में सोचता है और मेरी दिव्य प्रेमाभक्ति करता है वह योग में मुझसे परम अन्तरंग रूप में युक्त रहता है और सबों में सर्वोच्च है। यही मेरा मत है I हम में से बडी कौन है..?? चार बुढिया थीं। उनमें विवाद का विषय थाकि हम में से बडी कौन है?जब वे बहस करते-करते थक गयीं तो उन्होंने तय किया कि पडौस में जो नयी बहू आयी है,उसके पास चल कर फैसला करवायें। वह चारों बहू के पास गयीं। बहु हमारा फैसला कर दो कि हम में से कौन बडी है? बहू ने कहा कि आप अपना-अपना परिचय दो! पहली बुढिया ने कहा-मैं भूख हूँ ।मैं बडी हूँ न ? बहू ने कहा कि भूख में विकल्प है , 56 प्रकार के भोज व्यंजन से भी भूख मिट सकती है और बासी रोटी से भी ! दूसरी बुढिया ने कहा मैं प्यास हूँ,मैं बडी हूँ न ? बहू ने कहा कि प्यास में भी विकल्प है,प्यास गंगाजल और मधुर- रस से भी शान्त हो जाती है और वक्त पर तालाब का गन्दा पानी पीने से भी प्यास बुझ जाती है। तीसरी बुढिया ने कहा: मैं नींद हूं,मैं बडी हूं न ? बहू ने कहा कि नींद में भी विकल्प है। नींद सुकोमल-सेज पर आती है किन्तु वक्त पर लोग कंकड-पत्थर पर भी सो जाते हैं। अन्त में चौथी बुढिया ने कहा मैं आस *(आशा)* हूँ, मैं बडी हूँ न ? बहू ने उसके पैर छूकर कहा कि आशा का कोई विकल्प नहीं है।आशा से मनुष्य सौ बरस भी जीवित रह सकता है,किन्तु यदि आशा टूट जाये तो वह जीवित नहीं रह सकता,भले ही उसके घर में करोडों की धन दौलत भरी हो।यह आशा और विश्वास जीवन की शक्तियाँ हैं..!! जय श्री कृष्ण *दान देने से पहले जरा सोच लें ?* *दान करना हमारे समाज में अति शुभ माना गया है। लेकिन कई बार यह दान दुःख का कारण भी बन जाता है। हमारे आसपास ऐसे कई व्यक्ति है जो कि ज्यादा दान ज्यादा धर्म में लीन रहते है। फिर भी कष्ट उनका व उनके परिवार का पीछा नहीं छोड़ता तब हम अपने को सांत्वना स्वरूप यह कह कर संतोष करते है कि भगवान शायद हमारी परीक्षा ले रहा है।* *अरे भाई भगवान् कोई तुम्हारी परीक्षा-वरीक्षा नही ले रहा, बल्कि वो तो तुम्हारे ही कर्मो का फल तुम्हे दे रहा है। बहुत दान धर्म करने के बाद भी सुख नही मिलता क्योकि तुम्हारे द्वारा दिया दान ही दुःख का कारण बन जाता है।* *एक समय की बात है। एक बार एक गरीब आदमी एक सेठ के पास जाता है और भोजन के लिए सहायता मांगता है। सेठ बहुत धर्मात्मा होता है वो उसे पैसे देता है। पैसे लेकर व्यक्ति भोजन करता है, और उसके पास कुछ पैसे बचते है जिससे वो शराब पी लेता है शराब पीकर घर जाता है और अपनी पत्नी को मारता है।पत्नी दुखी होकर अपने दो बच्चो के साथ तालाब में कूद कर आत्म हत्या कर लेती है।* *कुछ समय बाद उस सेठ की भी असाध्य रोग से मृत्यु हो जाती है मरने के बाद सेठ जब ऊपर जाता है तब यमराज बोलते है कि इसको नरक में फेंक दो। सेठ यह सुनकर यमराज से कहता है कि आपसे गलती हुई है, मैने तो कभी कोई पाप भी नही किया है, बल्कि जब भी कोई मेरे पास आया है मेने उसकी हमेशा मदद ही की है। इसलिये मुझे एक बार भगवान् से मिला दो। तब यमराज उसे बोलते है कि हमारे यहाँ तो गलती की कोई संभावना नही है, गलतिया तो तुम लोग ही करते हो। पर सेठ के बहुत कहने पर यमराज उसे भगवान् के समक्ष पेश करते है।* *भगवान् के सामने जाकर सेठ बोलता हे प्रभु मैने तो कोई पाप किया ही नही है तो मुझे नरक क्यों दिया जा रहा है।* *तब भगवान् उसे उस गरीब व्यक्ति को पैसे देने वाली बात बताते है कि उस व्यक्ति की पत्नी और दो बच्चो की जीव हत्या का कारण तू है। तू उसे पैसे न देता तो वो शराब पीकर अपनी पत्नी को दुःख नही देता। सेठ बोलता है प्रभु मेने तो एक गरीब को दान दिया है और शास्त्रों में भी दान देने की बात लिखी है। तब भगवान् ने कहा कि दान देने से पहले पात्र की योग्यता तो परखनी चाहिए की वो दान लेने के योग्य है या नहीं,या उसे किस प्रकार के दान की जरुरत है। तुमने धन देकर उसकी मदद क्यों की, तुम उसको भोजन भी करा सकते थे।* *और रही बात उसकी दरिद्रता की तो उसे देना होता तो मैं ही दे देता, वो जिस योग्य था उतना मैने उसे दिया, जब मैने ही उसकी अयोग्यता के कारण उससे सब कुछ नही दिया तो तुम्हे उसे क्या जरुरत थी धन देने की, तुम उसे भोजन भी करवा सकते थे। और तुम्हारे दिये हुए धन-दान के कारण तीन जीव हत्याए हुई है और इन हत्याओ के पाप का फल अब तुम्हे भुगतना पड़ेगा।* *सो कहने का तातपर्य ये हैं कि - दान देना बुरी बात नही लेकिन देने से पहले ये परख ले की आप जो दान कर रहे है उसका उपयोग किसी पाप कर्म में तो नही हो रहा है। आप देखें कि आपका दान किसी का भला कर सार्थक हो भी रहा है या नही । भले ही दान हेतु आपके भाव श्रेष्ठ हो , लेकिन अगर आपके द्वारा दिये दान से कोई पाप कर्म फलित होता है, तो आपको उस दिए दान के पुण्य के साथ-साथ उसके पाप के फल को भी भोगना होगा। अगर आपके दान से कोई बुरा कर्म फलित करता है तो उसके साथ कर्म का भागीदार आपको भी बनना पड़ेगा , क्योकि इस कर्म को फलित करने के लिए पानी सीचने का काम तो आप ही ने किया ।* 🙏🙏 *जो प्राप्त है-पर्याप्त है* *जिसका मन मस्त है* *उसके पास समस्त है!!* *हमारा आदर्श : सत्यम्-सरलम्-स्पष्टम्* *दाद, खाज और खुजली* लाल मिर्च के चूर्ण को एक कटोरी सरसों के तेल में मिला लें और इसे गर्म कर लें। बाद में इसे छानकर और ठंडा होने के बाद अपने शरीर पर इसकी मालिश करें, इससे दाद, खाज और खुजली से राहत मिलती है I *पेट साफ करने का रामबाण इलाज* 1. पेट साफ करने के तरीके में इसबगोल रामबाण दवा है। 10 ग्राम इसबगोल 125 ग्राम दही में मिला कर सुबह और शाम खाने से पेट साफ करने में मदद मिलती है। 2. कब्ज़ का इलाज gharelu upay से करना हो तो रात को सोने से पूर्व बादाम का तेल गुनगुने दूध में मिला कर पिए। इस उपाय को लगातार 2 हफ्ते तक किया जाये तो पुरानी से पुरानी कब्ज़ ठीक होने लगती है। 3. नारियल पानी भी पेट साफ़ करने में मददगार है। प्रतिदिन नारियल पानी सुबह खाली पेट पीने से बहुत फायदा मिलता है। 4. पेट साफ़ रखने के लिए शरीर में अच्छे बैक्टेरिया होना जरुरी है। इसलिए दिन में एक से दो कप दही अपनी डाइट में शामिल करे। 5. पेट साफ करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार में त्रिफला चूर्ण भी काफी असरदार है। पांच से छह ग्राम त्रिफला चूर्ण दो सौ ग्राम हल्के गरम दूध के साथ पिए।
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- Ek kahani..... MAA.1
- कोटपुतली-बहरोड़ जिले के बहरोड़ थाने में जयपुर रेंज आईजी के आने की सूचना पर चल रही तैयारी,जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई पहुंचे थाने पर,आईजी करेंगे थाने का निरीक्षण#Rajasthan Police #KotputliBehror #behror1
- असदुद्दीन ओवैसी ने छिछोरा बोलने पर राजद को घेरा1
- सन्त निरंकारी मण्डल लालसोट के तत्वाधान में क्षमा याचना पर्व सामुदायिक भवन खटवा रोड़ में हर्षोल्लास से मनाया गया। जिसमें मण्डल प्रमुख चोथमल सैन ने बताया कि प्रति वर्ष की भाँति सेवा दल के महात्माओं के सहयोग से यह पर्व क्षमा याचना" पर्व मनाया गया । सेवा दल संचालक रामौतार निरंकारी ने बताया कि 78वां अन्तर्राष्ट्रीय सन्त समागम (वार्षिक) समालखा (हरियाणा) में की सेवाओं में किसी भूल (कमी) हुई हो तो हमें क्षमा करें। उनका उद्देश्य "नर सेवा नारायण सेवा" के सिद्धान्त पर आधारित है जहाँ वे निस्वार्थ भाव से मानवता की सेवा को ही ईश्कर की सच्ची भक्ति मानते हैं महिला सेवा दल ईन्चार्ज श्यामा शर्मा, रुकमनी, जसोदा म,नभर संतोष ने भी भजन गाए विचार आनन्दील, किशन लाल, प्रकाश, कैलाश सैनी ताराचंदजी, गंगाधर द्वारा विचार व्यक्त किये। संचालन संरक्षक घनश्याम गुरुजी ने किया।4
- श्रमजीवी पत्रकार संघ की बैठक संपन्न, जल प्रहरी नेहपाल सिंह का हुआ भव्य सम्मान जन जागरण संदेश राजगढ़ (नेमी नीमला)। श्रमजीवी पत्रकार संघ उपशाखा राजगढ़-रैणी की एक महत्वपूर्ण बैठक शनिवार को संघ के स्थानीय कार्यालय में आयोजित की गई। उपशाखा अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में मुख्य रूप से संगठन की मजबूती और आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर चर्चा की गई।बैठक के दौरान संघ के विधि सलाहकार नेहपाल सिंह को 'जिला जल प्रहरी' सम्मान मिलने पर खुशी जाहिर की गई। संघ की ओर से उनका साफा और दुपट्टा पहनाकर भव्य अभिनंदन किया गया। उपस्थित सदस्यों ने उनकी इस उपलब्धि को पत्रकारिता जगत के लिए गौरव का विषय बताया। संगठन मंत्री अमन जैन और मीडिया प्रभारी नेमी नीमला ने बताया कि बैठक में निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जनवरी माह में नववर्ष के उपलक्ष्य में एक विशेष समारोह का आयोजन किया जाएगा बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों को श्रमजीवी पत्रकार संघ के आधिकारिक सदस्यता कार्ड सौंपे गए।पत्रकारों को फील्ड में आने वाली व्यावहारिक समस्याओं और उनके निराकरण पर विस्तार से चर्चा की गई।इस अवसर पर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता के साथ उपाध्यक्ष नागपाल शर्मा, सचिव महेंद्र मीना, महासचिव रतन तिवाड़ी, संगठन मंत्री अमन जैन, विधि सलाहकार नेहपाल सिंह, कोषाध्यक्ष प्रदीप शर्मा और मीडिया प्रभारी नेमी नीमला सहित क्षेत्र के कई गणमान्य पत्रकार साथी मौजूद रहे।2
- लोकसभा में जयपुर ग्रामीण सांसद ने जमकर बोला,लोकसभा में EWS के लिए राष्ट्रीय आयोग बनाने का प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया है। यह आयोग पूरे देश में एक समान मानक, स्पष्ट दिशा-निर्देश और पारदर्शी प्रक्रिया तय करेगा ठीक वैसे ही जैसे अन्य वर्गों के लिए बने राष्ट्रीय आयोग काम करते हैं। शिकायत निवारण से लेकर राज्यों की निगरानी तक, यह व्यवस्था सुनिश्चित करेगी कि EWS को उनका हक बिना देरी और बिना भेदभाव मिले।1
- *प्रभु सैनी S/O नारायण सैनी ने अपने बयानों में स्वीकार किया है की खसरा नंबर 403 मैंने बेच दिया है। इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है। ना ही मेरा लड़का राजू सैनी का कोई अधिकार नहीं है।* *मनोहर शर्मा S/O राम प्रताप शर्मा ने अवैध रूप से किया है कब्जा* सविनय निवेदन है कि मेरे द्वारा राजस्व न्यायालय SDO राजगढ़ अलवर। वाद संख्या 02/57/2023 में वादी हरिओम धामाणी बनाम जितेन्द्र सैनी वगैरह प्रतिवादी के प्रकरण में दिनांक 17/04/2023 को माननीय न्यायालय द्वारा Stay आदेश पारित किया गया है, जिसकी प्रमाणित प्रति संलग्न है। कोर्ट के स्पष्ट Stay आदेश के बावजूद प्रतिवादीगणः । मनोहर लाल शर्मा S/O रामप्रताप, पटवारी द्वारा प्रतिबन्धित किये जाने के वावजूद चार दिवारी करना टीन शेड डालना। मुख्यत सरकारी अवकाश का फायदा उठाते हुए। अतिक्रमण करता है। राजू सैनी so प्रभूदयाल वगैरह द्वारा गोवर का ढेर लगाना एवं पेड काटना। द्वारा अतिक्रमण। मेरे भूमि/प्लॉट जमीन पर जबरदस्ती प्रवेश कर रहे हैं। कच्चा निर्माण कार्य कर रहे हैं। कब्जा करने का प्रयास कर रहे है कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर रहे हैं। कानून का मजाक बनाया जाकर अतिक्रमियो कि हौसलाहफजाई की जा रही है। इनका वेखौफ होकर अतिक्रमण करना सन्देहास्पद है। जिसे रोकना एवं अतिक्रमियो में भय व्याप्त करने कि सख्त आवश्यकता है। कानून की अवहेलना जो कि एक दंडनीय अपराध है और IPC धारा 188 न्यायालय सार्वजनिक अधिकारी के आदेश की अवज्ञा के अंतर्गत दंडनीय है। बौने प्रतिवादी को आदेशा की जानकारी भी दे दी है लेकिन वह जानबूझकर कोर्ट आदेश का उल्लंघन कर रहे हैं। मौके की फोटो वीडियो एवं गवाह भी उपलब्ध हैं। अन आपसे विनम्र निवेदन है कि. न्यायालय के Stay आदेश के उल्लंघन पर प्रतिवादीगण के खिलाफ IPC धारा 188 सहित उपयुक्त धाराओं में FIR दर्ज की जाए। 2 मौके पर पुलिस भेजकर तत्काल अवैध निर्माण कब्जा रोका जाए। 3. भविष्य में किसी भी विवाद या हिंसा की आशंका को देखते हुए पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए। कार्यवाही में तत्कतता कि आपसे आशा करते है। प्रतिवादीगण को उनके 4 कुकृत्य के लिये दंडित करने की कृपा करे।4
- कोटपुतली-बहरोड़ जिले के बहरोड़ थाने में जयपुर रेंज आईजी के आने की सूचना पर चल रही तैयारी,जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई पहुंचे थाने पर,आईजी करेंगे थाने का निरीक्षण#Rajasthan Police #KotputliBehror #behror1