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- रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार सत्यार्थ न्यूज रुदावल, भरतपुर पुलिस चौकी में संचालित थाना, 17साल से संचालित है छोटी सी बिल्डिंग में थाना भरतपुर जिले का रुदावल थाना लगातार 17साल से एक छोटी से बिल्डिंग में संचालित है भवन के अभाव में थाने के कामकाज भी अस्त व्यस्त हो रहे हैं, वहीं सभी पुलिस कर्मी किराए के कमरों में रहते हैं जानकारी के अनुसार वर्तमान पुलिस थाना जो की महज तीन छोटे छोटे कमरों में संचालित है जहां पुलिस के अपने कागजात एवं मैस एवं अन्य जब्त सामान क़ो रखने में भारी परेशानी होती है वर्ष 2009में रुदावल पुलिस थाने के लिए हनुमान मंदिर के पास साढ़े चार बीघा जमीन आवंटित की गई वहीं उस समय आए बजट से दो कमरे भी बनाए गए लेकिन दो कमरों में थाना शिफ्ट नहीं हो पाया और थाने के लिए बने दोनों भवन भी जर्जर होने लगे हैं, अगर बात स्थानीय प्रतिनिधियों की करी जाए तो पूर्व विधायक बच्चू सिंह बंसीबाल, पूर्व विधायक अमरसिंह जाटव एवं वर्तमान विधायक डॉ ऋतू बनाबत ने भी विधानसभा में थाने के भवन निर्माण का मुद्दा उठाया एवं पांच बार बजट के लिए प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं लेकिन आज तक़ थाने की समस्या जस की तस बनी हुई है1
- मुख्यमंत्री राजश्री योजना 1 जून 2016 के बाद जन्मी बालिकाओं को जन्म से लेकर 12वीं कक्षा तक कुल ₹50,000 की वित्तीय सहायता 6 किस्तों में दी जाती है, योजना के मुख्य बिंदु: वित्तीय सहायता: ₹50,000 की कुल राशि 6 किस्तों में।1
- गोविंद देव जी के मंदिर में भागवत कथा में कथावाचक अमन भारती के मुखारविंद से कथा में रस बरसाया गया गोविंद जी के मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा में कथावाचक अमन भारती के मुखारविंद से समुद्र मंथन की कथा, 52 भगवान के जन्म की कथा और गज और ग्राह की कथा एवं बालकृष्ण के जन्म की कथा व नंद उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। नंदोत्सव का महत्व भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के बाद गोकुल में उनके पालक पिता नंद बाबा और माता यशोदा के घर खुशी मनाने में है, जो जन्माष्टमी के अगले दिन मनाया जाता है; यह उत्सव आनंद, उल्लास और आध्यात्मिक शुद्धिकरण का प्रतीक है, जहाँ धन का दान, गायन और भक्ति के माध्यम से भक्तों को नंद लाला की कृपा मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है आनंद और उल्लास: यह भगवान कृष्ण के जन्म की खुशी और उनके पालन-पोषण के आनंद का प्रतीक है, जो भक्तों को उत्सव और सेवा में शामिल होने का अवसर देता है. नंद बाबा और यशोदा मैया का सम्मान: यह पर्व नंद बाबा और यशोदा मैया के प्रति सम्मान व्यक्त करता है, जिन्होंने कृष्ण का पालन-पोषण किया. आध्यात्मिक शुद्धिकरण: इस दिन ब्राह्मणों और ज़रूरतमंदों को दान देने से धन और जीवन शुद्ध होता है, जैसा कि नंद बाबा ने किया था. नंद लाला की कृपा: शास्त्रों के अनुसार, नंदोत्सव मनाने से नंद के लाला (श्रीकृष्ण) की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में धन-धान्य की कमी नहीं होती. भक्ति की पूर्णता: जन्माष्टमी (स्मरण) और नंदोत्सव (उत्सव) मिलकर भक्ति की पूर्णता दर्शाते हैं, जहाँ भगवान के अवतरण का स्मरण और भक्तों का आनंदमय प्रत्युत्तर शामिल होता है. ब्रज संस्कृति का दर्शन: यह गोकुल और नंदगांव में मनाए जाने वाले उत्सव को दर्शाता है, जहाँ हर कोई नन्हे कृष्ण के दर्शन के लिए आता था.4
- बाबा का डांस हुआ वायरल#अजीतपुरा कला में महंत मुकेश नाथ महाराज पहुंचे#बाबा के जाते ही भीड़ उमड़ी#हरियाणा का बाबा वायरल#कहानी सुन,हो जायेगा हैरान#shahpuranews#breakingnews #खाटू#shahpuranews#jantarsaudável#1
- #कोसीकला के निकासा क्षेत्र में मुस्लिम शादियों में बजाया डीजे तो मौलाना नहीं पढ़ेंगे निकाह1
- जिला करौली तहसील मंडरायल रोड मार्कोवा पर यह एक्सेंट हुआ है1
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