*खदान हादसे में युवक की दर्दनाक मौत बिना बताए शव ले गए संचालक, जांच की उठी मांग* *परिजनों ने लगाया लापरवाही और सूचना छिपाने का आरोप, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल* विजयराघवगढ़ मैहर गांव घोरबई (पोस्ट अजयमैन, तहसील मैहर, जिला सतना) निवासी अनीकेत सिंह (पुत्र चंद्रभान सिंह) की मौत खदान में काम करते समय एक दर्दनाक हादसे में हो गई। यह हादसा भटूरा गांव स्थित एक खदान में हुआ, जहां अनीकेत क्रॉलर एक्सकैवेटर मशीन को पानी में धो रहा था। इसी दौरान मशीन अचानक खदान के गहरे पानी में धँस गई और अनीकेत मशीन के साथ ही पानी में समा गया।स्थानीय सूत्रों के अनुसार, हादसे के बाद खदान संचालकों ने न तो पुलिस को सूचित किया और न ही मृतक के परिवार को जानकारी दी। घटना के बाद खदान प्रबंधन द्वारा अनीकेत का शव सीधे कटनी जिले के विजयराघवगढ़ ले जाया गया, जिससे परिजन सदमे और आक्रोश में हैं।परिवार का कहना है कि हादसे के समय यदि तत्काल सूचना दी जाती तो शायद अनीकेत की जान बचाई जा सकती थी।परिजनों ने खदान संचालकों पर गंभीर लापरवाही और घटना को छिपाने का आरोप लगाया है।परिवार की माँगें है की हादसे की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जाँच कराई जाए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मृत्यु का वास्तविक कारण स्पष्ट किया जाए।खदान संचालकों और जिम्मेदार व्यक्तियों पर आपराधिक कार्रवाई की जाए। खदानों में सुरक्षा मानकों की सख्ती से जाँच और अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।परिजनों का कहना है अनीकेत की मौत सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि खदान प्रबंधन की लापरवाही का नतीजा है। हमें न्याय चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।इस घटना ने न केवल परिवार बल्कि पूरे इलाके को झकझोर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि खदानों में मजदूरों की सुरक्षा के नाम पर केवल औपचारिकता निभाई जाती है।यह हादसा प्रशासन और खदान संचालकों के लिए चेतावनी है कि अगर अब भी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं हुआ, तो ऐसे हादसे दोबारा हो सकते हैं। फिलहाल परिवार ने पुलिस और जिला प्रशासन से न्यायपूर्ण जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
*खदान हादसे में युवक की दर्दनाक मौत बिना बताए शव ले गए संचालक, जांच की उठी मांग* *परिजनों ने लगाया लापरवाही और सूचना छिपाने का आरोप, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल* विजयराघवगढ़ मैहर गांव घोरबई (पोस्ट अजयमैन, तहसील मैहर, जिला सतना) निवासी अनीकेत सिंह (पुत्र चंद्रभान सिंह) की मौत खदान में काम करते समय एक दर्दनाक हादसे में हो गई। यह हादसा भटूरा गांव स्थित एक खदान में हुआ, जहां अनीकेत क्रॉलर एक्सकैवेटर मशीन को पानी में धो रहा था। इसी दौरान मशीन अचानक खदान के गहरे पानी में धँस गई और अनीकेत मशीन के साथ ही पानी में समा गया।स्थानीय सूत्रों के अनुसार, हादसे के बाद खदान संचालकों ने न तो पुलिस को सूचित किया और न ही मृतक के परिवार को जानकारी दी। घटना के बाद खदान प्रबंधन द्वारा अनीकेत का शव सीधे कटनी जिले के विजयराघवगढ़ ले जाया गया, जिससे परिजन सदमे और आक्रोश में हैं।परिवार का कहना है कि हादसे के समय यदि तत्काल सूचना दी जाती तो शायद अनीकेत की जान बचाई जा सकती थी।परिजनों ने खदान संचालकों पर गंभीर लापरवाही और घटना को छिपाने का आरोप लगाया है।परिवार की माँगें है की हादसे की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जाँच कराई जाए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मृत्यु का वास्तविक कारण स्पष्ट किया जाए।खदान संचालकों और जिम्मेदार व्यक्तियों पर आपराधिक कार्रवाई की जाए। खदानों में सुरक्षा मानकों की सख्ती से जाँच और अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।परिजनों का कहना है अनीकेत की मौत सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि खदान प्रबंधन की लापरवाही का नतीजा है। हमें न्याय चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।इस घटना ने न केवल परिवार बल्कि पूरे इलाके को झकझोर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि खदानों में मजदूरों की सुरक्षा के नाम पर केवल औपचारिकता निभाई जाती है।यह हादसा प्रशासन और खदान संचालकों के लिए चेतावनी है कि अगर अब भी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं हुआ, तो ऐसे हादसे दोबारा हो सकते हैं। फिलहाल परिवार ने पुलिस और जिला प्रशासन से न्यायपूर्ण जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
- “नारे बता रहे हैं चुनाव का मूड? कुमारी क्षेत्र में देवकीनंदन पटेल के समर्थन में ज़बरदस्त उत्साह”1
- मंडला - रिहायशी इलाके में बाघ का मूवमेंट.. ग्रामीणों में दहशत का माहौल... वन विभाग ने की ग्रामीणों से सावधान और सतर्क रहने की अपील.1
- जिला कटनी। नगर परिषद बरही में भ्रष्टाचार और विकास कार्यों की गुणवत्ता को लेकर उठे सवाल, नगर में बढ़ी नाराज़गी1
- कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री सुधीर कुमार कोचर का मतदाताओं को संदेश = मतदाता सूची में नाम, पता, फोटो, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर आदि में संशोधन, निवास स्थान परिवर्तन, खोए/क्षतिग्रस्त EPIC कार्ड के पुनः निर्गमन, विवाह उपरांत स्थानांतरण अथवा दिव्यांगता विवरण दर्ज कराने हेतु फॉर्म-8 भरना आवश्यक है। यह फॉर्म ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उपलब्ध है। #Damoh1
- ख़बर ap tk1
- कभी पौधे लगाए? वह वृक्ष बनाए? उनसे प्राप्त प्राणवायु छाया/फल पाए! इसका सुखद अनुभव जरूर बताएं! #पर्यावरण #पौधारोपण #प्रकृति #reel #trend1
- “बांग्लादेश में मानवता शर्मसार | हिंदू युवक को बांधकर जिंदा जलाया गया”1
- विदिशा में एक पिता ने अपनी जीवित बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया....घर में युवती का पुतला बनाकर अर्थी तैयार की गई, परिजनों ने मातम मनाया....युवती की अंतिम यात्रा में रिश्तेदार और मोहल्ले वाले शामिल हुए...भाई ने जीवित बहन को मुखाग्नि दी और पूरे विधि विधान से अंतिम क्रिया कर्म किया गया.... विदिशा में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला जहां एक पिता ने अपनी जीवित बेटी को मृत मानकर अंतिम संस्कार कर दिया.... मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के चूना वाली गली का है.... 23 वर्षीय सविता कुशवाह ने बरईपुरा के रहने वाले संजू रजक से प्रेम विवाह किया तो परिवार के लोगों को ये रास नहीं आया.... दरअसल युवती का भाई सौरभ कुशवाहा और संजू रजक दोनों दोस्त थे.... 11 दिसंबर के दिन संजू सौरभ की बहन सविता को लेकर भाग गया जिसकी शिकायत उन्होंने कोतवाली थाने में 13 तारीख को दर्ज कराई..... सविता 18 तारीख को थाने पे पेश हुई और उसने पुलिस को बताया कि उसने संजू रजक से भोपाल के आर्य समाज मंदिर में प्रेम विवाह कर लिया है....लड़की के परिजनों ने युवती को कई बार समझाने का प्रयास किया उसे समाज और संबंधों की दुहाई दी लेकिन वह नहीं मानी तो परिजनों ने गुस्से में उसे मृत स्वीकार कर अंतिम संस्कार कर दिया..... परिजनों का कहना है कि अब वह अपनी जीवित युवती की तेरई कर गंगा जी जाकर पिंडदान करेंगे....एडिशनल एसपी प्रशांत के अनुसार मामले में गुम इंसान की कायमी की गई थी और बालिग युवती के कथन लेकर जरूरी कार्यवाही की गई है.... @highlight1
- दबंग सचिव की गुंडागर्दी सरकारी जमीन पर कब्जा कर ग्रामीणों को दी जान से मारने की धमकी उमरिया/ जिले के मानपुर तहसील अंतर्गत ग्राम बड़छड़ में एक पंचायत सचिव की दबंगई और भ्रष्टाचार का रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। अपनी शक्ति और पद के मद में चूर ग्राम पंचायत भरौली के सचिव रमेश्वर तिवारी पर ग्रामीणों ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने और विरोध करने पर ग्रामीणों को लाठी-डंडों से डराने-धमकाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। सरकारी जमीन पर बन रहा निजी किला ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर को सौंपे गए शिकायती पत्र के अनुसार, खसरा नंबर 2200/1 की सरकारी भूमि पर सचिव ने नवंबर 2025 से ही अपनी गिद्ध दृष्टि जमा ली थी। ग्रामीणों का कहना है कि जिस जमीन का उपयोग गांव के लोग पिछले 50 वर्षों से खेती-किसानी के लिए कर रहे थे, वहां अब सचिव ने अवैध रूप से मकान निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। यह केवल जमीन का विवाद नहीं है, बल्कि एक सरकारी लोक सेवक द्वारा अपने पद का सरेआम दुरुपयोग है। सचिव ने न केवल नियमों की धज्जियां उड़ाई हैं, बल्कि ग्रामीणों के पुश्तैनी अधिकारों का भी हनन किया है। खेत में आए तो मार दिए जाओगे इस मामले में जब गरीब ग्रामीणों ने अपनी रोजी-रोटी और हक के लिए आवाज उठाई, तो उन्हें न्याय के बजाय धमकियां मिलीं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सचिव और उनके गुर्गे लाठी-डंडे लेकर लोगों को खेतों में जाने से रोकते हैं। महिलाओं और किसानों को सरेआम अपमानित किया जा रहा है और उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारे परिवार को रामेश्वर तिवारी से जान का खतरा है। क्या सो रहा है प्रशासन? ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। शिकायती पत्र पर गांव के दर्जनों लोगों शीला बाई कोल, उमा बाई, शकुन कोल, आदि के हस्ताक्षर इस बात का प्रमाण हैं कि पूरा गांव इस अन्याय के खिलाफ खड़ा है। ग्रामीणों की मांग है कि सचिव द्वारा किए गए अवैध कब्जे को तत्काल बुलडोजर चलाकर ढहाया जाए। सरकारी पद का दुरुपयोग करने के आरोप में सचिव पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों को सुरक्षा प्रदान की जाए ताकि वे निर्भय होकर अपने खेतों में जा सकें। यह मामला प्रदेश प्रशासन की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है। यदि रक्षक ही भक्षक बन जाएगा, तो आम जनता कहां जाएगी, ग्राम बड़छड़ के निवासी अब कलेक्टर के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।1