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मंडला जिला अस्पताल में गुंडागर्दी डॉक्टर और नर्सों के साथ बदसलूकी आपातकालीन कक्ष में मरीज के परिजनों ने दी धमकी
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मंडला जिला अस्पताल में गुंडागर्दी डॉक्टर और नर्सों के साथ बदसलूकी आपातकालीन कक्ष में मरीज के परिजनों ने दी धमकी
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- मंडला के हेल्थ केयर हॉस्पिटल में 8 दिसंबर की रात गर्भवती महिला का आपातकालीन ऑपरेशन मामला, अस्पताल ने कहा जांच में भ्रूण की फीटल हार्ट साउंड नहीं मिलने पर परिजनों की सहमति से सर्जरी की गई, जिसमें भ्रूण मृत पाया गया #gurumohan #mandlababydeath #mandla news1
- Post by User33591
- 🔴 डलहौजी में बड़ा हादसा टला: टेंपो ट्रैवलर खाई से बाल-बाल बची, यात्रियों ने कूदकर बचाई जान 》 डलहौजी (हिमाचल प्रदेश) | Sach Tak Patrika News 》 हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल डलहौजी में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब पहाड़ी सड़क पर चढ़ते वक्त एक टेंपो ट्रैवलर अचानक पीछे की ओर फिसलने लगी। यह घटना कुछ ही पलों में एक बड़े हादसे में तब्दील हो सकती थी, लेकिन यात्रियों की सतर्कता और किस्मत के सहारे कई जिंदगियाँ बच गईं। --- कैसे हुआ हादसा? प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टेंपो ट्रैवलर पहाड़ी मार्ग पर चढ़ाई कर रही थी। इसी दौरान वाहन का संतुलन बिगड़ गया और वह अचानक पीछे की ओर जाने लगी। देखते ही देखते गाड़ी के पिछले टायर खाई की ओर पहुंच गए, जिससे वाहन में सवार यात्रियों में दहशत फैल गई। --- यात्रियों ने कूदकर बचाई जान स्थिति को भांपते हुए, कई यात्रियों ने चलती ट्रैवलर से कूदने का फैसला किया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि लोग डर के मारे गाड़ी से बाहर कूदते और सड़क पर गिरते नजर आ रहे हैं। कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आईं, लेकिन कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। --- पेड़ बना जीवन रक्षक हादसे के दौरान सबसे राहत की बात यह रही कि टेंपो ट्रैवलर एक पेड़ से टकराकर रुक गई। अगर यह पेड़ रास्ते में न होता, तो गाड़ी सीधे गहरी खाई में गिर सकती थी और बड़ा जानलेवा हादसा हो सकता था। --- वीडियो हुआ वायरल इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में हादसे की भयावहता और यात्रियों की घबराहट साफ देखी जा सकती है। सोशल मीडिया पर लोग पहाड़ी इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था और वाहनों की फिटनेस को लेकर सवाल उठा रहे हैं। --- सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल यह घटना एक बार फिर पहाड़ी इलाकों में सड़क सुरक्षा, वाहन फिटनेस और ब्रेक सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े करती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि— पहाड़ी मार्गों पर चलने वाले वाहनों की नियमित जांच नहीं होती ओवरलोडिंग आम बात बन चुकी है आपात स्थिति में ड्राइवरों को उचित ट्रेनिंग नहीं मिलती --- प्रशासन से उठी मांग घटना के बाद स्थानीय लोगों और यात्रियों ने प्रशासन से मांग की है कि— पहाड़ी सड़कों पर चलने वाले वाहनों की सख्त तकनीकी जांच की जाए ड्राइवरों के लिए विशेष ट्रेनिंग अनिवार्य की जाए खतरनाक मोड़ों और ढलानों पर सुरक्षा उपाय बढ़ाए जाएँ --- राहत की बात गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह घटना एक चेतावनी है कि थोड़ी सी लापरवाही पहाड़ी इलाकों में बड़े हादसे का कारण बन सकती है। --- उठते सवाल ❓ क्या पहाड़ी पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है? ❓ क्या यात्रियों की जान से ज्यादा जरूरी पर्यटन और कमाई है? ❓ प्रशासन ऐसे हादसों से सबक कब लेगा? --- 📰 Sach Tak Patrika News ✒️ संवाददाता / रिपोर्ट: संवाददाता दीपक विश्वकर्मा जबलपुर, 🗣️ “हमारी सबसे बड़ी ताकत — सच ही हमारी ताकत है।”1
- वेयरहाउस संचालक की दबंगई से किसान परेशान #seoni #seoninews #bsnetwork @collectorseoni1 @ProSeoni1
- तीन दिवसीय भूकंपरोधी संरचना निर्माण विषयक प्रशिक्षण प्रारंभ उमरिया । आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल, गृह विभाग म.प्र. शासन एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में एवं यूनिसेफ मध्यप्रदेश के सहयोग से तीन दिवसीय भूकंपरोधी संरचना निर्माण विषयक प्रशिक्षण का आयोजन बांधवगढ़ सभाकक्ष, जिला पंचायत कार्यालय में किया गया। कार्यक्रम में कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने कहा कि उमरिया जिला भूकंप की दृष्टि से सिस्मिक जोन-3 में आता है। जिला सिस्मिक जोन-3 में होने से भूकंप के प्रति संवेदनशील है, इस प्रकार के प्रशिक्षण से जिले में पदस्थ विभिन्न विभागों के सिविल कार्य से जुड़े अधिकारीगणों की दक्षता में वृधि होगी। उन्होंने प्रतिभागियों को निर्देशित किया कि सभी लोग प्रशिक्षण को गंभीरता से लें और अपने विभाग के अंतर्गत आने वाली विषयों पर विशेष ध्यान दें जिससे कि सभी प्रतिभागियों का प्रभावी ज्ञानवर्धन हो सके और भविष्य में आपके द्वारा बनायीं जाने वाली संरचनाओं का निर्माण भूकंप रोधी बनाने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत उमरिया अभय सिंह ने कहा कि आपदा कभी भी, कही भी ,किसी भी रूप में आ सकती है । आपदा के दौरान जागरूकता के अभाव में असमंजस एवं भय का वातावरण निर्मित हो जाता है, इस प्रकार की कार्यशालाए आपदा के प्रभाव को कम करने में सहायक होती है। कार्यक्रम समन्वयक, आपदा प्रबंध संस्थान गृह विभाग भोपाल अभिषेक मिश्रा ने कहा कि भूकंप से किसी की मृत्यु नहीं होती है हमारे व्दारा बनाई गई संरचनाओ के ढहने मे लोगो की मृत्यु होती है। प्रशिक्षण से प्रतिभागियो की समझ विकसित होगी । कार्यक्रम में आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल गृह विभाग के तुषार गोलाईत, तकनीकी विशेषज्ञ ने भूकंप आपदा, सिस्मोलौजी, कारण एवं बचाव के उपायों के बारे में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में सुश्री संस्कृति मरकाम,सब इंजीनियर सहित 55 प्रतिभागियों ने सहभागिता की। कार्यक्रम का संचालन एवं समन्वय सुश्री रवीना पटेल, एस.डी.ओ. लोक निर्माण विभाग द्वारा किया गया। 18 दिसंबर को बिल्डिग कोड्स के बारे मे जानकारी एवं फील्ड विजिट आयोजित की जाएगी ।1
- नरसिंहपुर नगर पालिका के समस्त सफाई कर्मचारियों ने पिछले 3 माह की वेतन न मिलने से नाराज होकर विरोध स्वरूप अनोखा प्रदर्शन ओर रैली निकाली रैली निकालते हुए शहर में कचरा फैलाया1
- Post by User50841
- मंडला जिला अस्पताल में गुंडागर्दी डॉक्टर और नर्सों के साथ बदसलूकी आपातकालीन कक्ष में मरीज के परिजनों ने दी धमकी1