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3 hrs ago
user_Pravesh bb k
Pravesh bb k
Haidergarh, Barabanki•
3 hrs ago

More news from Barabanki and nearby areas
  • Post by Pravesh bb k
    1
    Post by Pravesh bb k
    user_Pravesh bb k
    Pravesh bb k
    Haidergarh, Barabanki•
    3 hrs ago
  • दबंग के आगे बेबस सिस्टम सार्वजनिक रास्ता चढ़ा कब्जे की भेंट सरकार के बुलडोज़र पर सवाल—क्या कार्रवाई सिर्फ़ कमज़ोरों और धर्म विशेष तक सीमित है? जनापुर गांव में सार्वजनिक रास्ते पर हुआ अवैध कब्जा अब सिर्फ एक स्थानीय समस्या नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई नीति पर बड़ा सवाल बन चुका है। वर्ष 2018 से लगातार दी जा रही शिकायतों के बावजूद गांव के दबंग द्वारा किए गए पक्के अवैध निर्माण पर आज तक कोई बुलडोज़र नहीं चला। दबंग ने सार्वजनिक रास्ते को खुलेआम कब्जे में लेकर उसे निजी जागीर बना लिया, लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना रहा । यही वजह है कि अब यह मामला सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बहुचर्चित “बुलडोज़र एक्शन” पर सवाल उठा रहा है। ग्रामीणों का सवाल साफ है— क्या बुलडोज़र सिर्फ़ कमज़ोरों, गरीबों और धर्म विशेष के लोगों के लिए ही है? क्या रसूखदार और दबंग कानून से ऊपर हैं? यह रास्ता दर्जनों परिवारों के लिए जीवनरेखा था। किसानों के खेत इसी रास्ते से जुड़े थे, स्कूली बच्चे इसी से आते-जाते थे। रास्ता बंद होने से खेती प्रभावित हुई, बच्चों की सुरक्षा खतरे में पड़ी, लेकिन अफसरों की फाइलें वर्षों से धूल फांक रही हैं।ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध कब्जे की जानकारी प्रशासन को समय-समय पर दी गई। अधिकारी मौके पर पहुंचे, निरीक्षण भी किया गया, मगर कार्रवाई सिर्फ काग़ज़ों तक सीमित रही। इससे यह आशंका और गहरी होती जा रही है कि दबंग को सत्ता और सिस्टम का संरक्षण प्राप्त है। सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि जब ग्रामीणों ने कब्जे का विरोध किया तो उन्हें धमकाया गया, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। सवाल उठता है कि जब आम आदमी बोले तो मुकदमे, और जब दबंग कब्जा करे तो खामोशी—यह कैसा कानून का राज है? अगर सरकार ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर सच में अमल करती है, तो फिर 2018 से चले आ रहे इस अवैध कब्जे पर अब तक बुलडोज़र क्यों नहीं चला? क्या कानून की धार रसूख के आगे कुंद हो जाती है? सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि यदि रास्ता बंद होने के कारण किसी दिन कोई बड़ा हादसा होता है, तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा—स्थानीय प्रशासन, जिला प्रशासन या प्रदेश सरकार? ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि सार्वजनिक रास्ते को तत्काल अतिक्रमण मुक्त कराया जाए और दोषियों के साथ-साथ उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो, जिन्होंने वर्षों तक आंखें मूंदे रखीं। अब सवाल सिर्फ जनापुर का नहीं है, सवाल यह है कि उत्तर प्रदेश में बुलडोज़र न्याय समान है या चयनित? अब देखना यह है कि सरकार इस सवाल का जवाब कार्रवाई से देती है या चुप्पी से।
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    दबंग के आगे बेबस सिस्टम  सार्वजनिक रास्ता चढ़ा कब्जे की भेंट सरकार के बुलडोज़र पर सवाल—क्या कार्रवाई सिर्फ़ कमज़ोरों और धर्म विशेष तक सीमित है?
जनापुर गांव में सार्वजनिक रास्ते पर हुआ अवैध कब्जा अब सिर्फ एक स्थानीय समस्या नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई नीति पर बड़ा सवाल बन चुका है। वर्ष 2018 से लगातार दी जा रही शिकायतों के बावजूद गांव के दबंग द्वारा किए गए पक्के अवैध निर्माण पर आज तक कोई बुलडोज़र नहीं चला। दबंग ने सार्वजनिक रास्ते को खुलेआम कब्जे में लेकर उसे निजी जागीर बना लिया, लेकिन प्रशासन   मूकदर्शक बना रहा । यही वजह है कि अब यह मामला सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बहुचर्चित “बुलडोज़र एक्शन” पर सवाल उठा रहा है। ग्रामीणों का सवाल साफ है—
क्या बुलडोज़र सिर्फ़ कमज़ोरों, गरीबों और धर्म विशेष के लोगों के लिए ही है?
क्या रसूखदार और दबंग कानून से ऊपर हैं? यह रास्ता दर्जनों परिवारों के लिए जीवनरेखा था। किसानों के खेत इसी रास्ते से जुड़े थे, स्कूली बच्चे इसी से आते-जाते थे। रास्ता बंद होने से खेती प्रभावित हुई, बच्चों की सुरक्षा खतरे में पड़ी, लेकिन अफसरों की फाइलें वर्षों  से धूल फांक रही हैं।ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध कब्जे की जानकारी प्रशासन को समय-समय पर दी गई। अधिकारी मौके पर पहुंचे, निरीक्षण भी किया गया, मगर कार्रवाई सिर्फ काग़ज़ों तक सीमित रही। इससे यह आशंका और गहरी होती जा रही है कि दबंग को सत्ता और सिस्टम का संरक्षण प्राप्त है। सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि जब ग्रामीणों ने कब्जे का विरोध किया तो उन्हें धमकाया गया, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। सवाल उठता है कि जब आम आदमी बोले तो मुकदमे, और जब दबंग कब्जा करे तो खामोशी—यह कैसा कानून का राज है? अगर सरकार ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर सच में अमल करती है, तो फिर 2018 से चले आ रहे इस अवैध कब्जे पर अब तक बुलडोज़र क्यों नहीं चला?
क्या कानून की धार रसूख के आगे कुंद हो जाती है? सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि यदि रास्ता बंद होने के कारण किसी दिन कोई बड़ा हादसा होता है, तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा—स्थानीय प्रशासन, जिला प्रशासन या प्रदेश सरकार? ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि सार्वजनिक रास्ते को तत्काल अतिक्रमण मुक्त कराया जाए और दोषियों के साथ-साथ उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो, जिन्होंने वर्षों तक आंखें मूंदे रखीं। अब सवाल सिर्फ जनापुर का नहीं है, सवाल यह है कि उत्तर प्रदेश में बुलडोज़र न्याय समान है या चयनित? अब देखना यह है कि सरकार इस सवाल का जवाब कार्रवाई से देती है या चुप्पी से।
    user_Adarsh pratap singh
    Adarsh pratap singh
    Journalist तिलोई, अमेठी, उत्तर प्रदेश•
    11 hrs ago
  • पत्रकार रामजी दीक्षित बाराबंकी बांग्लादेश में हिंदुओं के उत्पीड़न को लेकर सड़कों पर उतरे लोग मोहम्मद यूनुस का फूंका पुतला बाराबंकी। बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर निरंतर हो रहे अत्याचार के विरोध में बुधवार को बाराबंकी शहर में जनाक्रोश फूट पड़ा। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के हजारों कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर नगर पालिका परिषद प्रांगण से विशाल जन आक्रोश रैली निकालकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। जिसने पूरे नगर को देशभक्ति के रंग में रंग दिया। दोपहर करीब 1 बजे नगर के विभिन्न मार्गों से विरोध प्रदर्शन करते हुए पटेल चौराहे पहुंचे जहां पर विरोध उम्र प्रदर्शन में तब्दील हो गया। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश व बांग्लादेश के प्रधानमंत्री के विरुद्ध जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस और इस्लामिक आतंकवाद का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। प्रदर्शनकारियों ने "बांग्लादेश मुर्दाबाद", "आतंकवाद मुर्दाबाद" और "हिंदुस्तान जिंदाबाद" जैसे गगनभेदी नारे लगाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। वक्ताओं ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू समाज पर लगातार हो रहे अत्याचार मानवता को शर्मसार कर रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मांग की कि हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस और कठोर कदम उठाए जाएं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि हिंदू समाज पर हो रहे जुल्म को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह सिर्फ किसी एक देश का नहीं, बल्कि पूरे विश्व में मानवाधिकारों से जुड़ा गंभीर मुद्दा है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना हर हिंदू का नैतिक और राष्ट्रीय कर्तव्य है। सभी ने एक स्वर में बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा की मांग उठाई। प्रदर्शन के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन भारी पुलिस बल के साथ मूसतैद रहा। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यह आक्रोश रैली शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। लेकिन नगर में उठी यह आवाज साफ संदेश दे गई कि हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ देश चुप नहीं बैठेगा। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व विहिप विभाग संगठन मंत्री इंद्रेश ने किया। प्रदर्शन में बजरंग दल प्रांत साप्ताहिक मिलन प्रमुख अखिलेश प्रताप, जिलाध्यक्ष रामनाथ मौर्य, जिला मंत्री राहुल कुमार, जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रताप सिंह, विधि प्रकोष्ठ जिला संयोजक अमित कुमार गुप्ता, बजरंग दल जिला संयोजक राहुल विक्रम सहसंयोजक विनय वर्मा, दुर्गा वाहिनी जिला संयोजिका लीना, विभाग संयोजक अखंड प्रताप सहसंयोजक बहा प्रकाश, जिला सह मंत्री वीरेंद्र नगर मंत्री अभिनव नगर सह मंत्री सौरभ जिला विशेष संपर्क प्रमुख तुलसीराम चौहान, अखिलेश राजपूत, सुधीर, परितोष, अमन, हर गोविंद, जयनारायण, पूर्णेन्दु, विनय, रमाकांत, हरीश, तुषार तमाम हिंदू जनमानस उपस्थित रहा।
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    पत्रकार रामजी दीक्षित बाराबंकी                                                   बांग्लादेश में हिंदुओं के उत्पीड़न को लेकर सड़कों पर उतरे लोग
मोहम्मद यूनुस का फूंका पुतला
बाराबंकी। बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर निरंतर हो रहे अत्याचार के विरोध में बुधवार को बाराबंकी शहर में जनाक्रोश फूट पड़ा। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के हजारों कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर नगर पालिका परिषद प्रांगण से विशाल जन आक्रोश रैली निकालकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। जिसने पूरे नगर को देशभक्ति के रंग में रंग दिया। दोपहर करीब 1 बजे नगर के विभिन्न मार्गों से विरोध प्रदर्शन करते हुए पटेल चौराहे पहुंचे जहां पर विरोध उम्र प्रदर्शन में तब्दील हो गया। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश व बांग्लादेश के प्रधानमंत्री के विरुद्ध जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस और इस्लामिक आतंकवाद का प्रतीकात्मक पुतला
फूंका। प्रदर्शनकारियों ने "बांग्लादेश मुर्दाबाद", "आतंकवाद मुर्दाबाद" और "हिंदुस्तान जिंदाबाद" जैसे गगनभेदी नारे लगाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। वक्ताओं ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू समाज पर लगातार हो रहे अत्याचार मानवता को शर्मसार कर रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मांग की कि हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस और कठोर कदम उठाए जाएं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि हिंदू समाज पर हो रहे जुल्म को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह सिर्फ किसी एक देश का नहीं, बल्कि पूरे विश्व में मानवाधिकारों
से जुड़ा गंभीर मुद्दा है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना हर हिंदू का नैतिक और राष्ट्रीय कर्तव्य है। सभी ने एक स्वर में बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा की मांग उठाई। प्रदर्शन के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन भारी पुलिस बल के साथ मूसतैद रहा। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यह आक्रोश रैली शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। लेकिन नगर में उठी यह आवाज साफ संदेश दे गई कि हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ देश चुप नहीं बैठेगा। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व विहिप विभाग संगठन मंत्री इंद्रेश ने किया। प्रदर्शन में बजरंग
दल प्रांत साप्ताहिक मिलन प्रमुख अखिलेश प्रताप, जिलाध्यक्ष रामनाथ मौर्य, जिला मंत्री राहुल कुमार, जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रताप सिंह, विधि प्रकोष्ठ जिला संयोजक अमित कुमार गुप्ता, बजरंग दल जिला संयोजक राहुल विक्रम सहसंयोजक विनय वर्मा, दुर्गा वाहिनी जिला संयोजिका लीना, विभाग संयोजक अखंड प्रताप सहसंयोजक बहा प्रकाश, जिला सह मंत्री वीरेंद्र नगर मंत्री अभिनव नगर सह मंत्री सौरभ जिला विशेष संपर्क प्रमुख तुलसीराम चौहान, अखिलेश राजपूत, सुधीर, परितोष, अमन, हर गोविंद, जयनारायण, पूर्णेन्दु, विनय, रमाकांत, हरीश, तुषार तमाम हिंदू जनमानस उपस्थित रहा।
    user_राम जी दीक्षित पत्रकार
    राम जी दीक्षित पत्रकार
    Photographer नवाबगंज, बाराबंकी, उत्तर प्रदेश•
    4 hrs ago
  • बाराबंकी जनपद के मसौली थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार सुबह घने कोहरे के कारण एक सड़क हादसा हुआ। बाराबंकी-बहराइच हाईवे पर नहामऊ मोड़ के पास एक एक्सयूवी कार बालू लदे ट्रक से टकरा गई। हादसे में कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन कार में सवार पांचों लोग सुरक्षित बच गए। जानकारी के अनुसार, यह दुर्घटना टीआर भट्ठा चौराहे के पास नहामऊ मोड़ पर हुई। गोंडा की ओर से आ रही एक्सयूवी कार (यूपी 32 जीसी 0070) सामने मुड़ रहे ट्रक (यूपी 41 एटी 4535) से टकरा गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सुबह के समय घना कोहरा होने के कारण दृश्यता बेहद कम थी, जिससे कार चालक ट्रक को देख नहीं पाया। कार चालक सद्दाम पुत्र दिलदार अपने मालिक और उनके परिवार को लेकर लखनऊ अमौसी एयरपोर्ट जा रहा था। मसौली थाना क्षेत्र में नहामऊ मोड़ के पास पहुंचते ही यह हादसा हो गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार में बैठे सभी लोग सहम गए। हादसे के बाद चौराहे पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई और यातायात भी प्रभावित हुआ। सूचना मिलते ही मसौली थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कार सवार सभी पांचों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला और उन्हें दूसरी गाड़ी से उनके गंतव्य तक रवाना किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि बाराबंकी-बहराइच हाईवे पर घने कोहरे के कारण लगातार हादसे बढ़ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद न तो चेतावनी संकेत लगाए गए हैं और न ही यातायात नियंत्रण की पर्याप्त व्यवस्था है। इस संबंध में मसौली थाना प्रभारी अमित प्रताप सिंह ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और पुलिस ने वाहन चालकों से कोहरे में सावधानीपूर्वक वाहन चलाने की अपील की है।
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    बाराबंकी जनपद के मसौली थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार सुबह घने कोहरे के कारण एक सड़क हादसा हुआ। बाराबंकी-बहराइच हाईवे पर नहामऊ मोड़ के पास एक एक्सयूवी कार बालू लदे ट्रक से टकरा गई। 
हादसे में कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन कार में सवार पांचों लोग सुरक्षित बच गए।
जानकारी के अनुसार, यह दुर्घटना टीआर भट्ठा चौराहे के पास नहामऊ मोड़ पर हुई। गोंडा की ओर से आ रही एक्सयूवी कार (यूपी 32 जीसी 0070) सामने मुड़ रहे ट्रक (यूपी 41 एटी 4535) से टकरा गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सुबह के समय घना कोहरा होने के कारण दृश्यता बेहद कम थी, जिससे कार चालक ट्रक को देख नहीं पाया।
कार चालक सद्दाम पुत्र दिलदार अपने मालिक और उनके परिवार को लेकर लखनऊ अमौसी एयरपोर्ट जा रहा था। मसौली थाना क्षेत्र में नहामऊ मोड़ के पास पहुंचते ही यह हादसा हो गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार में बैठे सभी लोग सहम गए।
हादसे के बाद चौराहे पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई और यातायात भी प्रभावित हुआ। सूचना मिलते ही मसौली थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कार सवार सभी पांचों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला और उन्हें दूसरी गाड़ी से उनके गंतव्य तक रवाना किया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बाराबंकी-बहराइच हाईवे पर घने कोहरे के कारण लगातार हादसे बढ़ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद न तो चेतावनी संकेत लगाए गए हैं और न ही यातायात नियंत्रण की पर्याप्त व्यवस्था है।
इस संबंध में मसौली थाना प्रभारी अमित प्रताप सिंह ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और पुलिस ने वाहन चालकों से कोहरे में सावधानीपूर्वक वाहन चलाने की अपील की है।
    user_Adarsh rawat press
    Adarsh rawat press
    नवाबगंज, बाराबंकी, उत्तर प्रदेश•
    9 hrs ago
  • महिला ने पति पर मारपीट का लगाया आरोप सफदरगंज पुलिस ने 4 के खिलाफ मामला की दर्ज
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    महिला ने पति पर मारपीट का लगाया आरोप सफदरगंज पुलिस ने 4 के खिलाफ मामला की दर्ज
    user_Journalist Manoj Shukla
    Journalist Manoj Shukla
    Reporter सिरौली गौसपुर, बाराबंकी, उत्तर प्रदेश•
    57 min ago
  • *ब्रेकिंग लखनऊ* राजधानी लखनऊ में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम समाप्त होने के बाद प्रेरणा स्थल में सजाए गए गमले चोरी का वीडियो हुआ वायरल।
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    *ब्रेकिंग लखनऊ*
राजधानी लखनऊ में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम समाप्त होने के बाद प्रेरणा स्थल में सजाए गए गमले चोरी का वीडियो हुआ वायरल।
    user_Sonu Pal
    Sonu Pal
    Journalist Lucknow, Uttar Pradesh•
    1 hr ago
  • bahot galat hua he is ma ke sath
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    bahot galat hua he is ma ke sath
    user_Shiva Verma
    Shiva Verma
    मोहनलालगंज, लखनऊ, उत्तर प्रदेश•
    2 hrs ago
  • पत्रकार रामजी दीक्षित बाराबंकी *महाराजा बिजली पासी जयंती पर भव्य श्रद्धांजलि सभा, पूरे बरजोर में उत्साह का माहौल* बाराबंकी जिला, तहसील रामसनेहीघाट के ग्राम पंचायत पूरे बरजोर में महाराजा बिजली पासी की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में लाखन आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष लवकेश पासी, सनौली पंचायत के प्रधान पद प्रत्याशी एवं युवा समाजसेवी अनुभव विश्वकर्मा, कांग्रेस नेता मनीष रावत आदि प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया। सभी ने महाराजा बिजली पासी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उमा चंद्र रावत ने अपने आवास पर कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में राजकुमार पासी, सतीश कुमार, बालेश्वर पासी, रवि सागर आदि ग्रामीण एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। समारोह में उपस्थित सभी ने महाराजा बिजली पासी के आदर्शों को याद करते हुए सामाजिक समरसता और विकास की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
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    पत्रकार रामजी दीक्षित बाराबंकी 
*महाराजा बिजली पासी जयंती पर भव्य श्रद्धांजलि सभा, पूरे बरजोर में उत्साह का माहौल*
बाराबंकी जिला, तहसील रामसनेहीघाट के ग्राम पंचायत पूरे बरजोर में महाराजा बिजली पासी की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में लाखन आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष लवकेश पासी, सनौली पंचायत के प्रधान पद प्रत्याशी एवं युवा समाजसेवी अनुभव विश्वकर्मा, कांग्रेस नेता मनीष रावत आदि प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया। सभी ने महाराजा बिजली पासी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर उमा चंद्र रावत ने अपने आवास पर कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में राजकुमार पासी, सतीश कुमार, बालेश्वर पासी, रवि सागर आदि ग्रामीण एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
समारोह में उपस्थित सभी ने महाराजा बिजली पासी के आदर्शों को याद करते हुए सामाजिक समरसता और विकास की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
    user_राम जी दीक्षित पत्रकार
    राम जी दीक्षित पत्रकार
    Photographer नवाबगंज, बाराबंकी, उत्तर प्रदेश•
    6 hrs ago
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