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*’राजस्थान ओबीसी आयोग अध्यक्ष मदन भाटी पाली जिला स्तरीय जन संवाद कार्यक्रम में प्रतिभागियों से मिले’* *’नगरीय निकाय एवं पंचायती राज संस्थाओं में ओबीसी के राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर हुआ सार्थक विचार-विमर्श’* *’ओबीसी समुदाय के सशक्त नीति निर्माण के साथ, प्रदेश के पिछड़े वर्गों को मिले समुचित राजनैतिक प्रतिनिधित्व - मदनलाल भाटी, अध्यक्ष ओबीसी आयोग’* पाली, 30 दिसंबर। राजस्थान अन्य पिछड़ा वर्ग (राजनैतिक प्रतिनिधित्व) आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश (सेनि.) मदनलाल भाटी मंगलवार को पाली जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट सभागार में नगरीय निकायों एवं पंचायती राज संस्थानों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों एवं प्रतिभागियों के साथ प्रत्यक्ष संवाद एवं चर्चा की गई। इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मंडलों ने अध्यक्ष भाटी को ज्ञापन भी प्रदान किए। अन्य पिछड़ा आयोग अध्यक्ष मदनलाल भाटी ने कहा कि इस जनसंवाद का मुख्य उद्देश्य आयोग की ओर से आमजन से सीधे संवाद स्थापित कर ओबीसी वर्ग से जुड़े क्षेत्रवार मुद्दों, विकास संबंधी आवश्यकताओं, सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों एवं कल्याण से जुड़ी समस्याओं, अपेक्षाओं एवं सुझावों को संकलित करना है, ताकि इनके आधार पर पंचायती राज एवं नगरीय निकायों में अन्य पिछड़ा वर्ग के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर एक समग्र एवं तथ्यात्मक रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत की जा सके। आयोग अध्यक्ष ने कहा कि आयोग को माननीय सर्वाेच्च न्यायालय के आदेशों की अनुपालन में राज्य के ग्रामीण एवं शहरी स्थानीय निकायों में सभी स्तरों पर अन्य पिछड़ा वर्ग के पिछड़ेपन की प्रकृति, उसकी तीव्रता एवं उसके प्रभावों का समसामयिक एवं अनुभवजन्य अध्ययन करना है। इस अध्ययन के आधार पर आयोग को पंचायती राज संस्थाओं एवं नगरीय निकायों के निर्वाचन में ओबीसी आरक्षण के संबंध में समयबद्ध अनुशंसाएं राज्य सरकार को प्रस्तुत करनी हैं। भाटी ने कहा कि आयोग का उद्देश्य राजस्थान में सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के समुचित राजनीतिक प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करना है। संविधान में समानता का मूलभूत अधिकार है उसकी पूर्ण पालना करवाने के लिए आयोग प्रतिबद्ध है। ओबीसी वर्ग की जिन जातियों का प्रतिनिधित्व कम है उनके संबंध में प्राप्त सुझावों पर आयोग विश्लेषण कर विधिसम्मत रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगा। उन्होंने कहा कि आयोग का प्रमुख उद्देश्य राजस्थान में सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करना है। इसके लिए पंचायतीराज एवं शहरी निकायों में ओबीसी वर्ग को आरक्षण प्रदान करने हेतु वैज्ञानिक, तथ्यपरक एवं व्यावहारिक फार्मूला तैयार कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी, जिसके आधार पर प्रदेश में आरक्षण लागू किया जाएगा। उन्होंने आयोग के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आयोग अन्य पिछड़ा वर्ग के राजनीतिक, सामाजिक एवं शैक्षिक उत्थान के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। आयोग द्वारा प्रदेश में राजनीतिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों की पहचान कर उनकी समस्याओं, चुनौतियों एवं आवश्यकताओं का अध्ययन किया जा रहा है, ताकि उनके समाधान के लिए ठोस अनुशंसाएं की जा सकें। आयोग ओबीसी वर्ग की प्रगति का सतत मूल्यांकन भी करेगा। अन्य पिछड़ा वर्ग के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक विकास तथा कल्याण के लिए संचालित योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। समाज के पिछड़े वर्गों का संरक्षण एवं सशक्तिकरण शासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। खुली परिचर्चा एवं संवाद के दौरान विभिन्न प्रतिभागियों, सामाजिक संस्थाओं, गणमान्य नागरिकों सहित विभिन्न जन प्रतिनिधियों एवं संगठनों के प्रतिनिधियों ने आयोग अध्यक्ष के समक्ष अपने विचार रखे व ज्ञापन प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम में पंचायती राज एवं नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अतिरिक्त जिला कलक्टर बजरंग सिंह, ओबीसी आयोग पीआरओ विक्रम राठौड़, नगर परिषद आयुक्त नवीन भारद्वाज, पूर्व सभापति महेंद्र बोहरा, सीरवी महासभा के महासचिव भंवर चौधरी, पूर्व उपसभापति मूल सिंह भाटी एवं ललित प्रीतमानी, सुनील भंडारी एवं त्रिलोक चौधरी, पूर्व प्रधान श्रवण कुमार बंजारा, पर्मेंद्र सिंह, हेमंत चौधरी, रफीक चौहान, ओमप्रकाश कच्छवाह, ऐडवोकेट ओम प्रकाश कच्छवाह, सोमनाथ मंडल की नीतू ललित प्रितमानी, राम किशोर साबू,पुखराज पटेल, नारायण कुमावत, शिवप्रकाश पजापत, गोविंद बंजारा भवर राव, राहुल मेवाड़ा, दिलीप चौधरी, पुखराज बंजारा, झालाराम देवासी,राजेंद्र पटेल, देवाराम पटेल महिपाल सिंह चारण चंनदसिह मेवाडा, सुरेश सिसोदिया, गुमान सिंह रावत, भंवर राव, मेवाड़ा समाज से अम्बालाल सोलंकी, अब्दुल रज्जाक सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

3 hrs ago
user_CHHAGANLAL BHARDWAJ
CHHAGANLAL BHARDWAJ
Top Service Pali, Rajasthan•
3 hrs ago

*’राजस्थान ओबीसी आयोग अध्यक्ष मदन भाटी पाली जिला स्तरीय जन संवाद कार्यक्रम में प्रतिभागियों से मिले’* *’नगरीय निकाय एवं पंचायती राज संस्थाओं में ओबीसी के राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर हुआ सार्थक विचार-विमर्श’* *’ओबीसी समुदाय के सशक्त नीति निर्माण के साथ, प्रदेश के पिछड़े वर्गों को मिले समुचित राजनैतिक प्रतिनिधित्व - मदनलाल भाटी, अध्यक्ष ओबीसी आयोग’* पाली, 30 दिसंबर। राजस्थान अन्य पिछड़ा वर्ग (राजनैतिक प्रतिनिधित्व) आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश (सेनि.) मदनलाल भाटी मंगलवार को पाली जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट सभागार में नगरीय निकायों एवं पंचायती राज संस्थानों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों एवं प्रतिभागियों के साथ प्रत्यक्ष संवाद एवं चर्चा की गई। इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मंडलों ने अध्यक्ष भाटी को ज्ञापन भी प्रदान किए। अन्य पिछड़ा आयोग अध्यक्ष मदनलाल भाटी ने कहा कि इस जनसंवाद का मुख्य उद्देश्य आयोग की ओर से आमजन से सीधे संवाद स्थापित कर ओबीसी वर्ग से जुड़े क्षेत्रवार मुद्दों, विकास संबंधी आवश्यकताओं, सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों एवं कल्याण से जुड़ी समस्याओं, अपेक्षाओं एवं सुझावों को

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संकलित करना है, ताकि इनके आधार पर पंचायती राज एवं नगरीय निकायों में अन्य पिछड़ा वर्ग के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर एक समग्र एवं तथ्यात्मक रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत की जा सके। आयोग अध्यक्ष ने कहा कि आयोग को माननीय सर्वाेच्च न्यायालय के आदेशों की अनुपालन में राज्य के ग्रामीण एवं शहरी स्थानीय निकायों में सभी स्तरों पर अन्य पिछड़ा वर्ग के पिछड़ेपन की प्रकृति, उसकी तीव्रता एवं उसके प्रभावों का समसामयिक एवं अनुभवजन्य अध्ययन करना है। इस अध्ययन के आधार पर आयोग को पंचायती राज संस्थाओं एवं नगरीय निकायों के निर्वाचन में ओबीसी आरक्षण के संबंध में समयबद्ध अनुशंसाएं राज्य सरकार को प्रस्तुत करनी हैं। भाटी ने कहा कि आयोग का उद्देश्य राजस्थान में सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के समुचित राजनीतिक प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करना है। संविधान में समानता का मूलभूत अधिकार है उसकी पूर्ण पालना करवाने के लिए आयोग प्रतिबद्ध है। ओबीसी वर्ग की जिन जातियों का प्रतिनिधित्व कम है उनके संबंध में प्राप्त सुझावों पर आयोग विश्लेषण कर विधिसम्मत

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रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगा। उन्होंने कहा कि आयोग का प्रमुख उद्देश्य राजस्थान में सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करना है। इसके लिए पंचायतीराज एवं शहरी निकायों में ओबीसी वर्ग को आरक्षण प्रदान करने हेतु वैज्ञानिक, तथ्यपरक एवं व्यावहारिक फार्मूला तैयार कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी, जिसके आधार पर प्रदेश में आरक्षण लागू किया जाएगा। उन्होंने आयोग के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आयोग अन्य पिछड़ा वर्ग के राजनीतिक, सामाजिक एवं शैक्षिक उत्थान के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। आयोग द्वारा प्रदेश में राजनीतिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों की पहचान कर उनकी समस्याओं, चुनौतियों एवं आवश्यकताओं का अध्ययन किया जा रहा है, ताकि उनके समाधान के लिए ठोस अनुशंसाएं की जा सकें। आयोग ओबीसी वर्ग की प्रगति का सतत मूल्यांकन भी करेगा। अन्य पिछड़ा वर्ग के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक विकास तथा कल्याण के लिए संचालित योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। समाज के पिछड़े वर्गों का संरक्षण एवं

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सशक्तिकरण शासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। खुली परिचर्चा एवं संवाद के दौरान विभिन्न प्रतिभागियों, सामाजिक संस्थाओं, गणमान्य नागरिकों सहित विभिन्न जन प्रतिनिधियों एवं संगठनों के प्रतिनिधियों ने आयोग अध्यक्ष के समक्ष अपने विचार रखे व ज्ञापन प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम में पंचायती राज एवं नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अतिरिक्त जिला कलक्टर बजरंग सिंह, ओबीसी आयोग पीआरओ विक्रम राठौड़, नगर परिषद आयुक्त नवीन भारद्वाज, पूर्व सभापति महेंद्र बोहरा, सीरवी महासभा के महासचिव भंवर चौधरी, पूर्व उपसभापति मूल सिंह भाटी एवं ललित प्रीतमानी, सुनील भंडारी एवं त्रिलोक चौधरी, पूर्व प्रधान श्रवण कुमार बंजारा, पर्मेंद्र सिंह, हेमंत चौधरी, रफीक चौहान, ओमप्रकाश कच्छवाह, ऐडवोकेट ओम प्रकाश कच्छवाह, सोमनाथ मंडल की नीतू ललित प्रितमानी, राम किशोर साबू,पुखराज पटेल, नारायण कुमावत, शिवप्रकाश पजापत, गोविंद बंजारा भवर राव, राहुल मेवाड़ा, दिलीप चौधरी, पुखराज बंजारा, झालाराम देवासी,राजेंद्र पटेल, देवाराम पटेल महिपाल सिंह चारण चंनदसिह मेवाडा, सुरेश सिसोदिया, गुमान सिंह रावत, भंवर राव, मेवाड़ा समाज से अम्बालाल सोलंकी, अब्दुल रज्जाक सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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  • चाचोड़ी में भगवान श्री राम के धार्मिक कार्यक्रम का हुआ आयोजन
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    चाचोड़ी में भगवान श्री राम के धार्मिक कार्यक्रम का हुआ आयोजन
    user_Naresh Sirvi
    Naresh Sirvi
    Pali, Rajasthan•
    2 hrs ago
  • *’राजस्थान ओबीसी आयोग अध्यक्ष मदन भाटी पाली जिला स्तरीय जन संवाद कार्यक्रम में प्रतिभागियों से मिले’* *’नगरीय निकाय एवं पंचायती राज संस्थाओं में ओबीसी के राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर हुआ सार्थक विचार-विमर्श’* *’ओबीसी समुदाय के सशक्त नीति निर्माण के साथ, प्रदेश के पिछड़े वर्गों को मिले समुचित राजनैतिक प्रतिनिधित्व - मदनलाल भाटी, अध्यक्ष ओबीसी आयोग’* पाली, 30 दिसंबर। राजस्थान अन्य पिछड़ा वर्ग (राजनैतिक प्रतिनिधित्व) आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश (सेनि.) मदनलाल भाटी मंगलवार को पाली जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट सभागार में नगरीय निकायों एवं पंचायती राज संस्थानों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों एवं प्रतिभागियों के साथ प्रत्यक्ष संवाद एवं चर्चा की गई। इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मंडलों ने अध्यक्ष भाटी को ज्ञापन भी प्रदान किए। अन्य पिछड़ा आयोग अध्यक्ष मदनलाल भाटी ने कहा कि इस जनसंवाद का मुख्य उद्देश्य आयोग की ओर से आमजन से सीधे संवाद स्थापित कर ओबीसी वर्ग से जुड़े क्षेत्रवार मुद्दों, विकास संबंधी आवश्यकताओं, सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों एवं कल्याण से जुड़ी समस्याओं, अपेक्षाओं एवं सुझावों को संकलित करना है, ताकि इनके आधार पर पंचायती राज एवं नगरीय निकायों में अन्य पिछड़ा वर्ग के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर एक समग्र एवं तथ्यात्मक रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत की जा सके। आयोग अध्यक्ष ने कहा कि आयोग को माननीय सर्वाेच्च न्यायालय के आदेशों की अनुपालन में राज्य के ग्रामीण एवं शहरी स्थानीय निकायों में सभी स्तरों पर अन्य पिछड़ा वर्ग के पिछड़ेपन की प्रकृति, उसकी तीव्रता एवं उसके प्रभावों का समसामयिक एवं अनुभवजन्य अध्ययन करना है। इस अध्ययन के आधार पर आयोग को पंचायती राज संस्थाओं एवं नगरीय निकायों के निर्वाचन में ओबीसी आरक्षण के संबंध में समयबद्ध अनुशंसाएं राज्य सरकार को प्रस्तुत करनी हैं। भाटी ने कहा कि आयोग का उद्देश्य राजस्थान में सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के समुचित राजनीतिक प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करना है। संविधान में समानता का मूलभूत अधिकार है उसकी पूर्ण पालना करवाने के लिए आयोग प्रतिबद्ध है। ओबीसी वर्ग की जिन जातियों का प्रतिनिधित्व कम है उनके संबंध में प्राप्त सुझावों पर आयोग विश्लेषण कर विधिसम्मत रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगा। उन्होंने कहा कि आयोग का प्रमुख उद्देश्य राजस्थान में सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करना है। इसके लिए पंचायतीराज एवं शहरी निकायों में ओबीसी वर्ग को आरक्षण प्रदान करने हेतु वैज्ञानिक, तथ्यपरक एवं व्यावहारिक फार्मूला तैयार कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी, जिसके आधार पर प्रदेश में आरक्षण लागू किया जाएगा। उन्होंने आयोग के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आयोग अन्य पिछड़ा वर्ग के राजनीतिक, सामाजिक एवं शैक्षिक उत्थान के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। आयोग द्वारा प्रदेश में राजनीतिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों की पहचान कर उनकी समस्याओं, चुनौतियों एवं आवश्यकताओं का अध्ययन किया जा रहा है, ताकि उनके समाधान के लिए ठोस अनुशंसाएं की जा सकें। आयोग ओबीसी वर्ग की प्रगति का सतत मूल्यांकन भी करेगा। अन्य पिछड़ा वर्ग के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक विकास तथा कल्याण के लिए संचालित योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। समाज के पिछड़े वर्गों का संरक्षण एवं सशक्तिकरण शासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। खुली परिचर्चा एवं संवाद के दौरान विभिन्न प्रतिभागियों, सामाजिक संस्थाओं, गणमान्य नागरिकों सहित विभिन्न जन प्रतिनिधियों एवं संगठनों के प्रतिनिधियों ने आयोग अध्यक्ष के समक्ष अपने विचार रखे व ज्ञापन प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम में पंचायती राज एवं नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अतिरिक्त जिला कलक्टर बजरंग सिंह, ओबीसी आयोग पीआरओ विक्रम राठौड़, नगर परिषद आयुक्त नवीन भारद्वाज, पूर्व सभापति महेंद्र बोहरा, सीरवी महासभा के महासचिव भंवर चौधरी, पूर्व उपसभापति मूल सिंह भाटी एवं ललित प्रीतमानी, सुनील भंडारी एवं त्रिलोक चौधरी, पूर्व प्रधान श्रवण कुमार बंजारा, पर्मेंद्र सिंह, हेमंत चौधरी, रफीक चौहान, ओमप्रकाश कच्छवाह, ऐडवोकेट ओम प्रकाश कच्छवाह, सोमनाथ मंडल की नीतू ललित प्रितमानी, राम किशोर साबू,पुखराज पटेल, नारायण कुमावत, शिवप्रकाश पजापत, गोविंद बंजारा भवर राव, राहुल मेवाड़ा, दिलीप चौधरी, पुखराज बंजारा, झालाराम देवासी,राजेंद्र पटेल, देवाराम पटेल महिपाल सिंह चारण चंनदसिह मेवाडा, सुरेश सिसोदिया, गुमान सिंह रावत, भंवर राव, मेवाड़ा समाज से अम्बालाल सोलंकी, अब्दुल रज्जाक सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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    *’राजस्थान ओबीसी आयोग अध्यक्ष मदन भाटी पाली जिला स्तरीय जन संवाद कार्यक्रम में प्रतिभागियों से मिले’*
*’नगरीय निकाय एवं पंचायती राज संस्थाओं में ओबीसी के राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर हुआ सार्थक विचार-विमर्श’*
*’ओबीसी समुदाय के सशक्त नीति निर्माण के साथ, प्रदेश के पिछड़े वर्गों को मिले समुचित राजनैतिक प्रतिनिधित्व - मदनलाल भाटी, अध्यक्ष ओबीसी आयोग’*
पाली, 30 दिसंबर। राजस्थान अन्य पिछड़ा वर्ग (राजनैतिक प्रतिनिधित्व) आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश (सेनि.) मदनलाल भाटी मंगलवार को पाली जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट सभागार में नगरीय निकायों एवं पंचायती राज संस्थानों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों एवं प्रतिभागियों के साथ प्रत्यक्ष संवाद एवं चर्चा की गई। इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मंडलों ने अध्यक्ष भाटी को ज्ञापन भी प्रदान किए।
अन्य पिछड़ा आयोग अध्यक्ष मदनलाल भाटी ने कहा कि इस जनसंवाद का मुख्य उद्देश्य आयोग की ओर से आमजन से सीधे संवाद स्थापित कर ओबीसी वर्ग से जुड़े क्षेत्रवार मुद्दों, विकास संबंधी आवश्यकताओं, सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों एवं कल्याण से जुड़ी समस्याओं, अपेक्षाओं एवं सुझावों को संकलित करना है, ताकि इनके आधार पर पंचायती राज एवं नगरीय निकायों में अन्य पिछड़ा वर्ग के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर एक समग्र एवं तथ्यात्मक रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत की जा सके।
आयोग अध्यक्ष ने कहा कि आयोग को माननीय सर्वाेच्च न्यायालय के आदेशों की अनुपालन में राज्य के ग्रामीण एवं शहरी स्थानीय निकायों में सभी स्तरों पर अन्य पिछड़ा वर्ग के पिछड़ेपन की प्रकृति, उसकी तीव्रता एवं उसके प्रभावों का समसामयिक एवं अनुभवजन्य अध्ययन करना है। इस अध्ययन के आधार पर आयोग को पंचायती राज संस्थाओं एवं नगरीय निकायों के निर्वाचन में ओबीसी आरक्षण के संबंध में समयबद्ध अनुशंसाएं राज्य सरकार को प्रस्तुत करनी हैं। भाटी ने कहा कि आयोग का उद्देश्य राजस्थान में सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के समुचित राजनीतिक प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करना है। संविधान में समानता का मूलभूत अधिकार है उसकी पूर्ण पालना करवाने के लिए आयोग प्रतिबद्ध है। ओबीसी वर्ग की जिन जातियों का प्रतिनिधित्व कम है उनके संबंध में प्राप्त सुझावों पर आयोग विश्लेषण कर विधिसम्मत रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगा।
उन्होंने कहा कि आयोग का प्रमुख उद्देश्य राजस्थान में सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करना है। इसके लिए पंचायतीराज एवं शहरी निकायों में ओबीसी वर्ग को आरक्षण प्रदान करने हेतु वैज्ञानिक, तथ्यपरक एवं व्यावहारिक फार्मूला तैयार कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी, जिसके आधार पर प्रदेश में आरक्षण लागू किया जाएगा। उन्होंने आयोग के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आयोग अन्य पिछड़ा वर्ग के राजनीतिक, सामाजिक एवं शैक्षिक उत्थान के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। आयोग द्वारा प्रदेश में राजनीतिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों की पहचान कर उनकी समस्याओं, चुनौतियों एवं आवश्यकताओं का अध्ययन किया जा रहा है, ताकि उनके समाधान के लिए ठोस अनुशंसाएं की जा सकें। आयोग ओबीसी वर्ग की प्रगति का सतत मूल्यांकन भी करेगा। अन्य पिछड़ा वर्ग के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक विकास तथा कल्याण के लिए संचालित योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। समाज के पिछड़े वर्गों का संरक्षण एवं सशक्तिकरण शासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। खुली परिचर्चा एवं संवाद के दौरान विभिन्न प्रतिभागियों, सामाजिक संस्थाओं, गणमान्य नागरिकों सहित विभिन्न जन प्रतिनिधियों एवं संगठनों के प्रतिनिधियों ने आयोग अध्यक्ष के समक्ष अपने विचार रखे व ज्ञापन प्रस्तुत किए।
इस कार्यक्रम में पंचायती राज एवं नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अतिरिक्त जिला कलक्टर बजरंग सिंह, ओबीसी आयोग पीआरओ विक्रम राठौड़, नगर परिषद आयुक्त नवीन भारद्वाज, पूर्व सभापति महेंद्र बोहरा, सीरवी महासभा के महासचिव भंवर चौधरी, पूर्व उपसभापति मूल सिंह भाटी एवं ललित प्रीतमानी, सुनील भंडारी एवं त्रिलोक चौधरी, पूर्व प्रधान श्रवण कुमार बंजारा, पर्मेंद्र सिंह, हेमंत चौधरी, रफीक चौहान, ओमप्रकाश कच्छवाह, ऐडवोकेट ओम प्रकाश कच्छवाह, सोमनाथ मंडल की नीतू ललित प्रितमानी, राम किशोर साबू,पुखराज पटेल, नारायण कुमावत, शिवप्रकाश पजापत, गोविंद बंजारा भवर राव, राहुल मेवाड़ा, दिलीप चौधरी, पुखराज बंजारा, झालाराम देवासी,राजेंद्र पटेल, देवाराम पटेल महिपाल सिंह चारण चंनदसिह मेवाडा, सुरेश सिसोदिया, गुमान सिंह रावत, भंवर राव, मेवाड़ा समाज से अम्बालाल सोलंकी, अब्दुल रज्जाक सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
    user_CHHAGANLAL BHARDWAJ
    CHHAGANLAL BHARDWAJ
    Top Service Pali, Rajasthan•
    3 hrs ago
  • Post by District.reporter.babulaljogawat
    1
    Post by District.reporter.babulaljogawat
    user_District.reporter.babulaljogawat
    District.reporter.babulaljogawat
    Journalist Pali, Rajasthan•
    3 hrs ago
  • Jodhpur :- जोधपुर से बड़ी खबर, जोधपुर के मेहरानगढ़ फोर्ट को देखने के लिए उमड़ा लाखों की संख्या में जनसैलाब, विदेशी पर्यटकों की लगी हैं भीड़, 700 रुपये के कमरे नहीं मिल रहे हैं 3000 रूपये में भी, अभी मेहरानगढ़ फोर्ट में बहुत ज्यादा भीड़ है ।
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    Jodhpur :- जोधपुर से बड़ी खबर, जोधपुर के मेहरानगढ़ फोर्ट को देखने के लिए उमड़ा लाखों की संख्या में जनसैलाब, विदेशी पर्यटकों की लगी हैं भीड़, 700 रुपये के कमरे नहीं मिल रहे हैं 3000 रूपये में भी, अभी मेहरानगढ़ फोर्ट में बहुत ज्यादा भीड़ है ।
    user_जनता की आवाज
    जनता की आवाज
    News Anchor Jodhpur, Rajasthan•
    12 hrs ago
  • जोधपुर में शोरूम के बाहर ई-रिक्शे वाले ने अपनी गाड़ी पर पेट्रोल डालकर उसमें आग लगा दी। इस दौरान उसने पूरी घटना का लाइव वीडियो भी बनाया। इसमें ई-रिक्शा ड्राइवर अपनी गाड़ी में आग लगाते हुए नजर आ रहा है। जोधपुर के पांचवीं रोड स्थित बजाज के शोरूम के बाहर यह घटना सोमवार दोपहर 2 बजे की है। यहां एक ई-रिक्शा ड्राइवर मोहन अपने गाड़ी की बैटरी प्रॉब्लम सॉल्व नहीं होने से नाराज था। ऐसे में उसने पहले ई-रिक्शा के ऊपर पेट्रोल छिड़का। इसके बाद आग लगा दी। वहीं ई-रिक्शा में आग लगाने के बाद आस-पास से गुजर रहे गाड़ी चलाने लोग भी सहम गए। हालांकि गनीमत रही कि बड़ा हादसा टल गया। वहीं ई-रिक्शा में आग लगने के बाद सड़क पर खड़ी परिवार की एक महिला रोने भी लग गई।
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    जोधपुर में शोरूम के बाहर ई-रिक्शे वाले ने अपनी गाड़ी पर पेट्रोल डालकर उसमें आग लगा दी। इस दौरान उसने पूरी घटना का लाइव वीडियो भी बनाया। इसमें ई-रिक्शा ड्राइवर अपनी गाड़ी में आग लगाते हुए नजर आ रहा है। जोधपुर के पांचवीं रोड स्थित बजाज के शोरूम के बाहर यह घटना सोमवार दोपहर 2 बजे की है। यहां एक ई-रिक्शा ड्राइवर मोहन अपने गाड़ी की बैटरी प्रॉब्लम सॉल्व नहीं होने से नाराज था। ऐसे में उसने पहले ई-रिक्शा के ऊपर पेट्रोल छिड़का। इसके बाद आग लगा दी। वहीं ई-रिक्शा में आग लगाने के बाद आस-पास से गुजर रहे गाड़ी चलाने लोग भी सहम गए। हालांकि गनीमत रही कि बड़ा हादसा टल गया। वहीं ई-रिक्शा में आग लगने के बाद सड़क पर खड़ी परिवार की एक महिला रोने भी लग गई।
    user_Poonam khashyap
    Poonam khashyap
    Jodhpur, Rajasthan•
    13 hrs ago
  • रोडला: आहोर रोडला में चोरों ने मोमाजी मंदिर चौंपानाडी को बनाया निशाना: वारदात की सीसीटीवी कैमरे में क़ैद, पुलिस जुटी जांच में:- मंदिर के दानपात्र को तोड़ा व स्टोर रूम के ताले तोड़े , सामान अस्त-व्यस्त:- आहोर उपखंड क्षेत्र के गांव रोडला से करीबन दो किलोमीटर दूर स्थित धार्मिक आस्था का स्थल उज्जैनी वीर मोमाजी धाम चौपानाडी रोडला में सोमवार को देर रात अज्ञात चोरों ने धार्मिक आस्था का स्थल मंदिर को निशाना बनाया। मंगलवार सुबह पुजारी मंदिर में पूजा-अर्चना के पहुंचा तो मंदिर के ताले व दानपात्र व स्टोर रूम के ताले तोड़े हुए देखे गए तो पूजारी ने ग्रामवासियों को सुचना दी। वहीं मंगलवार सुबह करीबन नौ बजे ग्रामीणों ने पुलिस व स्थानीय विधायक को मंदिर में चोरी की घटना को लेकर अवगत करवाया। वहीं मंदिर में चोरी की घटना को लेकर रोडला में बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित होकर चौपानाडी मंदिर रोडला पहुंचे । वहीं मंदिर में चोरी की वारदात की सुचना को लेकर चान्दराई चौकी से पुलिस कांस्टेबल ओमप्रकाश व सुभाष डीसानिया व एएसआई राजाराम मौके पर पहुंचे मंदिर परिसर में स्थित मंदिर के दानपात्र, स्टोर रूम के टूटे ताले को लेकर घटना का जायजा लिया। वहीं एएसआई राजाराम ने घटना का जायजा लिया।एएसआई राजाराम ने बताया कि रोडला में मोमाजी मंदिर चोपानाडी में चोरी की घटना को लेकर पुलिस ने जायजा लिया एवं पुलिस घटना की जांच में जुटी , वहीं एएसआई ने बताया कि चोरों ने मंदिर में स्टील के दानपात्र को तोड़ने का प्रयास किया गया स्टील की मोटी चदर से बना होने से दानपात्र के लॉक को तोड़ने में नाकाम रहे जिससे दानपात्र में रखी नगदी मिली, वहीं स्टोर रूम में रखा सामान को अस्त-व्यस्त किया, राशन सामग्री के रूप में रखा 8-10 लीटर घी का डिब्बा चुराया व स्टोर रूम के संदूकों के ताले टूटे मिले। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगालते हुए मामले को लेकर जांच शुरू की ।वहीं रोडला में धार्मिक आस्था का स्थल मोमाजी मंदिर में चोरी की घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश हैं वहीं ग्रामीणों ने बताया कि इस मंदिर में चोरी की घटनाएं की सीसीटीवी फुटेज कैमरे में कैंद हो गये , ग्रामीणों ने चोरों को जल्द पकड़ने की मांग की । इस मौके बड़ी संख्या में रोडला ग्रामवासी मौजूद रहे।
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    रोडला: आहोर  
रोडला में चोरों ने मोमाजी मंदिर चौंपानाडी को बनाया निशाना: वारदात की सीसीटीवी कैमरे में क़ैद, पुलिस जुटी जांच में:- मंदिर के दानपात्र को तोड़ा व स्टोर रूम के ताले तोड़े , सामान अस्त-व्यस्त:-
आहोर उपखंड क्षेत्र के गांव रोडला से करीबन दो किलोमीटर दूर स्थित धार्मिक आस्था का स्थल उज्जैनी वीर मोमाजी धाम चौपानाडी रोडला में सोमवार को देर रात अज्ञात चोरों ने धार्मिक आस्था का स्थल मंदिर को निशाना बनाया। मंगलवार सुबह पुजारी मंदिर में पूजा-अर्चना के पहुंचा तो मंदिर के ताले व दानपात्र व स्टोर रूम के ताले तोड़े हुए देखे गए तो पूजारी ने ग्रामवासियों को सुचना दी। वहीं मंगलवार सुबह करीबन नौ बजे ग्रामीणों ने पुलिस व स्थानीय विधायक को मंदिर में चोरी की घटना को लेकर अवगत करवाया। वहीं मंदिर में चोरी की घटना को लेकर रोडला में बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित होकर चौपानाडी मंदिर रोडला पहुंचे । वहीं मंदिर में चोरी की वारदात की सुचना को लेकर चान्दराई चौकी से पुलिस कांस्टेबल ओमप्रकाश व सुभाष डीसानिया व एएसआई राजाराम मौके पर पहुंचे मंदिर परिसर में स्थित मंदिर के दानपात्र, स्टोर रूम के टूटे ताले को लेकर घटना का जायजा लिया। वहीं एएसआई राजाराम ने घटना का जायजा लिया।एएसआई राजाराम ने बताया कि रोडला में मोमाजी मंदिर चोपानाडी में चोरी की घटना को लेकर पुलिस ने जायजा लिया एवं पुलिस घटना की जांच में जुटी , वहीं एएसआई ने बताया कि चोरों ने मंदिर में स्टील के दानपात्र को तोड़ने का प्रयास किया गया  स्टील की मोटी चदर से बना होने से दानपात्र के लॉक को तोड़ने में नाकाम रहे जिससे दानपात्र में रखी नगदी मिली, वहीं स्टोर रूम में रखा सामान को अस्त-व्यस्त किया, राशन सामग्री के रूप में रखा 8-10 लीटर घी का डिब्बा चुराया व स्टोर रूम के संदूकों के ताले टूटे मिले। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगालते हुए मामले को लेकर जांच शुरू की ।वहीं रोडला में धार्मिक आस्था का स्थल मोमाजी मंदिर में चोरी की घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश हैं वहीं ग्रामीणों ने बताया कि इस मंदिर में चोरी की घटनाएं की सीसीटीवी फुटेज कैमरे में कैंद हो गये , ग्रामीणों ने चोरों को जल्द पकड़ने की मांग की । इस मौके बड़ी संख्या में रोडला ग्रामवासी मौजूद रहे।
    user_सुरेश गर्ग
    सुरेश गर्ग
    Journalist आहोर, जालोर, राजस्थान•
    1 hr ago
  • 5-Day Banking की माँग को लेकर स्टेट बैंक ऑफिसर एसोसिएशन जालोर के क्षेत्रीय प्रतिनिधि श्री सुरेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में बैंककर्मियों का जोरदार विरोध प्रदर्शन। केंद्र सरकार द्वारा लंबे समय से लंबित 5-डे बैंकिंग व्यवस्था लागू नहीं किए जाने के विरोध में आज जालोर जिले के सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंककर्मियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉइज एसोसिएशन एवं बैंक यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर जिले के सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से कामकाज बंद कर धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी बैंककर्मियों ने मुख्य डाकघर चौराहा से कलेक्ट्रेट परिसर तक रैली निकाली, जिसमें “पाँच दिन काम, दो दिन अवकाश – हमारा अधिकार”, “बैंक कर्मियों पर बढ़ते कार्यभार को कम करो” जैसे नारों से वातावरण गूंज उठा। सभा को संबोधित करते हुए यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि देश के सभी केंद्रीय सरकारी कार्यालयों में 5-डे वीक लागू है, परंतु बैंककर्मियों को आज भी सप्ताह में छह दिन काम करना पड़ रहा है। लगातार बढ़ते डिजिटलीकरण, ग्राहकों के दबाव, स्टाफ की कमी और बढ़ते कार्यभार के कारण बैंक कर्मचारी मानसिक एवं शारीरिक तनाव से गुजर रहे हैं। इसके बावजूद सरकार उनकी जायज माँगों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि 5-डे बैंकिंग लागू होने से न केवल कर्मचारियों को बेहतर कार्य-जीवन संतुलन मिलेगा, बल्कि कार्यक्षमता में भी वृद्धि होगी, जिससे ग्राहकों को बेहतर सेवाएँ मिल सकेंगी। बैंककर्मियों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही सरकार ने इस पर ठोस निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन को और अधिक उग्र किया जाएगा। बैंक यूनियनों ने अंत में स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य जनता को असुविधा पहुँचाना नहीं है, बल्कि सरकार का ध्यान अपनी वर्षों से लंबित माँगों की ओर आकर्षित करना है। यदि सरकार ने शीघ्र 5-डे बैंकिंग की घोषणा नहीं की तो आने वाले दिनों में देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
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    5-Day Banking की माँग को लेकर स्टेट बैंक ऑफिसर एसोसिएशन जालोर के क्षेत्रीय प्रतिनिधि श्री सुरेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में बैंककर्मियों का जोरदार विरोध प्रदर्शन। केंद्र सरकार द्वारा लंबे समय से लंबित 5-डे बैंकिंग व्यवस्था लागू नहीं किए जाने के विरोध में आज जालोर जिले के सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंककर्मियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉइज एसोसिएशन एवं बैंक यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर जिले के सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से कामकाज बंद कर धरना-प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी बैंककर्मियों ने मुख्य डाकघर चौराहा से कलेक्ट्रेट परिसर तक रैली निकाली, जिसमें “पाँच दिन काम, दो दिन अवकाश – हमारा अधिकार”, “बैंक कर्मियों पर बढ़ते कार्यभार को कम करो” जैसे नारों से वातावरण गूंज उठा। 
सभा को संबोधित करते हुए यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि देश के सभी केंद्रीय सरकारी कार्यालयों में 5-डे वीक लागू है, परंतु बैंककर्मियों को आज भी सप्ताह में छह दिन काम करना पड़ रहा है। लगातार बढ़ते डिजिटलीकरण, ग्राहकों के दबाव, स्टाफ की कमी और बढ़ते कार्यभार के कारण बैंक कर्मचारी मानसिक एवं शारीरिक तनाव से गुजर रहे हैं। इसके बावजूद सरकार उनकी जायज माँगों की अनदेखी कर रही है।
उन्होंने कहा कि 5-डे बैंकिंग लागू होने से न केवल कर्मचारियों को बेहतर कार्य-जीवन संतुलन मिलेगा, बल्कि कार्यक्षमता में भी वृद्धि होगी, जिससे ग्राहकों को बेहतर सेवाएँ मिल सकेंगी। बैंककर्मियों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही सरकार ने इस पर ठोस निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन को और अधिक उग्र किया जाएगा।
बैंक यूनियनों ने अंत में स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य जनता को असुविधा पहुँचाना नहीं है, बल्कि सरकार का ध्यान अपनी वर्षों से लंबित माँगों की ओर आकर्षित करना है। यदि सरकार ने शीघ्र 5-डे बैंकिंग की घोषणा नहीं की तो आने वाले दिनों में देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
    user_कमलेश शर्मा
    कमलेश शर्मा
    Voice of people जालोर, जालोर, राजस्थान•
    6 hrs ago
  • Jodhpur :- जोधपुर से बड़ी खबर, डेथ बॉडी को लेकर एक ख़बर वायरल हो रही हैं, जिसमें में एक व्यक्ति बोल रहा हैं, डेथ बॉडी को जलाने के लिए जगह आवंटित करवाई जाए नहीं तो हम मुख्यमंत्री आवास पर डेथ बॉडी को ले जाएंगे, सरकार घुमंतू जाति के साथ ऐसा व्यवहार क्यों कर रही है ।
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    Jodhpur :- जोधपुर से बड़ी खबर, डेथ बॉडी को लेकर एक ख़बर वायरल हो रही हैं, जिसमें में एक व्यक्ति बोल रहा हैं, डेथ बॉडी को जलाने के लिए जगह आवंटित करवाई जाए नहीं तो हम मुख्यमंत्री आवास पर डेथ बॉडी को ले जाएंगे, सरकार घुमंतू जाति के साथ ऐसा व्यवहार क्यों कर रही है ।
    user_जनता की आवाज
    जनता की आवाज
    News Anchor Jodhpur, Rajasthan•
    14 hrs ago
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