इंदरगढ़/दतिया.... *सेवढ़ा में प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा मौत का खेल,छोटे पुल से दिन रात निकलते ओवर लोड वाहन,- छोटे पुल पर लगे पुलिस कर्मी भी सवालों के घेरे में।* सूत्रों की माने तो 7 और 8 दिसम्बर की मध्यरात्रि रेत से ओवरलोड दो ट्रेक्टर छोटे पुल से नीचे जा गिरे । जिनमें एक स्वराज ट्रेक्टर तो मेले में लगी दो दुकानों को चपेट में लेते हुए पुल की शुरुआत में ही पुल से नीचे गिर गया और बही दूसरा महिंद्रा ट्रेक्टर पुल पर 50 मीटर आगे चलकर मय ट्राली के नीचे गिरा -यह ट्रेक्टर भी पुल की लाईन में लगे लोहे लकड़ी के सामान की दुकान पर जा गिरा। गनीमत ये रही कि केवल ट्रेक्टरों का ही कुचला हुआ है कोई जन हानि नहीं हुई ,पर होते होते बची। ट्रेक्टर मालिकों ने रातो रात ही पुल पर काम कर रही कंपनी से संपर्क कर उनकी क्रेन मशीनों से ट्रेक्टरों को निकलवाकर मेला ग्राउंड में ह रखवा दिया। सवाल ये खड़ा होता है कि एमपीआरडीसी के मानक से छोटा पुल भारी वाहन निकालने की छमता खो चुका है फिर किसके इशारों पर किसके संरक्षण में रेत के ओवरलोड ट्रेक्टर यमराज वन कर दौड़ रहे हैं। क्या प्रशासन हादसों का आदी हो चुका है या फिर प्रशासन की इसमें सन्लिप्तता है - ये भी जांच का विषय है????
इंदरगढ़/दतिया.... *सेवढ़ा में प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा मौत का खेल,छोटे पुल से दिन रात निकलते ओवर लोड वाहन,- छोटे पुल पर लगे पुलिस कर्मी भी सवालों के घेरे में।* सूत्रों की माने तो 7 और 8 दिसम्बर की मध्यरात्रि रेत से ओवरलोड दो ट्रेक्टर छोटे पुल से नीचे जा गिरे । जिनमें एक स्वराज ट्रेक्टर तो मेले में लगी दो दुकानों को चपेट में लेते हुए पुल की शुरुआत में ही पुल से नीचे गिर गया और बही दूसरा महिंद्रा ट्रेक्टर पुल पर 50 मीटर आगे चलकर मय ट्राली के नीचे गिरा -यह ट्रेक्टर भी पुल की लाईन में लगे लोहे लकड़ी के सामान की दुकान पर जा गिरा। गनीमत ये रही कि केवल ट्रेक्टरों का ही कुचला हुआ है कोई जन हानि नहीं हुई ,पर होते होते बची। ट्रेक्टर मालिकों ने रातो रात ही पुल पर काम कर रही कंपनी से संपर्क कर उनकी क्रेन मशीनों से ट्रेक्टरों को निकलवाकर मेला ग्राउंड में ह रखवा दिया। सवाल ये खड़ा होता है कि एमपीआरडीसी के मानक से छोटा पुल भारी वाहन निकालने की छमता खो चुका है फिर किसके इशारों पर किसके संरक्षण में रेत के ओवरलोड ट्रेक्टर यमराज वन कर दौड़ रहे हैं। क्या प्रशासन हादसों का आदी हो चुका है या फिर प्रशासन की इसमें सन्लिप्तता है - ये भी जांच का विषय है????
- **दतिया.ब्रेकिंग....* दतिया जिले में हो रहे अवैध डीजल पेट्रोल विक्रय से नाराज पेट्रोल पंप एसोसिएशन के लोग आज कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े को एक लिखित आवेदन दिया। पेट्रोल पंप एसोसिएशन का कहना है कि समीपस्थ राज्य उत्तर प्रदेश से कुछ लोग पेट्रोल डीजल दतिया जिले में खपा रहे हैं जिससे पेट्रोल पंपों की बिक्री लगातार घट रही है। बिक्री घटने से हमारा खर्च भी नहीं निकल पा रहा है। इस हेतु तुरंत अवैध रूप से हो रहे डीजल पेट्रोल बिक्री पर तुरंत रोक लगाई जाए। कलेक्टर वानखेड़े ने मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्यवाही करने का आश्वाशन देते हुए पंप एसोसिएशन को अपना मोबाइल नंबर दिया और व्हाट्स ऐप पर शिकायत लिखकर देने की भी बात कही।1
- Post by Q Adiya Danik Bhaskar1
- बुंदेलखंड के गीतों का आनंद लो#🥰🤣🤪😂#आप सभी लोग हंसते मुस्कुराते रहें1
- Post by Santosh Prajapati2
- मुरैना में बिजली विभाग पर अवैध वसूली के आरोप, गार्डन संचालक बोले– कार्रवाई हो वरना आंदोलन मुरैना। जिले में गार्डन संचालकों ने बड़ा खुलासा करते हुए आरोप लगाया है कि बिजली विभाग में पदस्थ आउटसोर्स कर्मचारी अभिषेक शर्मा द्वारा उनसे लगातार अवैध वसूली की जा रही है। संचालकों ने कहा कि भुगतान न करने पर उनकी लाइनों को काटने और अन्य कार्रवाई की धमकियां दी जाती हैं। इस गंभीर मामले में JYE प्रदीप भार्गव ने तत्काल संज्ञान लेते हुए पूरे प्रकरण का पंचनामा तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेज दिया है। भार्गव ने संचालकों को आश्वासन दिया कि मामले की सत्यापन जांच कर जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गार्डन संचालकों का कहना है कि अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो वे मामला मीडिया व प्रशासन के समक्ष बड़े स्तर पर उठाएंगे। अब देखना यह है कि शिकायत और पंचनामा पहुंचने के बाद उच्च अधिकारी क्या निर्णय लेते हैं और कथित कर्मचारी पर क्या कार्रवाई होती है।1
- दो जिलों मे सबसे ज्यादा फर्जी बोटर यूपी के सीएम योगी जी ने SIR की जांच सही से होनी चाहिए #upnews #news1
- बांग्लादेश में एक दुखद घटना घटी जब एक व्यक्ति चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में फिसल गया और डिब्बों के बीच फँसकर प्लेटफ़ॉर्म से पटरी पर गिर गया। यह स्पष्ट नहीं है कि उसे कोई चोट लगी है या नहीं, क्योंकि उसकी हालत के बारे में कोई आधिकारिक रिपोर्ट जारी नहीं की गई है।1
- इंदरगढ़/दतिया.... *सेवढ़ा में प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा मौत का खेल,छोटे पुल से दिन रात निकलते ओवर लोड वाहन,- छोटे पुल पर लगे पुलिस कर्मी भी सवालों के घेरे में।* सूत्रों की माने तो 7 और 8 दिसम्बर की मध्यरात्रि रेत से ओवरलोड दो ट्रेक्टर छोटे पुल से नीचे जा गिरे । जिनमें एक स्वराज ट्रेक्टर तो मेले में लगी दो दुकानों को चपेट में लेते हुए पुल की शुरुआत में ही पुल से नीचे गिर गया और बही दूसरा महिंद्रा ट्रेक्टर पुल पर 50 मीटर आगे चलकर मय ट्राली के नीचे गिरा -यह ट्रेक्टर भी पुल की लाईन में लगे लोहे लकड़ी के सामान की दुकान पर जा गिरा। गनीमत ये रही कि केवल ट्रेक्टरों का ही कुचला हुआ है कोई जन हानि नहीं हुई ,पर होते होते बची। ट्रेक्टर मालिकों ने रातो रात ही पुल पर काम कर रही कंपनी से संपर्क कर उनकी क्रेन मशीनों से ट्रेक्टरों को निकलवाकर मेला ग्राउंड में ह रखवा दिया। सवाल ये खड़ा होता है कि एमपीआरडीसी के मानक से छोटा पुल भारी वाहन निकालने की छमता खो चुका है फिर किसके इशारों पर किसके संरक्षण में रेत के ओवरलोड ट्रेक्टर यमराज वन कर दौड़ रहे हैं। क्या प्रशासन हादसों का आदी हो चुका है या फिर प्रशासन की इसमें सन्लिप्तता है - ये भी जांच का विषय है????1