ग्वालियर जिले से चौंकाने वाला मामला—वन भूमि पर कब्जे के नाम पर पैसे की मांग का आरोप ग्वालियर जिले के बरई गांव में वन भूमि को लेकर गंभीर मामला सामने आया है। ग्रामीण रामबरन सिंह कौरव ने आरोप लगाया है कि फॉरेस्ट विभाग के डिप्टी रेंजर संजय रैकवार द्वारा उनसे वन भूमि की बाउंड्री तोड़ने की धमकी देते हुए रुपये तथा प्लॉट देने का दबाव बनाया जा रहा है। 500 वर्षों से पूर्वजों का मंदिर और वृक्षारोपण कौरव परिवार का कहना है कि जिस पहाड़ी को लेकर विवाद है, वह भूमि उनके पूर्वजों द्वारा लगभग 500 वर्षों से सुरक्षित रखी गई है। इसमें मंदिर, वृक्षारोपण और धार्मिक गतिविधियों की देखरेख परिवार ही करता आया है। --- कौरव के आरोप रामबरन सिंह कौरव ने दावा किया कि— 👉 डिप्टी रेंजर ने ₹2,00,000 रुपये मांगे 👉 साथ ही पहाड़ी क्षेत्र से दो व्यक्तियों को प्लॉट देने के लिए कहा 👉 कहा गया कि प्रति व्यक्ति ₹1,00,000 उन्हें मिलेंगे कौरव का आरोप है कि पैसे न देने पर धमकाया गया कि— पहाड़ी की बाउंड्री वॉल तोड़ दी जाएगी घर की परदीवार भी हटवा दी जाएगी वर्तमान में निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवास को भी गिरा दिया जाएगा --- कौरव का तर्क—कार्रवाई निष्पक्ष होनी चाहिए कौरव ने कहा कि यदि वन विभाग कार्रवाई कर रहा है तो सभी पर समान रूप से हो, न कि केवल उनके परिवार को निशाना बनाकर। उन्होंने कई उदाहरण देते हुए कहा कि— ➡ सुंदर सिंह यादव द्वारा कथित रूप से वन भूमि पर दुकान चलाई जा रही है ➡ पहलाद सिंह कौरव द्वारा वन भूमि पर खेती की जा रही है कौरव ने यह भी आरोप लगाया कि— 👉 पहलाद सिंह कौरव फॉरेस्ट सीमा के पास स्थित भूमि पर रेत का कारोबार चलाते हैं, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। --- ग्रामीणों की मांग ✔ जांच निष्पक्ष हो ✔ धन वसूली के आरोपों की जांच की जाए ✔ सभी अवैध कब्जों की सूची बनाई जाए ✔ कार्रवाई एकतरफा न हो ग्रामीणों ने अधिकारियों से लिखित शिकायत कर हस्तक्षेप की मांग की है। अब देखना यह है कि वन विभाग इस मामले में क्या कदम उठाता है।
ग्वालियर जिले से चौंकाने वाला मामला—वन भूमि पर कब्जे के नाम पर पैसे की मांग का आरोप ग्वालियर जिले के बरई गांव में वन भूमि को लेकर गंभीर मामला सामने आया है। ग्रामीण रामबरन सिंह कौरव ने आरोप लगाया है कि फॉरेस्ट विभाग के डिप्टी रेंजर संजय रैकवार द्वारा उनसे वन भूमि की बाउंड्री तोड़ने की धमकी देते हुए रुपये तथा प्लॉट देने का दबाव बनाया जा रहा है। 500 वर्षों से पूर्वजों का मंदिर और वृक्षारोपण कौरव परिवार का कहना है कि जिस पहाड़ी को लेकर विवाद है, वह भूमि उनके पूर्वजों द्वारा लगभग 500 वर्षों से सुरक्षित रखी गई है। इसमें मंदिर, वृक्षारोपण और धार्मिक गतिविधियों की देखरेख परिवार ही करता आया है। --- कौरव के आरोप रामबरन सिंह कौरव ने दावा किया कि— 👉 डिप्टी रेंजर ने ₹2,00,000 रुपये मांगे 👉 साथ ही पहाड़ी क्षेत्र से दो व्यक्तियों को प्लॉट देने के लिए कहा 👉 कहा गया कि प्रति व्यक्ति ₹1,00,000 उन्हें मिलेंगे कौरव का आरोप है कि पैसे न देने पर धमकाया गया कि— पहाड़ी की बाउंड्री वॉल तोड़ दी जाएगी घर की परदीवार भी हटवा दी जाएगी वर्तमान में निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवास को भी गिरा दिया जाएगा --- कौरव का तर्क—कार्रवाई निष्पक्ष होनी चाहिए कौरव ने कहा कि यदि वन विभाग कार्रवाई कर रहा है तो सभी पर समान रूप से हो, न कि केवल उनके परिवार को निशाना बनाकर। उन्होंने कई उदाहरण देते हुए कहा कि— ➡ सुंदर सिंह यादव द्वारा कथित रूप से वन भूमि पर दुकान चलाई जा रही है ➡ पहलाद सिंह कौरव द्वारा वन भूमि पर खेती की जा रही है कौरव ने यह भी आरोप लगाया कि— 👉 पहलाद सिंह कौरव फॉरेस्ट सीमा के पास स्थित भूमि पर रेत का कारोबार चलाते हैं, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। --- ग्रामीणों की मांग ✔ जांच निष्पक्ष हो ✔ धन वसूली के आरोपों की जांच की जाए ✔ सभी अवैध कब्जों की सूची बनाई जाए ✔ कार्रवाई एकतरफा न हो ग्रामीणों ने अधिकारियों से लिखित शिकायत कर हस्तक्षेप की मांग की है। अब देखना यह है कि वन विभाग इस मामले में क्या कदम उठाता है।
- PSParmal Singh KushwahMurar, Gwaliorrajasv vibhag Se mamle ki jaanch karva kar kaarvayi karni chahie1 hr ago
- मुरैना में बिजली विभाग पर अवैध वसूली के आरोप, गार्डन संचालक बोले– कार्रवाई हो वरना आंदोलन मुरैना। जिले में गार्डन संचालकों ने बड़ा खुलासा करते हुए आरोप लगाया है कि बिजली विभाग में पदस्थ आउटसोर्स कर्मचारी अभिषेक शर्मा द्वारा उनसे लगातार अवैध वसूली की जा रही है। संचालकों ने कहा कि भुगतान न करने पर उनकी लाइनों को काटने और अन्य कार्रवाई की धमकियां दी जाती हैं। इस गंभीर मामले में JYE प्रदीप भार्गव ने तत्काल संज्ञान लेते हुए पूरे प्रकरण का पंचनामा तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेज दिया है। भार्गव ने संचालकों को आश्वासन दिया कि मामले की सत्यापन जांच कर जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गार्डन संचालकों का कहना है कि अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो वे मामला मीडिया व प्रशासन के समक्ष बड़े स्तर पर उठाएंगे। अब देखना यह है कि शिकायत और पंचनामा पहुंचने के बाद उच्च अधिकारी क्या निर्णय लेते हैं और कथित कर्मचारी पर क्या कार्रवाई होती है।1
- Post by Q Adiya Danik Bhaskar1
- दतिया कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े की आमजन से अपील.......1
- दो जिलों मे सबसे ज्यादा फर्जी बोटर यूपी के सीएम योगी जी ने SIR की जांच सही से होनी चाहिए #upnews #news1
- बुंदेलखंड के गीतों का आनंद लो#🥰🤣🤪😂#आप सभी लोग हंसते मुस्कुराते रहें1
- Post by Santosh Prajapati2
- शिवपुरी : पिछोर थाने में मारपीट की शिकायत दर्ज कराने आए LLB के छात्र को थाना प्रभारी ने चप्पलों से पीटा, वीडियो हुआ सोशल मीडिया पर वायरल प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछोर के रहने वाले LLB के छात्र क्षितीज पाठक शनिवार रात्रि 10:00 बजे पिछोर थाने में एक मारपीट की शिकायत लेकर गये थे, जहां थाना प्रभारी उमेश उपाध्याय ने उल्टा छात्र को ही जमकर पीट दिया जिला रिपोर्टर दीपक अहिरवार शिवपुरी1
- ग्वालियर जिले से चौंकाने वाला मामला—वन भूमि पर कब्जे के नाम पर पैसे की मांग का आरोप ग्वालियर जिले के बरई गांव में वन भूमि को लेकर गंभीर मामला सामने आया है। ग्रामीण रामबरन सिंह कौरव ने आरोप लगाया है कि फॉरेस्ट विभाग के डिप्टी रेंजर संजय रैकवार द्वारा उनसे वन भूमि की बाउंड्री तोड़ने की धमकी देते हुए रुपये तथा प्लॉट देने का दबाव बनाया जा रहा है। 500 वर्षों से पूर्वजों का मंदिर और वृक्षारोपण कौरव परिवार का कहना है कि जिस पहाड़ी को लेकर विवाद है, वह भूमि उनके पूर्वजों द्वारा लगभग 500 वर्षों से सुरक्षित रखी गई है। इसमें मंदिर, वृक्षारोपण और धार्मिक गतिविधियों की देखरेख परिवार ही करता आया है। --- कौरव के आरोप रामबरन सिंह कौरव ने दावा किया कि— 👉 डिप्टी रेंजर ने ₹2,00,000 रुपये मांगे 👉 साथ ही पहाड़ी क्षेत्र से दो व्यक्तियों को प्लॉट देने के लिए कहा 👉 कहा गया कि प्रति व्यक्ति ₹1,00,000 उन्हें मिलेंगे कौरव का आरोप है कि पैसे न देने पर धमकाया गया कि— पहाड़ी की बाउंड्री वॉल तोड़ दी जाएगी घर की परदीवार भी हटवा दी जाएगी वर्तमान में निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवास को भी गिरा दिया जाएगा --- कौरव का तर्क—कार्रवाई निष्पक्ष होनी चाहिए कौरव ने कहा कि यदि वन विभाग कार्रवाई कर रहा है तो सभी पर समान रूप से हो, न कि केवल उनके परिवार को निशाना बनाकर। उन्होंने कई उदाहरण देते हुए कहा कि— ➡ सुंदर सिंह यादव द्वारा कथित रूप से वन भूमि पर दुकान चलाई जा रही है ➡ पहलाद सिंह कौरव द्वारा वन भूमि पर खेती की जा रही है कौरव ने यह भी आरोप लगाया कि— 👉 पहलाद सिंह कौरव फॉरेस्ट सीमा के पास स्थित भूमि पर रेत का कारोबार चलाते हैं, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। --- ग्रामीणों की मांग ✔ जांच निष्पक्ष हो ✔ धन वसूली के आरोपों की जांच की जाए ✔ सभी अवैध कब्जों की सूची बनाई जाए ✔ कार्रवाई एकतरफा न हो ग्रामीणों ने अधिकारियों से लिखित शिकायत कर हस्तक्षेप की मांग की है। अब देखना यह है कि वन विभाग इस मामले में क्या कदम उठाता है।1