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समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा संचालित तोल कांटे पर पाई गई धोखाधड़ी । झालावाड़ जिले के रायपुर तहसील क्षेत्र की कृषि उपज मंडी रायपुर में संचालित समर्थन मूल्य पर सोयाबीन तेल कांटे पर किसानों के साथ किया जा रहा है भेदभाव। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा राजस्थान में निर्देशित समर्थन मूल्य पर कृषि उपज सोयाबीन के तोल केंद्र पर धोखाधड़ी से परेशान किसान वापस ले जा रहे अपनी उपज के ट्रैक्टर। 15% टूट फूट एवं मिट्टी व कमजोर दानों की छूट तोलप्रपत्र में सरकार के द्वारा मान्यता तोल केंद्र के कर्मचारियों को निर्देशित है । फिर भी किसान की उपज को ग्रीटिंग मशीन में फिल्टर करवाया जा रहा है और इसके बाद उसकी उपज को तोला जाता है इस बार बारिश के चलते अतिवृष्टि के कारण फसल में दोनों का विकास भरपूर नहीं हो पाया दाना छोटा एवं कुछ कम चमक निकाला है जो किसान के पास निकला है किसान उसी को पंजीयन पर तुलवाने के लिए लाता है जिसमें किसी किसान का तोल लिया जाता है और किसी को छोड़ दिया जाता है और उससे 100% क्वालिटी वाला दान मांगा जाता है । विचारणीय बात यह है कि जिस किसान की एक बोरी सोयाबीन पैदा हुई है और जिसका दाना हल्का है क्या उसकी उपज का कोई मूल्य नहीं क्या सरकार उसे उपज को तोलने में सक्षम नहीं। किसानों में इस बात को लेकर बहुत रोष है आक्रोश हैआखिर राम तो रूठा है लेकिन राज के द्वारा जो निर्देश दिए गए उसके बाद भी कर्मचारियों के द्वारा भेदभाव किया जा रहा है। आज रायपुर टोल केंद्र पर यह बात देखने को सामने में आई है जिसमें किसानों के ट्रैक्टरों को वापस भेजा गया। किसान जुगल किशोर पाटीदार की फसल से भरे ट्रैक्टर को वापस भेज दिया गया और बहुत सारे किसानों को इसी प्रकार से उनकी उपज तोड़ने से मना कर दिया जाता है। प्रत्यक्षदर्शी में भारतीय किसान संघ तहसील संरक्षक भूपेंद्र , रामेश्वर गुर्जर सहकारिता प्रमुख योगेंद्र पाटीदार प्रचारप्रमुख भेरूलाल पाटीदार हिम्मतगढ़ निवासी किसान प्रेम सिंह एवं अन्य किसान भास्कर संवाददाता रायपुर उपस्थित रहे।

22 hrs ago
user_Mukesh Mehar
Mukesh Mehar
Journalist Raipur, Jhalawar•
22 hrs ago
7c323ef3-6c52-4005-a08a-b55c4cad1536

समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा संचालित तोल कांटे पर पाई गई धोखाधड़ी । झालावाड़ जिले के रायपुर तहसील क्षेत्र की कृषि उपज मंडी रायपुर में संचालित समर्थन मूल्य पर सोयाबीन तेल कांटे पर किसानों के साथ किया जा रहा है भेदभाव। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा राजस्थान में निर्देशित समर्थन मूल्य पर कृषि उपज सोयाबीन के तोल केंद्र पर धोखाधड़ी से परेशान किसान वापस ले जा रहे अपनी उपज के ट्रैक्टर। 15% टूट फूट एवं मिट्टी व कमजोर दानों की छूट तोलप्रपत्र में सरकार के द्वारा मान्यता तोल केंद्र के कर्मचारियों को निर्देशित है । फिर भी किसान की उपज को ग्रीटिंग मशीन में फिल्टर करवाया जा रहा है और इसके बाद उसकी उपज को तोला जाता है इस बार बारिश के चलते अतिवृष्टि के कारण फसल में दोनों का विकास भरपूर नहीं हो पाया दाना छोटा एवं कुछ कम चमक निकाला है जो किसान के पास निकला है किसान उसी को पंजीयन पर तुलवाने के लिए लाता है जिसमें किसी किसान का तोल लिया जाता है और किसी

को छोड़ दिया जाता है और उससे 100% क्वालिटी वाला दान मांगा जाता है । विचारणीय बात यह है कि जिस किसान की एक बोरी सोयाबीन पैदा हुई है और जिसका दाना हल्का है क्या उसकी उपज का कोई मूल्य नहीं क्या सरकार उसे उपज को तोलने में सक्षम नहीं। किसानों में इस बात को लेकर बहुत रोष है आक्रोश हैआखिर राम तो रूठा है लेकिन राज के द्वारा जो निर्देश दिए गए उसके बाद भी कर्मचारियों के द्वारा भेदभाव किया जा रहा है। आज रायपुर टोल केंद्र पर यह बात देखने को सामने में आई है जिसमें किसानों के ट्रैक्टरों को वापस भेजा गया। किसान जुगल किशोर पाटीदार की फसल से भरे ट्रैक्टर को वापस भेज दिया गया और बहुत सारे किसानों को इसी प्रकार से उनकी उपज तोड़ने से मना कर दिया जाता है। प्रत्यक्षदर्शी में भारतीय किसान संघ तहसील संरक्षक भूपेंद्र , रामेश्वर गुर्जर सहकारिता प्रमुख योगेंद्र पाटीदार प्रचारप्रमुख भेरूलाल पाटीदार हिम्मतगढ़ निवासी किसान प्रेम सिंह एवं अन्य किसान भास्कर संवाददाता रायपुर उपस्थित रहे।

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  • समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा संचालित तोल कांटे पर पाई गई धोखाधड़ी । झालावाड़ जिले के रायपुर तहसील क्षेत्र की कृषि उपज मंडी रायपुर में संचालित समर्थन मूल्य पर सोयाबीन तेल कांटे पर किसानों के साथ किया जा रहा है भेदभाव। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा राजस्थान में निर्देशित समर्थन मूल्य पर कृषि उपज सोयाबीन के तोल केंद्र पर धोखाधड़ी से परेशान किसान वापस ले जा रहे अपनी उपज के ट्रैक्टर। 15% टूट फूट एवं मिट्टी व कमजोर दानों की छूट तोलप्रपत्र में सरकार के द्वारा मान्यता तोल केंद्र के कर्मचारियों को निर्देशित है । फिर भी किसान की उपज को ग्रीटिंग मशीन में फिल्टर करवाया जा रहा है और इसके बाद उसकी उपज को तोला जाता है इस बार बारिश के चलते अतिवृष्टि के कारण फसल में दोनों का विकास भरपूर नहीं हो पाया दाना छोटा एवं कुछ कम चमक निकाला है जो किसान के पास निकला है किसान उसी को पंजीयन पर तुलवाने के लिए लाता है जिसमें किसी किसान का तोल लिया जाता है और किसी को छोड़ दिया जाता है और उससे 100% क्वालिटी वाला दान मांगा जाता है । विचारणीय बात यह है कि जिस किसान की एक बोरी सोयाबीन पैदा हुई है और जिसका दाना हल्का है क्या उसकी उपज का कोई मूल्य नहीं क्या सरकार उसे उपज को तोलने में सक्षम नहीं। किसानों में इस बात को लेकर बहुत रोष है आक्रोश हैआखिर राम तो रूठा है लेकिन राज के द्वारा जो निर्देश दिए गए उसके बाद भी कर्मचारियों के द्वारा भेदभाव किया जा रहा है। आज रायपुर टोल केंद्र पर यह बात देखने को सामने में आई है जिसमें किसानों के ट्रैक्टरों को वापस भेजा गया। किसान जुगल किशोर पाटीदार की फसल से भरे ट्रैक्टर को वापस भेज दिया गया और बहुत सारे किसानों को इसी प्रकार से उनकी उपज तोड़ने से मना कर दिया जाता है। प्रत्यक्षदर्शी में भारतीय किसान संघ तहसील संरक्षक भूपेंद्र , रामेश्वर गुर्जर सहकारिता प्रमुख योगेंद्र पाटीदार प्रचारप्रमुख भेरूलाल पाटीदार हिम्मतगढ़ निवासी किसान प्रेम सिंह एवं अन्य किसान भास्कर संवाददाता रायपुर उपस्थित रहे।
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    समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा संचालित तोल कांटे पर पाई गई धोखाधड़ी ।
झालावाड़ जिले के रायपुर तहसील क्षेत्र की कृषि उपज मंडी रायपुर में संचालित समर्थन मूल्य पर सोयाबीन तेल कांटे पर किसानों के साथ किया जा रहा है भेदभाव। 
केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा राजस्थान में निर्देशित समर्थन मूल्य पर कृषि उपज सोयाबीन के तोल केंद्र  पर धोखाधड़ी से परेशान किसान वापस ले जा रहे अपनी उपज के ट्रैक्टर।
15% टूट फूट एवं मिट्टी व कमजोर दानों की छूट तोलप्रपत्र में सरकार के द्वारा मान्यता तोल केंद्र के कर्मचारियों को निर्देशित है ।
फिर भी किसान की उपज को ग्रीटिंग मशीन में फिल्टर करवाया जा रहा है और इसके बाद उसकी उपज को तोला जाता है 
इस बार बारिश के चलते अतिवृष्टि के कारण फसल में दोनों का विकास भरपूर नहीं हो पाया दाना छोटा एवं कुछ कम चमक निकाला है जो किसान के पास निकला है किसान उसी को पंजीयन पर तुलवाने के लिए लाता है जिसमें किसी किसान का तोल लिया जाता है और किसी को छोड़ दिया जाता है और उससे 100% क्वालिटी वाला दान मांगा जाता है ।
विचारणीय बात यह है कि जिस किसान   की एक बोरी सोयाबीन पैदा हुई है और जिसका दाना हल्का है क्या उसकी उपज का कोई मूल्य नहीं क्या सरकार उसे उपज को तोलने में सक्षम नहीं।
किसानों में इस बात को लेकर बहुत रोष है आक्रोश हैआखिर राम तो रूठा है लेकिन राज के द्वारा जो निर्देश दिए गए उसके बाद भी कर्मचारियों के द्वारा भेदभाव किया जा रहा है। 
आज रायपुर टोल केंद्र पर यह बात देखने को सामने में आई है जिसमें किसानों के ट्रैक्टरों को वापस भेजा गया।
किसान जुगल किशोर पाटीदार की फसल से भरे ट्रैक्टर को वापस भेज दिया गया और बहुत सारे किसानों को इसी प्रकार से उनकी उपज तोड़ने से मना कर दिया जाता है। 
प्रत्यक्षदर्शी में भारतीय किसान संघ तहसील संरक्षक भूपेंद्र , रामेश्वर गुर्जर सहकारिता प्रमुख योगेंद्र पाटीदार प्रचारप्रमुख भेरूलाल पाटीदार हिम्मतगढ़ निवासी किसान प्रेम सिंह एवं अन्य किसान भास्कर संवाददाता   रायपुर उपस्थित रहे।
    user_Mukesh Mehar
    Mukesh Mehar
    Journalist Raipur, Jhalawar•
    22 hrs ago
  • 99% Students से आगे कैसे निकलें? 😂 #study #education #student #studymotivation #motivation #students #learning #school #university #studyabroad #college #studying #studentlife #indi #knowledge #learn #studynotes #upsc #साइंस #tataserria #studywithme #love #english #studytips #exam
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    99% Students से आगे कैसे निकलें? 😂
#study #education #student #studymotivation #motivation #students #learning #school #university #studyabroad #college #studying #studentlife #indi #knowledge #learn #studynotes #upsc #साइंस #tataserria #studywithme #love #english #studytips #exam
    user_Paras kushawah
    Paras kushawah
    Coaching Center Jhalawar, Rajasthan•
    4 hrs ago
  • करोड़ों का एनक्लोजर भी नहीं रोक पाया कनकटी का रास्ता -हाई सिक्योरिटी एनक्लोजर से बाहर निकलकर हाइवे तक पहुंची बाघिन -ग्रामीणों में दहशत, वन विभाग की कार्यप्रणाली पर खड़े हुए सवाल -जरा सी लापरवाही बन सकती है बड़े हादसों का कारण कोटा। मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में करोड़ों की लागत से बनाए गए हाई सिक्योरिटी एनक्लोजर से आदमखोर प्रवृत्ति की बाघिन कनकटी के बाहर निकलने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। बाघिन को नेशनल हाइवे-52 पर दरा की मुख्य सड़क के आसपास घूमते हुए देखा देखा जा रहा है। जिससे प्रशासन और वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। यह वही बाघिन है जिसने कुछ समय पहले रणथंभौर टाईगर रिजर्व क्षेत्र में दो दर्दनाक घटनाओं को अंजाम दिया था। ड्यूटी पर तैनात वन रेंजर देवेंद्र चौधरी व दादी के साथ त्रिनेत्र गणेश मंदिर में दर्शन करने जा रहे 7 वर्षीय बच्चे कार्तिक सुमन को मौत के घाट उतार दिया था। इन घटनाओं के बाद इसे आदमखोर घोषित करने की मांग उठी और बाद में इसे मुकुंदरा शिफ्ट किया गया। जहां इसे उच्च सुरक्षा वाले एनक्लोजर में रखा गया था। वन विभाग का कहना है कि फिलहाल बाघिन एनक्लोजर क्षेत्र के आसपास ही है और उसकी मूवमेंट पर निगरानी की जा रही है। 82 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है एनक्लोजर मुकुंदरा हिल्स में टाइगर एनक्लोजर पर करीब 30 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। 82 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विशाल एनक्लोजर बनाया गया है। वहीं 28 किलोमीटर लंबी दीवार तथा ऊपर 2.5 मीटर ऊंची संरचना और 1.2 मीटर चेन-लिंक फेंसिंग है। दावा किया गया था कि इससे बाघ बाहर नहीं जा सकेगा और कोई बाहरी जानवर अंदर नहीं आएगा। लेकिन बाघिन का इतनी आसानी से बाहर निकल जाना कई तरह के सवाल खड़े करता है। कई बार विवादों में आ चुका है मुकुंदरा हिल्स यह पहली घटना नहीं है जब मुकुंदरा हिल्स विवादों में आया हो। यहां पहले भी बाघों की मौत और लापरवाही के आरोप लगे हैं। जिनमें बाघिन एमटी-4 की इलाज नहीं मिलने से मौत, बाघ एमटी-3 रहस्यमयी तरीके से गायब हो गया था जो बाद में मृत मिला, इसी प्रकार एमटी-2 की संक्रमण से मौत का मामला भी काफी चर्चा में रहा। वहीं संघर्ष में कई शावकों की मौत हुई है। अब कनकटी के इस तरह बाहर निकलने से एक बार फिर वन विभाग सवालों के घेरे में है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि बाधिन के गले में रेडियो कॉलर होने के बावजूद वह फेंसिंग तक कैसे पहुंच गई। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना वन विभाग के लिए एक वेक-अप कॉल की तरह है। --- बाघिन फिलहाल दरा रेंज के खुले जंगल में ही है। वन विभाग की टीम द्वारा लगातार उसकी ट्रैकिंग की जा रही है। बाघिन को क्षेत्र के अंदर भेजने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। -प्रद्युमन सिंह, रेंजर, मुकुंदरा टाइगर रिजर्व
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    करोड़ों का एनक्लोजर भी नहीं रोक पाया कनकटी का रास्ता
-हाई सिक्योरिटी एनक्लोजर से बाहर निकलकर हाइवे तक पहुंची बाघिन
-ग्रामीणों में दहशत, वन विभाग की कार्यप्रणाली पर खड़े हुए सवाल
-जरा सी लापरवाही बन सकती है बड़े हादसों का कारण
कोटा।
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में करोड़ों की लागत से बनाए गए हाई सिक्योरिटी एनक्लोजर से आदमखोर प्रवृत्ति की बाघिन कनकटी के बाहर निकलने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। बाघिन को नेशनल हाइवे-52 पर दरा की मुख्य सड़क के आसपास घूमते हुए देखा देखा जा रहा है। जिससे प्रशासन और वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। 
यह वही बाघिन है जिसने कुछ समय पहले रणथंभौर टाईगर रिजर्व क्षेत्र में दो दर्दनाक घटनाओं को अंजाम दिया था। ड्यूटी पर तैनात वन रेंजर देवेंद्र चौधरी व दादी के साथ त्रिनेत्र गणेश मंदिर में दर्शन करने जा रहे 7 वर्षीय बच्चे कार्तिक सुमन को मौत के घाट उतार दिया था। इन घटनाओं के बाद इसे आदमखोर घोषित करने की मांग उठी और बाद में इसे मुकुंदरा शिफ्ट किया गया। जहां इसे उच्च सुरक्षा वाले एनक्लोजर में रखा गया था। वन विभाग का कहना है कि फिलहाल बाघिन एनक्लोजर क्षेत्र के आसपास ही है और उसकी मूवमेंट पर निगरानी की जा रही है।
82 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है एनक्लोजर
मुकुंदरा हिल्स में टाइगर एनक्लोजर पर करीब 30 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। 82 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विशाल एनक्लोजर बनाया गया है। वहीं 28 किलोमीटर लंबी दीवार तथा ऊपर 2.5 मीटर ऊंची संरचना और 1.2 मीटर चेन-लिंक फेंसिंग है। दावा किया गया था कि इससे बाघ बाहर नहीं जा सकेगा और कोई बाहरी जानवर अंदर नहीं आएगा। लेकिन बाघिन का इतनी आसानी से बाहर निकल जाना कई तरह के सवाल खड़े करता है।
कई बार विवादों में आ चुका है मुकुंदरा हिल्स
यह पहली घटना नहीं है जब मुकुंदरा हिल्स विवादों में आया हो। यहां पहले भी बाघों की मौत और लापरवाही के आरोप लगे हैं। जिनमें बाघिन एमटी-4 की इलाज नहीं मिलने से मौत, बाघ एमटी-3 रहस्यमयी तरीके से गायब हो गया था जो बाद में मृत मिला, इसी प्रकार एमटी-2 की संक्रमण से मौत का मामला भी काफी चर्चा में रहा। वहीं संघर्ष में कई शावकों की मौत हुई है। अब कनकटी के इस तरह बाहर निकलने से एक बार फिर वन विभाग सवालों के घेरे में है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि बाधिन के गले में रेडियो कॉलर होने के बावजूद वह फेंसिंग तक कैसे पहुंच गई। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना वन विभाग के लिए एक वेक-अप कॉल की तरह है।
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बाघिन फिलहाल दरा रेंज के खुले जंगल में ही है। वन विभाग की टीम द्वारा लगातार उसकी ट्रैकिंग की जा रही है। बाघिन को क्षेत्र के अंदर भेजने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
-प्रद्युमन सिंह, रेंजर, मुकुंदरा टाइगर रिजर्व
    user_Ahmed Siraj Farooqi
    Ahmed Siraj Farooqi
    रिपोर्टर Ladpura, Kota•
    1 hr ago
  • पुलिस प्रशासन की बड़ी कार्रवाई पूर्व सरपंच सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया रिपोर्टर सुमित सेन राजगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई खुजनेर के गोपालपुरा में खुले खेत के बीच में बड़ी तादाद अवैध जुआ पर पुलिस ने दबिश दे कर बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व सरपंच सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया वही अंधेरे का फायदा उठा कर दर्जनों जुआरी फरार हो गए। पुलिस ने जुआरियों के आपस से ₹79,450 नगद बरामद किए इसी के साथ पुलिस ने 04 एंड्राइड, 01 कीपैड मोबाइल, ताश पत्तों की 52 कार्ड सेट ओर 17 बंद गड्डियां, ओर 22 मोटरसाइकिलें बरामद की हे।
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    पुलिस प्रशासन की बड़ी कार्रवाई पूर्व सरपंच सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया
रिपोर्टर सुमित सेन
राजगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई खुजनेर के गोपालपुरा में खुले खेत के बीच में बड़ी तादाद अवैध जुआ पर पुलिस ने दबिश दे कर बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व सरपंच सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया वही अंधेरे का फायदा उठा कर दर्जनों जुआरी फरार हो गए। 
पुलिस ने जुआरियों के आपस से ₹79,450 नगद बरामद किए इसी के साथ पुलिस ने 04 एंड्राइड, 01 कीपैड मोबाइल, ताश पत्तों की 52 कार्ड सेट ओर 17 बंद गड्डियां, ओर 22 मोटरसाइकिलें बरामद की हे।
    user_Sumit San
    Sumit San
    Sarangpur, Rajgarh•
    15 hrs ago
  • राजस्थान ब्रेकिंग न्यूज़ पब्लिक एप का ताजा अपडेट। मुख्यमंत्री भारत लाल ने आज प्रवासी राजस्थानियों के सम्मेलन का आगाज किया ऊर्जा मंत्री हरलाल नगर में मुख्यमंत्री का गुलदस्ता देखकर स्वागत किया सबसे ज्यादा चर्चा मुख्यमंत्री ने ऊर्जा सेक्टर की की सोलर प्लांट की फैक्ट्री की राजस्थान में लगने वाली और विद्युत उत्पादन करने वाली कंपनियों की। भूतपूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तबीयत नासाज। गोविंद सिंह डोडा से रोटी गरम जूली 14 तारीख की दिल्ली में होने वाली रैली की तैयारी में भयंकर जुटे। पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार अब उसे प्रकार हो गया है।जैसे कुंवारा लड़का जवानी से बुढ़ापे की और भी जाए तो भी दुलाह बनने की चाहत रखता है। कल महिला नेत्री राखी गौतम कोटा जिला शहर अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करेंगी।
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    राजस्थान ब्रेकिंग न्यूज़ पब्लिक एप का ताजा अपडेट। 
मुख्यमंत्री भारत लाल ने आज प्रवासी राजस्थानियों के सम्मेलन का आगाज किया ऊर्जा मंत्री हरलाल नगर में मुख्यमंत्री का गुलदस्ता देखकर स्वागत किया सबसे ज्यादा चर्चा मुख्यमंत्री ने ऊर्जा सेक्टर की की सोलर प्लांट की फैक्ट्री की राजस्थान में लगने वाली और विद्युत उत्पादन करने वाली कंपनियों की। 
भूतपूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तबीयत नासाज।
गोविंद सिंह डोडा से रोटी गरम जूली 14 तारीख की दिल्ली में होने वाली रैली की तैयारी में भयंकर जुटे।
पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार अब उसे प्रकार हो गया है।जैसे कुंवारा लड़का जवानी से बुढ़ापे की और भी जाए तो भी दुलाह बनने की चाहत रखता है।
कल महिला नेत्री राखी गौतम कोटा जिला शहर अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करेंगी।
    user_Ramesh Gandhi
    Ramesh Gandhi
    Acupuncture school Ladpura, Kota•
    17 hrs ago
  • आलोट मंडी 10 दिसंबर 2025 सोयाबीन का क्वालिटी अनुसार भाव 1135 की बेहतरीन डिमांड
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    आलोट मंडी 10 दिसंबर 2025 सोयाबीन का क्वालिटी अनुसार भाव 1135 की बेहतरीन डिमांड
    user_Arjun rathore2994
    Arjun rathore2994
    Alot, Ratlam•
    20 hrs ago
  • जल जीवन मिशन की प्रगति की समीक्षा, ग्रामों में पहुंचकर समस्याओं का लिया मौके पर जायजा गुना कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने आज जल निगम के अंतर्गत गोपीकृष्ण समूह जलप्रपात योजना के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने बेरखेड़ी, बोरखेड़ा, छापरी एवं हरिपुर ग्राम का स्थल निरीक्षण कर वन विभाग, एमपीआरडीसी सहित अन्य संबंधित विभागों से परियोजना में आ रही तकनीकी चुनौतियों की जानकारी प्राप्त की। छापरी ग्राम में ग्रामीणों से संवाद के दौरान बोरिंग के बंद होने की जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने तत्काल पीएचई विभाग को फोन कर कार्य शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने बच्चों से संवाद कर उनकी शिक्षा व्यवस्था की जानकारी ली। बच्चों द्वारा आठवीं से आगे पढ़ाई के लिए दूसरे गांव जाने की जानकारी देने पर उन्होंने प्राथमिक विद्यालय को आठवीं तक उन्नयन तथा समीपस्थ विद्यालय को कक्षा 10वीं तक उन्नयन हेतु प्रस्ताव तैयार कर भेजने के निर्देश दिए। इस दौरान बच्चों को खाद्य सामग्री वितरित की गई। साथ ही ग्रामीणों से पशुधन विकास को बढ़ावा देने का आग्रह किया गया। निरीक्षण के दौरान डीएफओ श्री अक्षय राठौर, तहसीलदार गुना ग्रामीण श्री कमल मण्‍डेलिया, महाप्रबंधक जल निगम साक्षी सिंह, नायब तहसीलदार वृत फतेहगढ़ बमोरी जयप्रकाश गौतम सहित एमपीआरडीसी, जल निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।
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    जल जीवन मिशन की प्रगति की समीक्षा, ग्रामों में पहुंचकर समस्याओं का लिया मौके पर जायजा
गुना कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने आज जल निगम के अंतर्गत गोपीकृष्ण समूह जलप्रपात योजना के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने बेरखेड़ी, बोरखेड़ा, छापरी एवं हरिपुर ग्राम का स्थल निरीक्षण कर वन विभाग, एमपीआरडीसी सहित अन्य संबंधित विभागों से परियोजना में आ रही तकनीकी चुनौतियों की जानकारी प्राप्त की।
छापरी ग्राम में ग्रामीणों से संवाद के दौरान बोरिंग के बंद होने की जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने तत्काल पीएचई विभाग को फोन कर कार्य शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने बच्चों से संवाद कर उनकी शिक्षा व्यवस्था की जानकारी ली। बच्चों द्वारा आठवीं से आगे पढ़ाई के लिए दूसरे गांव जाने की जानकारी देने पर उन्होंने प्राथमिक विद्यालय को आठवीं तक उन्नयन तथा समीपस्थ विद्यालय को कक्षा 10वीं तक उन्नयन हेतु प्रस्ताव तैयार कर भेजने के निर्देश दिए। इस दौरान बच्चों को खाद्य सामग्री वितरित की गई। साथ ही ग्रामीणों से पशुधन विकास को बढ़ावा देने का आग्रह किया गया।
निरीक्षण के दौरान डीएफओ श्री अक्षय राठौर, तहसीलदार गुना ग्रामीण श्री कमल मण्‍डेलिया, महाप्रबंधक जल निगम साक्षी सिंह, नायब तहसीलदार वृत फतेहगढ़ बमोरी जयप्रकाश गौतम सहित एमपीआरडीसी, जल निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।
    user_रणधीर चदेल
    रणधीर चदेल
    पत्रकार (फोटोग्राफर) Sisodiya Colony, Guna•
    3 hrs ago
  • समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा संचालित तोल कांटे पर पाई गई धोखाधड़ी । झालावाड़ जिले के रायपुर तहसील क्षेत्र की कृषि उपज मंडी रायपुर में संचालित समर्थन मूल्य पर सोयाबीन तेल कांटे पर किसानों के साथ किया जा रहा है भेदभाव। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा राजस्थान में निर्देशित समर्थन मूल्य पर कृषि उपज सोयाबीन के तोल केंद्र पर धोखाधड़ी से परेशान किसान वापस ले जा रहे अपनी उपज के ट्रैक्टर। 15% टूट फूट एवं मिट्टी व कमजोर दानों की छूट तोलप्रपत्र में सरकार के द्वारा मान्यता तोल केंद्र के कर्मचारियों को निर्देशित है । फिर भी किसान की उपज को ग्रीटिंग मशीन में फिल्टर करवाया जा रहा है और इसके बाद उसकी उपज को तोला जाता है इस बार बारिश के चलते अतिवृष्टि के कारण फसल में दोनों का विकास भरपूर नहीं हो पाया दाना छोटा एवं कुछ कम चमक निकाला है जो किसान के पास निकला है किसान उसी को पंजीयन पर तुलवाने के लिए लाता है जिसमें किसी किसान का तोल लिया जाता है और किसी को छोड़ दिया जाता है और उससे 100% क्वालिटी वाला दान मांगा जाता है । विचारणीय बात यह है कि जिस किसान की एक बोरी सोयाबीन पैदा हुई है और जिसका दाना हल्का है क्या उसकी उपज का कोई मूल्य नहीं क्या सरकार उसे उपज को तोलने में सक्षम नहीं। किसानों में इस बात को लेकर बहुत रोष है आक्रोश हैआखिर राम तो रूठा है लेकिन राज के द्वारा जो निर्देश दिए गए उसके बाद भी कर्मचारियों के द्वारा भेदभाव किया जा रहा है। आज रायपुर टोल केंद्र पर यह बात देखने को सामने में आई है जिसमें किसानों के ट्रैक्टरों को वापस भेजा गया। किसान जुगल किशोर पाटीदार की फसल से भरे ट्रैक्टर को वापस भेज दिया गया और बहुत सारे किसानों को इसी प्रकार से उनकी उपज तोड़ने से मना कर दिया जाता है। प्रत्यक्षदर्शी में भारतीय किसान संघ तहसील संरक्षक भूपेंद्र , रामेश्वर गुर्जर सहकारिता प्रमुख योगेंद्र पाटीदार प्रचारप्रमुख भेरूलाल पाटीदार हिम्मतगढ़ निवासी किसान प्रेम सिंह एवं अन्य किसान भास्कर संवाददाता रायपुर उपस्थित रहे।
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    समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा संचालित तोल कांटे पर पाई गई धोखाधड़ी ।
झालावाड़ जिले के रायपुर तहसील क्षेत्र की कृषि उपज मंडी रायपुर में संचालित समर्थन मूल्य पर सोयाबीन तेल कांटे पर किसानों के साथ किया जा रहा है भेदभाव। 
केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा राजस्थान में निर्देशित समर्थन मूल्य पर कृषि उपज सोयाबीन के तोल केंद्र  पर धोखाधड़ी से परेशान किसान वापस ले जा रहे अपनी उपज के ट्रैक्टर।
15% टूट फूट एवं मिट्टी व कमजोर दानों की छूट तोलप्रपत्र में सरकार के द्वारा मान्यता तोल केंद्र के कर्मचारियों को निर्देशित है ।
फिर भी किसान की उपज को ग्रीटिंग मशीन में फिल्टर करवाया जा रहा है और इसके बाद उसकी उपज को तोला जाता है 
इस बार बारिश के चलते अतिवृष्टि के कारण फसल में दोनों का विकास भरपूर नहीं हो पाया दाना छोटा एवं कुछ कम चमक निकाला है जो किसान के पास निकला है किसान उसी को पंजीयन पर तुलवाने के लिए लाता है जिसमें किसी किसान का तोल लिया जाता है और किसी को छोड़ दिया जाता है और उससे 100% क्वालिटी वाला दान मांगा जाता है ।
विचारणीय बात यह है कि जिस किसान   की एक बोरी सोयाबीन पैदा हुई है और जिसका दाना हल्का है क्या उसकी उपज का कोई मूल्य नहीं क्या सरकार उसे उपज को तोलने में सक्षम नहीं।
किसानों में इस बात को लेकर बहुत रोष है आक्रोश हैआखिर राम तो रूठा है लेकिन राज के द्वारा जो निर्देश दिए गए उसके बाद भी कर्मचारियों के द्वारा भेदभाव किया जा रहा है। 
आज रायपुर टोल केंद्र पर यह बात देखने को सामने में आई है जिसमें किसानों के ट्रैक्टरों को वापस भेजा गया।
किसान जुगल किशोर पाटीदार की फसल से भरे ट्रैक्टर को वापस भेज दिया गया और बहुत सारे किसानों को इसी प्रकार से उनकी उपज तोड़ने से मना कर दिया जाता है। 
प्रत्यक्षदर्शी में भारतीय किसान संघ तहसील संरक्षक भूपेंद्र , रामेश्वर गुर्जर सहकारिता प्रमुख योगेंद्र पाटीदार प्रचारप्रमुख भेरूलाल पाटीदार हिम्मतगढ़ निवासी किसान प्रेम सिंह एवं अन्य किसान भास्कर संवाददाता   रायपुर उपस्थित रहे।
    user_Mukesh Mehar
    Mukesh Mehar
    Journalist Raipur, Jhalawar•
    22 hrs ago
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