Shuru
Apke Nagar Ki App…
किसान छत्तीसगढ़
RK itoriya
किसान छत्तीसगढ़
More news from Jalaun and nearby areas
- झांसी में शादीशुदा गर्लफ्रेंड की लाश अस्पताल में छोड़कर बॉयफ्रेंड भाग गया। दोनों के बीच 3 साल से अफेयर था। महिला दो दिन पहले बॉयफ्रेंड के साथ रहने उसके घर पहुंच गई थी। शनिवार सुबह बॉयफ्रेंड ने गर्लफ्रेंड के बेटे को फोन किया। कहा- तुम्हारी मां ने जहर खा लिया है। मैं उन्हें अस्पताल लेकर जा रहा हूं। बेटा घरवालों के साथ आनन-फानन में CHC अस्पताल पहुंचा। देखा तो उसकी मां की मौत हो चुकी थी। बॉयफ्रेंड वहां नहीं था। महिला नीलम कुशवाहा के बेटे ने आरोप लगाया कि बॉयफ्रेंड रवि ने जहर खिलाकर मां की हत्या की। बेटे ने उसके खिलाफ देर शाम थाने में तहरीर दी। पूरा मामला चिरगांव के भरतपुरा गांव का है।1
- Post by Hrdas Emr tje1
- बाबई से सिरसा कलार तक रोड की मरम्मत मे खानापूर्ती1
- Post by Rahul kumar1
- एक्सप्रेस में आज बेशुमार भीड़, यात्रियों को भारी परेशानी आज गोमती एक्सप्रेस में अत्यधिक भीड़ देखने को मिली। सामान्य डिब्बों के साथ-साथ आरक्षित कोचों में भी यात्रियों की संख्या क्षमता से कहीं अधिक रही। कई यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करनी पड़ी, यात्रियों के अनुसार छुट्टियों/आकस्मिक यात्रा मांग और सीमित वैकल्पिक ट्रेनों के कारण भीड़ बढ़ी। रेलवे प्रशासन से अतिरिक्त कोच लगाने और भीड़ प्रबंधन के प्रभावी इंतज़ाम की मांग की जा रही है। > सलाह: यात्री यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति जांचें और संभव हो तो आरक्षण के साथ ही यात्रा करें।1
- चकर नगर क्षेत्र दलीप नगर मढैयन इटावा उप्र1
- खबर का असर1
- सरकारी प्रचार बैनरों से ढके ट्रैफिक पोल, नियमों पर सवाल उरई (जालौन)। शहर में इन दिनों सरकारी प्रचार बैनरों की भरमार इस कदर दिखाई दे रही है कि यातायात व्यवस्था से जुड़े ट्रैफिक पोल और संकेतक तक ढक गए हैं। कालपी रोड सहित प्रमुख मार्गों पर लगे ट्रैफिक संकेत कई स्थानों पर स्पष्ट नहीं रह गए हैं, जिससे सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि इसी प्रकार कोई मीडिया हाउस या विपक्षी दल बिना अनुमति के होर्डिंग लगाए, तो प्रशासन तत्काल कार्रवाई करता है, लेकिन सरकारी प्रचार सामग्री के मामले में नियमों की अनदेखी की जा रही है। नागरिकों का यह भी आरोप है कि एक ओर यातायात नियमों के उल्लंघन पर दोपहिया वाहनों के चालान किए जाते हैं, वहीं दूसरी ओर नियमों के विरुद्ध लगाए गए बैनर–पोस्टरों पर प्रशासन की नजर नहीं जाती। इससे दोहरे मापदंड का संदेश जनता के बीच जा रहा है। जनता का कहना है कि शहर की जनता सब देख रही है और यह भी समझ रही है कि केवल पोस्टर-बैनरों से जनसमर्थन नहीं मिलता। सड़क सुरक्षा से जुड़े संकेतों को ढकना न सिर्फ नियमों का उल्लंघन है, बल्कि आमजन के लिए जोखिम भी पैदा करता है।1
- Post by अजय रावत -राष्ट्रीय लोकदल1