Happy new year #2025 #newyear Every year, on January 1st, people flock to nature spots for picnics to celebrate the new year Unfortunately, these celebrations often result in severe environmental pollution Littering is rampant, with plastic bottles, food wrappers, and disposable plates carelessly discarded, choking rivers and forests Bonfires damage ecosystems, while loud music disturbs wildlife People leave behind food waste, attracting stray animals and altering natural balances Natural beauty is tarnished, leaving scars that take months to heal This disregard for nature diminishes its charm and endangers local flora and fauna It is crucial to adopt responsible practices and leave these serene spots pristine हर साल 1 जनवरी को नए साल का जश्न मनाने के लिए लोग पिकनिक के लिए प्राकृतिक स्थलों पर जाते हैं। लेकिन ये जश्न अक्सर पर्यावरण प्रदूषण का कारण बनते हैं। प्लास्टिक की बोतलें, खाने के रैपर और डिस्पोजेबल प्लेट्स बेपरवाही से फेंक दी जाती हैं, जो नदियों और जंगलों को दूषित करते हैं। अलाव जलाने से पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचता है, जबकि तेज़ संगीत वन्यजीवों को परेशान करता है। छोड़ा गया खाना कचरा बनता है, जो आवारा जानवरों को आकर्षित करता है और प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ता है। प्राकृतिक सुंदरता को बचाने के लिए ज़िम्मेदार व्यवहार अपनाना ज़रूरी है।
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