Upcoming Elections in Karnataka - आगामी चुनाव कर्नाटक
कर्नाटक भारत के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में मौजूद एक राज्य है। कर्नाटक को पहले मैसूर भी कहा जाता था। कर्नाटक में पिछला विधानसभा चुनाव साल 2018 में हुआ था। विधानसभा चुनाव की पांच साल की अवधि पूरी होने के बाद इस साल 2023 में दोबारा विधानसभा चुनाव होंगे। कर्नाटक विधानसभा में 224 सदस्य होते हैं। इन सभी 224 निर्वाचन क्षेत्र पर चुनाव किए जाते हैं ताकि विधायक (MLA) चुने जा सके, जो राजनीतिक दल सबसे ज्यादा सीटों पर जीतती है, उसी का नेता मुख्यमंत्री बनता है। वर्तमान में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम 2018 (Karnataka 2018 Legislative Election Result)
राजनीतिक दल | सीट पर जीते |
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भारतीय जनता पार्टी | 104 |
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | 80 |
जनता दल सेक्युलर | 37 |
स्वतंत्र | 1 |
बहुजन समाज पार्टी | 1 |
कर्नाटक प्रज्ञावंत जनता पार्टी | 1 |
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई
कर्नाटक फैक्ट्स
मुख्यमंत्री | बसवराज बोम्मई |
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सरकार | भारतीय जनता पार्टी |
अगला विधानसभा चुनाव | संभावित वर्ष 2023 में |
पिछला विधानसभा चुनाव | वर्ष 2018 में |
लोकसभा | 28 सीट |
राज्यसभा | 12 सीट |
विधानसभा | 224 सीट |
कर्नाटक क्षेत्रफल | 1,91,791 वर्ग किमी |
कर्नाटक जनसंख्या | 61,130,704* (2011 की जनगणना के अनुसार) |
प्रमुख भाषाएँ | कन्नड़ |
कर्नाटक की राजधानी | बैंगलोर |
कर्नाटक विधानसभा
कर्नाटक भारत के दक्षिणी भाग में स्थित समृद्ध राज्य है। कर्नाटक की 7 करोड़ से ज्यादा की आबादी है और यह जनसंख्या के हिसाब से भारत का आठवां सबसे बड़ा राज्य है। कर्नाटक में एक सदनीय विधायी संस्था है। विधानसभा में 224 सदस्य होते हैं जो सीधे लोगों द्वारा चुने जाते हैं। विधानसभा का कार्यकाल पांच वर्ष है, और मुख्यमंत्री सरकार का प्रमुख होता है। कर्नाटक अपनी उच्च साक्षरता दर के लिए जाना जाता है, जो राष्ट्रीय औसत से ऊपर है। कर्नाटक की साक्षरता दर 75.60% है, जिसमें पुरुषों की साक्षरता दर 82.85% है और महिलाओं की साक्षरता दर 68.13% है।
कर्नाटक विधानसभा का इतिहास
साल 1952 में नवगठित मैसूर विधान सभा का पहला सत्र बैंगलोर के पुराने सार्वजनिक कार्यालय भवन सम्मेलन हॉल (जो कि अब उच्च न्यायालय भवन है) में आयोजित किया गया था। पहली विधानसभा में 99 निर्वाचित और एक मनोनीत सदस्य थे। राज्य विधानसभा की पहली बैठक में, वी. वेंकटप्पा मानद अध्यक्ष थे और राज्य के पहले मुख्यमंत्री केंगल हनुमंथैया बने। साल 1953 में आंध्र प्रदेश के गठन के साथ, मद्रास राज्य से बेल्लारी जिले के कुछ हिस्सों को मैसूर राज्य में जोड़ा गया और विधानसभा में पांच सदस्य बढ़ गए। पुनर्गठन के बाद साल 1973 में राज्य का नाम बदलकर कर्नाटक कर दिया गया। कर्नाटक विधानसभा में सदस्यों की संख्या साल 1957 में 208 थी, 1967 में बढ़कर 216 हो गई और 1978 में एक मनोनीत सदस्य के साथ 224 हो गई।
पिछला चुनाव
साल 2018 में गठित हुई कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई 2023 को खत्म होने वाला है। चुनाव के बाद जनता दल (सेक्युलर) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गठबंधन ने राज्य में सरकार बनाई, और एच.डी. कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने। साल 2019 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) के कई सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया, जिससे गठबंधन की सरकार गिर गई। इसके बाद बीजेपी ने कर्नाटक में सरकार बनाई, और बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री बनाया गया। 26 जुलाई 2021 को येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और बसवराज बोम्मई ने नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
कर्नाटक के मतदाता
कर्नाटक में 5.21 करोड़ लोग वोटर्स हैं, जिसमें 2.59 करोड़ महिलाएं हैं। कुल में 16,976 लोग सौ वर्ष से ज्यादा उम्र के हैं, 4,699 ट्रांसजेंडर वोटर्स और 9.17 लाख पहली बार वोटर्स लिस्ट में शामिल हैं। कर्नाटक राज्य में 58,272 मतदान केंद्र (पोलिंग बूथ) हैं, जिनमें शहरी क्षेत्रों में 24,063 शामिल हैं। कर्नाटक विधानसभा का अगला चुनाव संभावित रूप से मई 2023 में होगा। संभावना है कि कर्नाटक चुनाव 5 मई से 20 मई 2023 के बीच होगा। बी येदियुरप्पा के नेतृत्व में बीजेपी सत्ता में आई। दक्षिण भारत में पहली बार बीजेपी का सरकार के तौर पर सफर पूरा होने वाला है। विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा करेंगे।
कर्नाटक में संभावित रूप से साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, आपके हिसाब से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, जनता दल (सेक्युलर), भारतीय जनता पार्टी में से कौनसा दल राज्य में सरकार बनाएगा? अपनी राय हमें बताएं ?