Vidhan Sabha Elections in India - विधान सभा चुनाव
चुनाव लोकतंत्र का आधार होता है। आजादी के बाद पहला आम चुनाव साल 1951-52 में आयोजित किया गया था। ब्रिटिश शासन के समय भी चुनाव होते थे लेकिन आजादी के पहले वोट देने का अधिकार बहुत कम लोगों के पास था, आजादी के बाद भारत सरकार ने सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार को अपनाया, जिससे हर वयस्क भारतीय को वोट देने का अधिकार मिला।
विधानसभा का चुनाव राज्य स्तर पर होता है। सभी राज्य के चुनाव एक साथ एक ही साल में होते हैं। अगर कोई विधानसभा का सदस्य बनना चाहता है तो उसे भारत का नागरिक होना और कम से कम 25 वर्ष की आयु होना जरूरी है। इसके अलावा भी कुछ शर्ते होती हैं जैसे कि वह मानसिक रूप से ठीक और वित्तीय तौर पर दिवालिया न हो।
आम चुनाव और विधान सभा चुनाव इसलिए अलग है क्योंकि सरकार के कार्य करने के विषय या सूचियां बंटी हुई है, जैसे कि रक्षा मंत्रालय पर आम चुनाव के जरिए बनी संसद और उससे जुड़ा मंत्रालय काम करता है, जबकि राज्य की सूची में रक्षा का कोई कार्य नहीं है। आम चुनाव के जरिए बनने वाली सरकार केंद्र सरकार होती है, जबकि विधानसभा के जरिए बनने वाली सरकार राज्य सरकार होती है।
हर राज्य में चुनाव का समय अलग-अलग होता है। इस साल 2023 में कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसकी सूची इस प्रकार है:
आगामी विधानसभा चुनाव
चुनाव का संभावित महीना | राज्य | सत्ता दल अभी तक | मुख्यमंत्री अभी तक |
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मई 2023 | कर्नाटक | भारतीय जनता पार्टी | बसवराज एस बोम्मई |
नवंबर 2023 | छत्तीसगढ़ | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | भूपेश बघेल |
नवंबर 2023 | मध्य प्रदेश | भारतीय जनता पार्टी | शिवराज सिंह चौहान |
नवंबर 2023 | मिजोरम | मिजो नेशनल फ्रंट | जोरमथंगा |
नवंबर 2023 | राजस्थान | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | अशोक गहलोत |
नवंबर 2023 | तेलंगाना | भारतीय राष्ट्र समिति | के चंद्रशेखर राव |
चुनाव प्रक्रिया
चुनाव की प्रक्रिया में प्रवेश करने के लिए उम्मीदवारों को चुनाव आयोग के साथ नामांकन दाखिल करना पड़ता है। इस दौरान राजनीतिक पार्टियों को चुनावों में प्रचार के लिए सरकारी धन का उपयोग करने से रोक दिया गया है। इस दौरान सरकार को नए प्रोजेक्ट शुरू करने से भी मना किया जाता है। सभी नामांकन भरने के बाद उम्मीदवारों की सूची प्रकाशित की जाती है। चुनाव प्रक्रिया सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलती है। मतदान प्रभारी उस क्षेत्र का कलेक्टर होता है। अब मतदान प्रक्रिया के लिए ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) का उपयोग किया जाता है।
मुख्यमंत्री का चुनाव कैसे होता है?
किसी राज्य का मुख्यमंत्री चुनने के लिए विधानसभा चुनाव करवाने होते हैं, जिसमें जनता अपने क्षेत्र के उम्मीदवार को विधायक के रूप में चुनती है। जिस पार्टी के सबसे ज्यादा उम्मीदवार विधायक चुनाव जीतते हैं, उसी पार्टी के विधायकों के प्रमुख को मुख्यमंत्री चुना जाता है। चुनाव के परिणाम घोषित होने पर राज्यपाल मुख्यमंत्री की नियुक्ति करता है। चुनाव में किसी पार्टी के बहुमत ना मिलने की स्थिति में या मुख्यमंत्री को अपने पद से हटाने की स्थिति में राज्यपाल अपने विवेक पर मुख्यमंत्री नियुक्त करता है। विधानसभा का कार्यकाल 5 साल का होता है। जब निर्वाचन आयोग राज्य में विधानसभा चुनाव करने की घोषणा कर देते है, तब से आचार संहिता लागू कर दी जाती है। जब विधानसभा चुनाव में एक राजनीतिक पार्टी राज्य में 50%या उससे ज्यादा सीट जीत कर बहुमत हासिल करती है। अगर चुनाव में किसी पार्टी को बहुमत न मिलें तो वह किसी और पार्टी से बहुमत प्राप्त करने के लिए गठबंधन कर लेती है। जिसके बाद गठबंधन करने वाली पार्टी मिलकर जिस उम्मीदवार को चुनते हैं, वह उस राज्य का मुख्यमंत्री बनता है।
विधानसभा राज्यों की सूची
क्रमांक | राज्य | |
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1 | आंध्र प्रदेश | |
2 | अरुणाचल प्रदेश | |
3 | असम | |
4 | बिहार | |
5 | छत्तीसगढ़ | |
6 | दिल्ली | |
7 | गोवा | |
8 | गुजरात | |
9 | हरियाणा | |
10 | हिमाचल प्रदेश | |
11 | जम्मू-कश्मीर | |
12 | झारखंड | |
13 | कर्नाटक | |
14 | केरल | |
15 | महाराष्ट्र | |
16 | मध्य प्रदेश | |
17 | मेघालय | |
18 | मणिपुर | |
19 | मिज़ोरम | |
20 | नागालैंड | |
21 | ओडिशा | |
22 | पुडुचेरी | |
23 | पंजाब | |
24 | राजस्थान | |
25 | सिक्किम | |
26 | तमिलनाडु | |
27 | तेलंगाना | |
28 | त्रिपुरा | |
30 | उत्तर प्रदेश | |
31 | पश्चिम बंगाल | |
32 | उत्तराखंड |