Vidhan Sabha Elections in Himachal Pradesh - विधान सभा चुनाव हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश राज्य बर्फ से ढके पहाड़ों, हरे-भरे जंगलों और साफ नदियों के साथ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 68 सदस्य होते हैं। हिमाचल प्रदेश में पिछला विधानसभा चुनाव साल 2022 में हुआ था, और अब अगला विधानसभा चुनाव साल 2027 में होगा।
हिमाचल प्रदेश फैक्ट्स
मुख्यमंत्री | सुखविंदर सिंह सुखु |
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उपमुख्यमंत्री | मुकेश अग्निहोत्री |
लोकसभा | 4 सीट |
राज्यसभा | 3 सीट |
विधानसभा | 68 सीट |
हिमाचल प्रदेश क्षेत्रफल | 55,673 वर्ग किमी |
हिमाचल प्रदेश जनसंख्या | 68,64,602* (साल 2011 की जनगणना के अनुसार) |
प्रमुख भाषाएँ | हिंदी और पंजाबी |
हिमाचल प्रदेश की राजधानी | शिमला |
हिमाचल प्रदेश सरकार और राजनीति
हिमाचल प्रदेश का इतिहास और संस्कृति समृद्ध है, जहां कई प्राचीन मंदिर, किले और मठ हैं। हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था काफी हद तक कृषि और पर्यटन पर आधारित है। हिमाचल प्रदेश सेब के उत्पादन के लिए जाना जाता है, जो किन्नौर, शिमला और कुल्लू में उगाए जाते हैं। यहां एक सदनीय विधायिका की व्यवस्था है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा 68 सदस्यों से बनी है, जो पांच साल की अवधि के लिए चुने जाते हैं। हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस राजनीतिक दल का दबदबा रहा है। हिमाचल प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु हैं, वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव
हिमाचल प्रदेश में पिछला विधान सभा चुनाव 2022 में हुआ था, जिसमें कांग्रेस ने जीतते हुए सरकार बनाई। हिमाचल प्रदेश में 68 सीटों वाली एक सदनीय विधायिका की व्यवस्था है। इनमें से 17 अनुसूचित जाति और एक अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं। हिमाचल प्रदेश विधान सभा के एक वर्ष में तीन सत्र होते हैं - बजट सत्र, मानसून सत्र और शीतकालीन सत्र।
हिमाचल प्रदेश चुनाव परिणाम 2022
गठबंधन | राजनीतिक दल | सीट पर चुनाव लड़ा | सीट पर जीते |
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यूपीए | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | 68 | 40 |
एनडीए | भारतीय जनता पार्टी | 68 | 25 |
लेफ्ट फ्रंट | भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) | 11 | 0 |
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी | 1 | 0 | |
कोई गठबंधन नहीं | आम आदमी पार्टी | 67 | 0 |
बहुजन समाज पार्टी | 53 | 0 | |
राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी | 29 | 0 | |
स्वतंत्र | - | 3 |
राज्य विधान परिषद
हिमाचल प्रदेश में विधान परिषद की व्यवस्था नहीं है।
हिमाचल प्रदेश चुनाव का इतिहास
साल 1948 में 30 रियासतों के विलय से राज्य बनने के बाद हिमाचल प्रदेश बना और पहला विधानसभा चुनाव साल 1952 में हुआ था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) ने विधानसभा में अधिकांश सीटों पर जीत हासिल की और सरकार बनाई। यशवंत सिंह परमार हिमाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने।
लेकिन राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के तहत, हिमाचल प्रदेश केंद्र शासित प्रदेश बन गया और हिमाचल प्रदेश विधान सभा को समाप्त कर दिया गया। इसके बाद साल 1967 में विधानसभा चुनाव हुए, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 34 सीट जीती और यशवंत सिंह परमार मुख्यमंत्री बने। बाद के वर्षों में कांग्रेस ने राज्य के अपना दबदबा कायम रखा, हालांकि इसके कुछ अपवाद भी थे। साल 1977 में, जनता पार्टी ने राज्य में भारी जीत हासिल की और शांता कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाई। यह पहली बार था जब हिमाचल प्रदेश में कोई गैर-कांग्रेसी पार्टी सत्ता में आई थी।
साल 1990 में, भारतीय जनता पार्टी (BJP) राज्य में मजबूत दावेदार के रूप में उभरी और 46 सीटों पर जीत हासिल की और शांता कुमार मुख्यमंत्री बने। साल 1993 में कांग्रेस, साल 1998 में भाजपा, 2003 में कांग्रेस, साल 2007 में प्रेम कुमार धूमल, साल 2012 में कांग्रेस ने सरकार बनाई।
साल 2017 में भाजपा ने 44 सीटें जीतीं और जय राम ठाकुर मुख्यमंत्री बने। कांग्रेस और भाजपा राज्य में प्रमुख राजनीतिक ताकतें हैं, दोनों पार्टियों ने कई विधानसभा चुनाव जीते हैं।