Pragya Thakur (प्रज्ञा ठाकुर)
नाम | प्रज्ञा सिंह ठाकुर |
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पद | सांसद |
जन्म और आयु | 2 फरवरी 1970 (आयु 53 वर्ष) |
पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
चुनावी सीट | भोपाल, मध्य प्रदेश |
शिक्षा | लहार डिग्री कॉलेज |
परिचय
प्रज्ञा सिंह ठाकुर भारतीय राजनेता और भारतीय जनता पार्टी की सदस्य है। वर्तमान में वह मध्य प्रदेश के भोपाल से सांसद है। उन्हें साध्वी प्रज्ञा के नाम से भी जाना जाता है। प्रज्ञा ठाकुर ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ भोपाल निर्वाचन क्षेत्र से साल 2019 का आम चुनाव लड़ा। उन्होंने 364,822 वोटों के अंतर से यह चुनाव जीता।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
प्रज्ञा ठाकुर का जन्म 2 फरवरी 1970 को मध्य प्रदेश के भिंड में हुआ था। उनके पिता का नाम चंद्रपाल सिंह है, वह आयुर्वेदिक चिकित्सक थे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता थे। वह बचपन से ही अपने बाल छोटे रखती थी और लड़कों की तरह कपड़े पहनती थी। उन्होंने भिंड के लहार कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की है।
राजनीतिक करियर
प्रज्ञा सिंह ठाकुर साल 1993 में कॉलेज के दिनों में राजनीति में सक्रिय हो गई थी। वह कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की सदस्य थीं और बाद में उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े संगठनों को जॉइन कर लिया। साल 1997 में उन्होंने इन संगठन को छोड़ दिया और उन्होंने राष्ट्रवादी सेना और हिंदू जागरण मंच के लिए काम किया। वह हिंदू संगठन बजरंग दल की महिला शाखा दुर्गा वाहिनी की सदस्य थी। वह वंदे मातरम जन कल्याण समिति की संस्थापक सदस्य भी हैं, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा हुआ है। साल 2019 में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई और उन्हें 2019 के आम चुनाव के लिए भोपाल क्षेत्र से भाजपा का उम्मीदवार घोषित किया गया। इस दौरान उन्होंने कई भड़काऊ भाषण दिए और संबंधित विभाग ने कार्यवाही करने के भी आदेश दिए थे, इसके बाद भी उन्होंने 364,822 वोटों के अंतर से दिग्विजय सिंह को हराकर चुनाव जीता।
सुर्ख़ियों में क्यों?
साल 2008 के मालेगांव बम विस्फोटों में छह लोग मारे गए थे और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। प्रज्ञा ठाकुर को इस मामले में आतंकवाद के आरोपों के तहत मुख्य अभियुक्तों में से एक के रूप में गिरफ्तार किया गया था। मुंबई एटीएस ने दावा किया कि प्रज्ञा ठाकुर ने 2006 के मुंबई ट्रेन बम धमाकों का बदला लेने के लिए एक ग्रुप बनाकर मोटरसाइकिल का इस्तेमाल बम विस्फोट में किया गया था।
साल 2008 में उन्हें ब्रेस्ट कैंसर की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए मास्टक्टोमी करवाई थी, लेकिन उन्होंने दावा किया था कि उनका कैंसर गोमूत्र और पंचगव्य के उपयोग से ठीक हुआ, जिस कारण उनकी बहुत आलोचना हुई।
साल 2019 में वह 21 सदस्यीय संसदीय सलाहकार समिति का हिस्सा बनी, जिसके अध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं। संसद में उन्होंने नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहा, जिससे विपक्षी दल के सदस्यों द्वारा उनकी आलोचना की गई। जिसके बाद उन्हें रक्षा समिति के साथ-साथ भाजपा संसद दल की बैठकों से भी हटा दिया गया था।