इनके बच्चे बजरंग दल-बीजेपी में शामिल नहीं होते वाले कमेंट पर असम के मुख्यमंत्री Himanta Biswa Sarma ने कहा, ऐसा मानना गलत
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने उनके परिवार को लेकर कमेंट करने वालों को जवाब देते हुए कहा कि यह देखकर हैरानी होती है कि एक पारिवारिक फोटो को लेकर ऐसी बातें की जा रही हैं। एक ट्विटर यूजर्स ने इसे लेकर कहा कि हिंदू वर्चस्ववादी नेता अपने बच्चों को विदेश में पढ़ने के लिए भेजते हैं, उन्हें कभी भी राइट विंग संगठनों में शामिल नहीं होने देते।
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इस पर हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि ऐसा कहना गलत होगा कि उनका 22 साल का बेटा सही उम्र पर सही विकल्प नहीं चुनेगा। उन्होंने आगे कहा कि आपने एक परिवारिक तस्वीर को सिर्फ देखकर ही ऐसा निष्कर्ष निकाल लिया। हमने 31 जुलाई को फैमिली डिनर के साथ रिनिकी का जन्मदिन मनाया। यह तस्वीर उसी डिनर के बाद की है। सरमा ने कहा कि उनका बेटा अभी 22 साल का है और पढ़ाई कर रहा है। पहले से ही यह मान लेना गलत होगा कि वह सही उम्र पर सही विकल्प नहीं चुनेगा।
उन्होंने आगे कहा कि संघ परिवार के अंदर संगठनों में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण की जरूरत होती है। संगठन में शामिल होना किसी नेता का बेटा या बेटी होने पर आधारित नहीं होना चाहिए, हमारे बच्चों के लिए संगठन में आने के सुझाव से ऐसा महसूस होता है कि आप वंशवादी उत्तराधिकार को बढ़ावा देने में विश्वास रखते हैं।