राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोवा की तारीफ करते हुए कहा, गर्व की बात है कि यहां के लोगों ने UCC को स्वीकार किया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोवा के एक कार्यक्रम में समान नागरिक संहिता (UCC) को लेकर अपने विचार देश के सामने रखे। राष्ट्रपति मुर्मू ने गोवा सरकार की ओर से आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में संबोधित कहा कि ये गर्व की बात है कि गोवा के लोगों ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को स्वीकार किया है और यह पूरे देश के लिए एक अच्छा उदाहरण है।
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उन्होंने आगे कहा कि गोवा के लोगों ने समान नागरिक संहिता को अपनाया है, यह गर्व की बात है। समान नागरिक संहिता गोवा की महानगरीय संस्कृति का एक उदाहरण है, जो गोवा में रहने वाले सभी समुदाय को समान अधिकार देती है। ये संहिता हमारे देश के संविधान के निर्देशों के मुताबिक है और यह पूरे देश के लिए एक अच्छा उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि गोवा के लोग अच्छी मेहमान नवाज हैं और इसलिए राज्य में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। एक पर्यटन केंद्र के साथ गोवा, शिक्षा, व्यापार और वाणिज्य, उद्योग, प्रौद्योगिकी व रक्षा के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में भी जाना जाता है।
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गोवा में 1867 का समान नागरिक कानून सभी समुदाय के नागरिकों पर लागू होता है। हालांकि कुछ समुदायों के लिए कुछ नियम अलग हैं, जैसे कि गोवा में हिन्दू दो शादियां कर सकते हैं। बता दें कि 1961 में गोवा एक क्षेत्र के तौर पर भारतीय संघ में शामिल हुआ, तब गोवा राज्य को 1867 के पुर्तगाली नागरिक संहिता को लागू करने की अनुमति दी गई। समान नागरिक संहिता के तहत ऐसा कानून पारित किया गया जिसमें किसी धर्म, लिंग और लैंगिक भेद न हो।