मध्य प्रदेश में किसकी बनेगी सरकार, भाजपा या कांग्रेस
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भारतीय जनता पार्टी चुनावी रणनीति में जन आशीर्वाद यात्राओं को काफी अहमियत दे रही है। भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली जन आशीर्वाद यात्रा 3 सितंबर और दूसरी 4 सितंबर से शुरू की। मध्य प्रदेश की पहली जन आशीर्वाद यात्रा को 3 सितंबर को चित्रकूट में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हरी झंडी दिखाई थी। बीजेपी 25 सितंबर को भोपाल में कार्यकर्ता महाकुंभ करने जा रही है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे।
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बीजेपी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची लाने की तैयारी में जुटी हुई है। इसके लिए पार्टी की एक तैयारी बैठक हो रही है। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Election) इस साल के आखिर में होने वाले हैं। राज्य में मुख्य टक्कर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के बीच है। फ़िलहाल भारतीय जनता पार्टी ने हारी हुई या जीतने में मुश्किल सीटों के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। दूसरी सूची में भी उन सीटों के लिए जल्दी उम्मीदवार घोषित किए जा सकते हैं, जहां कड़ा मुकाबला होने के आसार है। हो सकता है कि कोई बड़ी घोषणा की जाए।
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भारतीय जनता पार्टी की तरफ से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई तरह की कल्याणकारी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए चुनावी तैयारी तेज कर दी है। मध्य प्रदेश में भाजपा के चुनावी रणनीति में आदिवासी इलाकों और जिन सीटों पर पिछले चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली है, उन पर ज्यादा गौर किया जा रहा है। भाजपा ने राज्य की उन 39 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की, जिन पर वह पिछले विधानसभा चुनाव में हार गई थी। इस लिस्ट में 21 आरक्षित सीटें हैं, इसमें 13 अनुसूचित जनजाति (ST) सीटें और 8 अनुसूचित जाति (SC) सीटें, और पांच महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। चुनाव के तहत बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने भी अपनी पहली लिस्ट में 7 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। समाजवादी पार्टी (SP) ने राज्य की 4 सीट जो कि बुंदेलखंड और ग्वालियर-चंबल क्षेत्रों में हैं, के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 116 सीटों के बहुमत से कम, 114 सीटें मिली थीं। इस चुनाव में भाजपा 109 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही थी। बहुजन समाज पार्टी को दो और समाजवादी पार्टी को एक सीट पर जीत मिली थी। चार सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे। शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार अरुण यादव को 58,699 वोटों के फर्क से हराया था।
खबर के मुताबिक, मध्य प्रदेश चुनाव के लिए अब तक किए गए चार ओपनियन पोल में दो ने कांग्रेस की स्पष्ट जीत की भविष्यवाणी की है और जबकि बचे दो ओपिनियन पोल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा सरकार के एक बार फिर से सत्ता में आने की भविष्यवाणी की है। मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के लिए बहुमत 116 सीटों का होना चाहिए। कांग्रेस 230 सीटों में से 108-120 सीटें जीत सकती है और भाजपा को 106-118 सीट मिलने अनुमान है। IBC24 के मुताबिक, कांग्रेस 119 सीटें जीत सकती है, जबकि भाजपा 101 सीटों पर सीमित रह सकती है। Times Now के सर्वे के मुताबिक, भाजपा को 230 में से 153 सीटें और कांग्रेस को सिर्फ 58 सीटें मिलने का अनुमान है। अभी फ़िलहाल यह साफ नहीं है कि कांग्रेस की तरफ से कौन मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार हो सकता है। उम्मीद है कि कांग्रेस से कमल नाथ को दोबारा मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाया जाएगा।