आदित्य-L1 सेटेलाइट हुआ लांच, सूर्य का अध्ययन करने में मिलेगी मदद
चन्द्रयान मिशन के बाद इसरो ने सूर्य पर रिसर्च करने के उद्देश्य से आदित्य-एल1 सेटेलाइट लॉन्च की है। यह सेटेलाइट प्रक्षेपण यान आदित्य-एल1 को पीएसएलवी सी57 द्वारा तिरूपति जिले के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से ले जाएगा।
राजनीति से जुड़ी अपडेट तुरंत पाने के लिए अभी डाउनलोड करें Shuru ऐप
PSLV-C57 रॉकेट लॉन्च के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े उपाय किए गए। सीआईएसएफ बलों ने भूमि, सतह और समुद्र पर व्यापक निरीक्षण किया गया है। साथ ही आसपास अन्य लोगों का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है।
बीजेपी ने विपक्षी गठबंधन को लेकर कहा, इनकी राजनीति लेन-देन पर आधारित है
1,480.7 किलोग्राम वजनी आदित्य-एल1 सेटेलाइट को लॉन्गरेज पॉइंट (एल1) से सूर्य पर रिसर्च करने के लिए भेजा जाएगा, जो पृथ्वी से सूर्य की ओर लगभग 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर है। यह SHAR का 92वां और PSLV श्रृंखला का 59वां प्रयोग होगा। आदित्य-एल1 उपग्रह विज़िबल लाइन कोरोनाग्राफ (वीईएलसी) पेलोड का इस्तेमाल करके प्रति मिनट एक इमेज की दर से रोजाना लगभग 1,440 इमेज को कैप्चर करेगा। इसके बाद इन इमेज को विश्लेषण के लिए ग्राउंड स्टेशन पर भेजा जाएगा। छवियों का पहला सेट फरवरी के अंत तक प्राप्त होने की उम्मीद है। यह मिशन सूर्य और उसकी गतिशीलता को समझने में मदद करेगा। वैज्ञानिक रिसर्च के लिए इससे बहुमूल्य डेटा प्राप्त होगा।