भारत ने G-20 समिट में पेश किया यूक्रेन मुद्दे से जुड़ा ड्राफ्ट
जी-20 समिट की शुरुआत के दौरान भारत ने अफ्रीकी यूनियन को इसका सदस्य बनाने की वकालत। साथ ही रूस-यूक्रेन संकट पर गतिरोध को तोड़ने की कोशिश में नेताओं के घोषणापत्र के लिए जी20 सदस्य देशों के बीच एक नया ड्राफ्ट सर्कुलेट किया।
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जी-20 सदस्य देश और जी7 सदस्य देश के लोगों ने कहा कि तैयार घोषणा पत्र के ड्राफ्ट में जी20 सदस्य ज्यादातर देशों ने सहमति जताई थी, उसमें "भूराजनीतिक स्थिति" या यूक्रेन संकट पर पैराग्राफ को खाली छोड़ दिया था। इन देशों के नेताओं के हिसाब से जी20 के ड्राफ्ट में 75 अन्य पैराग्राफों पर एक समझौता किया था, जिसमें जलवायु परिवर्तन के लिए वित्तपोषण, मल्टीलेटरल डेवलपमेंट बैंकों में सुधार और क्रिप्टोकरेंसी के रेगुलेशन जैसे मुद्दे शामिल थे।
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कई सत्रों के बावजूद जी20 नेताओं के निजी प्रतिनिधि, यूक्रेन से जुड़े पैराग्राफ पर किसी समझौते नहीं पहुंचे। ये सत्र 6 सितंबर को मानेसर में आयोजित किया गया था। भारतीय पक्ष ने आज सुबह अन्य G20 सदस्यों के बीच यूक्रेन मुद्दे पर ड्राफ्ट पैराग्राफ वितरित किया, अन्य स्टेट भी अब इस पर विचार कर रहे हैं।